KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में गर्मी और उमस के बीच मौसम ने करवट ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के 9 जिलों में ठनका और तेज हवा चलने की चेतावनी जारी की है। पटना सहित राज्य के कई हिस्सों में रविवार को हल्की बारिश दर्ज की गई, लेकिन तापमान अभी भी 40 डिग्री सेल्सियस के पार बना हुआ है।
राज्य के उत्तरी और पूर्वी इलाकों में बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है, जिससे आम लोगों और किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
किन जिलों में जारी हुआ है मौसम अलर्ट?
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार के जिन जिलों में ठनका और तेज हवा की चेतावनी दी गई है, वे हैं:
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पश्चिमी चंपारण
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पूर्वी चंपारण
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शिवहर
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सीतामढ़ी
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मधुबनी
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सुपौल
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अररिया
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किशनगंज
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पूर्णिया
इन जिलों में कुछ स्थानों पर बिजली गिरने, तेज हवाएं चलने और हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने, खुले स्थानों पर जाने से बचने और अस्थायी ढांचों को मजबूत करने की सलाह दी है।
पटना में कैसा रहेगा मौसम?
राजधानी पटना में सोमवार को बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी या गरज के साथ बारिश की संभावना है। रविवार को शहर में हल्की बारिश (1.6 मिमी) दर्ज की गई, लेकिन तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया।
पटना का तापमान (1 जून 2025):
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अधिकतम तापमान: 40.6°C
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न्यूनतम तापमान: 30.0°C
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न्यूनतम तापमान में गिरावट: 0.5°C
पटना इस समय राज्य का सबसे गर्म शहर बना हुआ है।
बक्सर, आरा और अन्य शहरों में लू जैसे हालात
राज्य के अन्य प्रमुख शहरों की बात करें तो बक्सर का अधिकतम तापमान 40.3°C और आरा का तापमान 40.4°C रिकॉर्ड किया गया। लगातार बढ़ते तापमान और गर्म हवाओं के कारण इन क्षेत्रों में लू जैसे हालात बने हुए हैं।
वहीं, वाल्मीकिनगर राज्य का सबसे ठंडा शहर रहा, जहां न्यूनतम तापमान 24.6°C दर्ज किया गया।
क्या कारण है इस स्थिर मौसम का?
बिहार में मौजूदा मौसम परिवर्तन के पीछे कई जलवायु कारण जिम्मेदार हैं:
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पश्चिमी विक्षोभ का असर
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बंगाल की खाड़ी से नमी की आपूर्ति
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राज्य के मध्य और उत्तर भागों में लोकल हीट पॉकेट्स
इन सभी कारणों से प्रदेश में वातावरण अस्थिर हो गया है, जिससे गरज-बारिश और तेज हवाओं की संभावना बनी हुई है।
मानसून की देरी: कब आएगा बिहार में मॉनसून?
हालांकि भारतीय मौसम विभाग ने पहले अनुमान जताया था कि बिहार में मानसून 10 से 12 जून के बीच पहुंचेगा, लेकिन बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती सिस्टम और उत्तर भारत में शुष्क हवाओं के कारण इसके आगमन में देरी हो सकती है।
संभावित मानसून आगमन की नई तारीख:
15 से 18 जून 2025 के बीच
कृषि विभाग और मौसम विशेषज्ञ इस बदलाव को लेकर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
कृषकों और ग्रामीणों के लिए जरूरी सावधानियां
ठनका और तेज हवा के कारण खासकर किसानों और ग्रामीण इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। कृषि विभाग ने निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
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खेतों में काम करते समय मौसम अपडेट देखते रहें
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बिजली गिरने के समय पेड़ या खुले मैदान में न रुकें
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फसलों की सिंचाई या दवा का छिड़काव फिलहाल टालें
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पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखें
पिछले वर्ष की तुलना में इस साल अधिक गर्मी
अगर हम 2024 और 2025 के मौसम की तुलना करें तो यह स्पष्ट होता है कि इस बार गर्मी ज्यादा तीव्र है और प्री-मानसून वर्षा की मात्रा भी कम रही है।
मापदंड | जून 2024 | जून 2025 |
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पटना का औसत तापमान | 38.2°C | 40.6°C |
औसत वर्षा (1-2 जून) | 6.5 मिमी | 1.6 मिमी |
ठनका चेतावनी की संख्या | 2 बार | 4 बार |
इससे साफ जाहिर है कि इस बार गर्मी अधिक और वर्षा कम हुई है, जो किसानों और आम लोगों दोनों के लिए चिंता का विषय है।
अगले 48 घंटे: मौसम का पूर्वानुमान
अगले 48 घंटे बिहार के लिए महत्वपूर्ण हैं। मौसम विभाग के मुताबिक:
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राजधानी पटना में बादल छाए रहेंगे
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हल्की बारिश और गरज-ठनक की संभावना
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तेज हवाएं 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं
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मानसून के आगमन में अभी कुछ दिन की देरी
बिहार के मौसम में इस समय भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। जहां कुछ जिलों में गर्मी से राहत मिली है, वहीं कई क्षेत्रों में अभी भी लू जैसे हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और आवश्यक सावधानियां बरतें।
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