Home Society साहित्य से समाज को राह दिखाते थे प्रो.जयमंगल दास

साहित्य से समाज को राह दिखाते थे प्रो.जयमंगल दास

संजय कुमार सिंह

मुजफ्फरपुर। मनियारी थाना क्षेत्र के अमरख गांव मे आस्था फाउंडेशन(ए.एफ़) के तत्वावधान में साहित्य को समर्पित व सरकारी उपेक्षा के शिकार प्रो. जयमंगल दास के निधन पर शोक सभा का आयोजन संस्कार ए किड्स गार्डेन में किया गया। जिसमे एक से एक शिक्षाविदो ने हिस्सा लिया। स्वर्गीय दास ने अपने जीवनकाल में कई किताबें लिखी। स्वर्गीय दास महेश भगत बनवारीलाल महाविद्यालय में हिंदी विभागाध्यक्ष भी थे ।
आस्था फाउन्डेशन(ए.एफ़) ने की सम्मान की घोषणा
ट्रस्ट के संस्थापक सचिव सह राजद प्रदेश सचिव(सं.प्र.) नवेन्दु नवीन ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से समाज को अपूर्णीय क्षति हुई है। विद्वानों का सम्मान जरूरी है। अतः उनके नाम पर ट्रस्ट प्रत्येक साल प्रतिभावान छात्रों व विद्वानों केलिए प्रो0 जयमंगल दास प्रतिभा खोज सम्मान प्रदान करेगी।
महान साहित्यकार डॉ.रामविलास ने भी प्रो.दास की मृत्यु को साहित्य समाज के लिए गहरा झटका बतलाया है। हास्य कवि वैकुण्ठ ठाकुर एवं ई.नाज़ ओजैर ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हमलोगों को राह दिखाने वाले अब नहीं रहे। यह साहित्य समाज के लिए के लिए घोर चिंता का विषय है। डॉ .उमेश कुमार राय , शम्भू प्रसाद गुप्ता, कमलेश कुमार, संत कुमार इत्यादि ने सर्व धर्म प्रार्थना की। शोक सभा के क्रम में गाँव के कीर्तन मंडली ने निर्गुण गाया। एक्सेलेंट एकेडेमी के निर्देशक कमलेश शर्मा ने उनकी रचनाओं को लोगों के बीच रखा।
सभा में विद्वानों ने तुलसी दास जी की जीवनी पर भी प्रकाश डाला
मंच का संचालन कमलेश कुमार तथा संत कुमार ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के संरक्षक कलेश्वर कलाधर ने की। शोक व्यक्त करने वाले अन्य लोगों में उनके भाई जीतन दास, अमरेन्द्र अर्णव, शम्भू प्रसाद गुप्ता, अशोक ख़ुशी, राजेश पासवान राजेन्द्र साह, कृष्णा कुमार गुप्ता, विकास कुमार, गणेश पैटी, मृत्युंजय मयंक, सुनील कुमार, सुजीत कुमार, अश्विनी कुमार, आस्था, प्रभा, प्रकृति, बादल इत्यादि मौजूद थे।


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