KKN गुरुग्राम डेस्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई 2025 को एक दिवसीय बिहार दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वह पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे और पटना-सासाराम फोरलेन हाइवे की आधारशिला रखेंगे। यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री का पहला बिहार दौरा होगा, जिससे इसे राजनीतिक और सामरिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस बात की जानकारी बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने कहा कि इस दौरे में प्रधानमंत्री बिहार को कई विकास योजनाओं की सौगात देंगे।
पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल: बिहार के हवाई यातायात का भविष्य
पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नया टर्मिनल बनकर तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। इस टर्मिनल से बिहार को न सिर्फ बेहतर हवाई सेवाएं मिलेंगी, बल्कि इससे टूरिज्म, व्यापार और निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा।
नया टर्मिनल की प्रमुख विशेषताएं:
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प्रतिदिन हजारों यात्रियों की सुविधा
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अत्याधुनिक डिज़ाइन और सुरक्षा
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डिजिटलीकरण और स्मार्ट सुविधाएं
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ऊर्जा संरक्षण और ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट
यह टर्मिनल पूर्वी भारत के लिए एक नई हवाई कनेक्टिविटी का केंद्र बनने जा रहा है।
पटना-सासाराम फोरलेन हाइवे: उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ेगा नया रास्ता
प्रधानमंत्री मोदी सासाराम में पटना-सासाराम फोरलेन हाईवे की आधारशिला भी रखेंगे। यह परियोजना लंबे समय से लंबित थी और अब इसे नई गति मिलने जा रही है।
इस सड़क परियोजना के लाभ:
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पटना से सासाराम की दूरी में कमी
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माल और यात्री परिवहन में तेज़ी
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रोजगार के नए अवसर
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औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों को लाभ
इस फोरलेन से दक्षिण बिहार के जिलों को राजधानी पटना से जोड़ने में सुविधा होगी और यह क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा।
सासाराम के बिक्रमगंज में होगी विशाल जनसभा
प्रधानमंत्री मोदी सासाराम जिले के बिक्रमगंज में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में रोहतास, औरंगाबाद, भोजपुर और बक्सर जैसे आसपास के जिलों से लाखों लोग शामिल हो सकते हैं।
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, यह सभा आगामी विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव 2026 को ध्यान में रखते हुए जनसंपर्क अभियान का हिस्सा हो सकती है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला बिहार दौरा
यह दौरा सामरिक दृष्टिकोण से भी अहम है, क्योंकि यह ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री का पहला सार्वजनिक कार्यक्रम बिहार में होगा। याद दिला दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री ने देश को चेताया था कि भारत जवाब देगा।
7 मई की रात, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस ऑपरेशन के बाद मोदी सरकार की राष्ट्र सुरक्षा नीति को लेकर जनसमर्थन में वृद्धि देखी गई है।
बिहार में मोदी का विकास और सुरक्षा का दोहरा एजेंडा
प्रधानमंत्री मोदी ने हर दौरे में विकास और राष्ट्र सुरक्षा दोनों को प्राथमिकता दी है। इस दौरे में भी एक ओर जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं दिखाई देती हैं, वहीं दूसरी ओर उनका हालिया सैन्य निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा का संदेश भी देता है।
यह रणनीति खासतौर पर युवाओं और ग्रामीण मतदाताओं के बीच मोदी की लोकप्रियता को और मजबूत कर सकती है।
राजनीतिक समीकरण और चुनावी रणनीति
बिहार की राजनीति जातीय समीकरणों, सामाजिक संरचनाओं और विकास मुद्दों पर आधारित होती है। ऐसे में मोदी का दौरा राजनीतिक दृष्टिकोण से भी बेहद अहम माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी का यह दौरा बिहार में बीजेपी के जनाधार को फिर से मजबूत करने की दिशा में एक अहम कड़ी है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए कई स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। एनएसजी, एसपीजी, और स्थानीय पुलिस मिलकर सुरक्षा सुनिश्चित कर रही हैं। सासाराम में होने वाली जनसभा में ड्रोन से निगरानी, मेटल डिटेक्टर, और कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है।
प्रधानमंत्री के दौरे की संभावित रूपरेखा
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पटना एयरपोर्ट पर आगमन
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नए टर्मिनल का उद्घाटन
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सासाराम (बिक्रमगंज) के लिए हवाई यात्रा
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पटना-सासाराम फोरलेन का शिलान्यास
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जनसभा को संबोधन
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नई घोषणाओं और योजनाओं की जानकारी
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रात्रि में दिल्ली प्रस्थान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा न केवल एक विकास यात्रा है, बल्कि यह एक राजनीतिक और सामरिक संदेश भी है। पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल और सासाराम फोरलेन परियोजना जहां आर्थिक विकास को गति देंगे, वहीं ऑपरेशन सिंदूर के बाद की यह उपस्थिति प्रधानमंत्री की राष्ट्रीय सुरक्षा की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
यह दौरा आने वाले चुनावों से पहले बिहार में बीजेपी के मिशन 2026 की बुनियाद भी रख सकता है।
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