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बिहार मौसम अपडेट: गर्मी का कहर फिर से बढ़ेगा, 40 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान

Muzaffarpur Temperature Soars to 43°C for First Time in 2025

KKN गुरुग्राम डेस्क |  बिहार में गर्मी का कहर एक बार फिर बढ़ने वाला है। पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव आया था और आंधी-बारिश ने थोड़ी राहत दी थी, लेकिन अब मौसम का रुख फिर से गर्मी की ओर हो रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में तापमान के बढ़ने की चेतावनी दी है, और कुछ क्षेत्रों में तो तापमान 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। इस लेख में हम बिहार के आगामी मौसम के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और यह जानेंगे कि कौन से जिलों में सबसे ज्यादा गर्मी महसूस होगी।

बिहार का हालिया मौसम: बारिश और आंधी से मिली राहत

पिछले कुछ दिनों से बिहार में मौसम में उतार-चढ़ाव देखा गया। आंधी और हल्की बारिश ने कई क्षेत्रों में तापमान को कुछ कम किया था, लेकिन अब मौसम विभाग का अनुमान है कि बिहार में तापमान में फिर से तेज़ी से वृद्धि होगी। आगामी चार दिनों में राज्य का तापमान 40 डिग्री तक पहुंच सकता है, और बिहार के कई हिस्सों में लू की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

गर्मी का कारण और बढ़ती हुई तापमान की स्थिति

मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री की वृद्धि हो सकती है। इस वृद्धि के कारण कई जिले 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि तापमान में यह बढ़ोतरी राज्य के दक्षिण-पश्चिमी और अन्य सटे हुए क्षेत्रों में ज्यादा महसूस की जाएगी। गर्मी के कारण, राज्य में उच्च आर्द्रता (ह्यूमिडिटी) भी हो सकती है, जिससे यह महसूस होगा कि गर्मी और भी अधिक है।

अगले कुछ दिनों का मौसम पूर्वानुमान: एक और गर्मी की लहर

भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आगामी दो दिनों यानी 20 और 21 अप्रैल को बिहार के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और वज्रपात हो सकता है। साथ ही, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, और किशनगंज जैसे क्षेत्रों में तेज़ हवाएं और आंधी चलने की संभावना है। हालांकि, ये घटनाएं अस्थायी होंगी और रविवार के बाद स्थिति सामान्य हो सकती है। इसके बाद, कोई और चेतावनी जारी नहीं की जाएगी, लेकिन तापमान में लगातार बढ़ोतरी का अनुमान है।

गर्मी के लहर की संभावना और उन जिलों की सूची

बिहार मौसम सेवा केंद्र के अनुसार, 20 अप्रैल से लेकर 22-23 अप्रैल के बीच कई जिलों में उष्ण लहर की स्थिति बन सकती है। इन दिनों में कुछ जिलों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है और यह गर्मी भारी पड़ सकती है। जिन जिलों में गर्मी का प्रकोप अधिक होगा, उनमें शामिल हैं:

  • बांका

  • जमुई

  • मुंगेर

  • लखीसराय

  • शेखपुरा

  • नवादा

  • नालंदा

  • पटना

  • गया

  • बक्सर

  • औरंगाबाद

  • कैमूर

  • रोहतास

  • जहानाबाद

  • अरवल

इन जिलों में, उष्ण लहर की स्थिति बनेगी, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है। तापमान में वृद्धि के साथ, इन क्षेत्रों में विशेष रूप से कमजोर वर्ग, जैसे बच्चे, बुजुर्ग, और बीमार लोग ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

लू की स्थिति और स्वास्थ्य पर प्रभाव

लू की स्थिति में शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा बढ़ सकता है, जिससे हीट स्ट्रोक (गर्मी से लकवा) का खतरा बढ़ जाता है। गर्मी के बढ़ने के साथ, गर्म हवा शरीर में पानी की कमी पैदा कर सकती है और इससे डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, उल्टी, थकावट और सिरदर्द जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। इस प्रकार के लक्षणों को गंभीरता से लेना चाहिए और तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करनी चाहिए।

गर्मी से बचने के उपाय: कैसे सुरक्षित रहें

जैसे-जैसे बिहार में गर्मी का असर बढ़ेगा, यह जरूरी है कि लोग सावधानी बरतें और गर्मी से बचने के लिए उपाय करें। निम्नलिखित कुछ उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं:

  1. पानी का अधिक सेवन करें: गर्मी में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, इसलिए दिनभर पर्याप्त पानी पीना जरूरी है। अल्कोहल और कैफीन से बचें क्योंकि ये शरीर को और अधिक डिहाइड्रेट कर सकते हैं।

  2. धूप से बचें: सुबह 11 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक धूप में बाहर न जाएं। अगर बाहर जाना जरूरी हो, तो ढीले कपड़े पहनें और धूप से बचने के लिए छाता या टोपी का उपयोग करें।

  3. हल्के कपड़े पहनें: गर्मी में हल्के रंग के और ढीले कपड़े पहनें। सूती कपड़े शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं।

  4. ठंडे पानी से स्नान करें: गर्मी से राहत पाने के लिए ठंडे पानी से स्नान करें। इससे शरीर को ठंडक मिलेगी और राहत महसूस होगी।

  5. तापमान बढ़ने के समय शारीरिक गतिविधि कम करें: जब तापमान अधिक हो, तो शारीरिक श्रम और भारी काम से बचें। अगर व्यायाम करना जरूरी हो, तो सुबह जल्दी या शाम को करें, जब तापमान कम हो।

  6. हीट स्ट्रोक के लक्षणों को पहचानें: हीट स्ट्रोक के लक्षणों में सिरदर्द, चक्कर, थकावट, बुखार और त्वचा का गर्म होना शामिल है। अगर ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

कृषि और जीवन पर प्रभाव

गर्मी का असर केवल इंसानों पर ही नहीं, बल्कि खेती पर भी पड़ सकता है। चूंकि बिहार कृषि प्रधान राज्य है, इसलिए किसानों को गर्मी से काफी नुकसान हो सकता है। अत्यधिक गर्मी के कारण फसलों को नुकसान हो सकता है, विशेष रूप से उन फसलों को जो अधिक तापमान सहन नहीं कर सकती हैं। इसके अलावा, गर्मी के कारण जल संकट भी गहरा सकता है, जिससे जल आपूर्ति में समस्या हो सकती है।

बिहार में गर्मी का प्रकोप बढ़ने वाला है, और अगले कुछ दिनों में तापमान 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। गर्मी से बचने के लिए उपयुक्त सावधानी बरतना आवश्यक है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में उष्ण लहर की स्थिति हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि सभी लोग आवश्यक सुरक्षा उपायों को अपनाएं और मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों का पालन करें।


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