KKN गुरुग्राम डेस्क | बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान एक बार फिर अपने अलग अंदाज़ और दूरदर्शी सोच से चर्चा में हैं। उनकी आगामी फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ न तो किसी OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी और न ही इसे फ्री में देखा जा सकेगा। फिल्म को सीधे YouTube के पे-पर-व्यू (PPV) मॉडल पर रिलीज किया जाएगा, जो भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक अनोखा प्रयोग है।
इस निर्णय ने फिल्म वितरकों, डिजिटल रणनीतिकारों और प्रोड्यूसर्स के बीच बहस छेड़ दी है। आइए जानते हैं इस मॉडल के फायदे, जोखिम और इंडस्ट्री पर संभावित प्रभाव।
पारंपरिक रिलीज मॉडल से हटकर नया रास्ता
अब तक बॉलीवुड में फिल्में पहले थिएटर में रिलीज होती हैं, फिर कुछ हफ्तों बाद किसी OTT प्लेटफॉर्म (जैसे Netflix, Amazon Prime या JioCinema) पर आ जाती हैं। लेकिन आमिर खान ने इस मॉडल को पूरी तरह चुनौती दी है।
‘सितारे जमीन पर’ पहले थिएटर में रिलीज होगी, और उसके बाद सीधे YouTube पर पे-पर-व्यू मोड में आएगी — मतलब दर्शकों को फिल्म देखने के लिए YouTube पर पैसे चुकाने होंगे।
YouTube PPV क्या है और यह कैसे काम करता है?
पे-पर-व्यू (Pay-Per-View) मॉडल में दर्शक किसी वीडियो कंटेंट को देखने के लिए पहले एक निश्चित राशि चुकाते हैं। आमतौर पर यह मॉडल वेस्टर्न देशों में लोकप्रिय है, लेकिन भारत में इसका प्रयोग बेहद सीमित रहा है। इस मॉडल में निर्माता को यूट्यूब से लगभग 80% तक रेवेन्यू शेयर मिल सकता है, जो कि थिएटर के मुकाबले कहीं अधिक है।
प्रोड्यूसर की राय: ‘यह असली डिजिटल बॉक्स ऑफिस बन सकता है’
प्रोड्यूसर अंशुलिका दुबे का मानना है कि यह मॉडल भविष्य में बड़े बदलाव ला सकता है।
“थिएटर में ₹100 की टिकट पर प्रोड्यूसर को सिर्फ ₹35 मिलते हैं, जबकि PPV मॉडल में ₹80 तक मिल सकते हैं। लेकिन दिक्कत यह है कि हमारे फिल्ममेकर सिर्फ फिल्म बनाने में व्यस्त रहते हैं, मार्केटिंग और बिजनेस को नजरअंदाज कर देते हैं।”
उनका मानना है कि छोटे प्रोड्यूसर अक्सर फिल्में ओटीटी को बेच देते हैं क्योंकि थिएटर रिलीज का बजट नहीं होता। लेकिन इससे उन्हें सिर्फ एक बार पैसा मिलता है। PPV उन्हें लंबे समय तक मुनाफा दे सकता है — अगर सही तरीके से प्रचार किया जाए।
डिजिटल एक्सपर्ट की चेतावनी: ‘भारत की ऑडियंस तैयार नहीं है’
YouTube स्ट्रैटेजिस्ट आदित्य कुमार का मानना है कि यह कदम जोखिम भरा है।
“भारत में YouTube को फ्री कंटेंट के प्लेटफॉर्म के रूप में देखा जाता है। लोग वहां पेमेंट करने नहीं बल्कि मुफ्त में वीडियो देखने आते हैं।”
उन्होंने आमिर खान के YouTube चैनल की लोकप्रियता पर भी सवाल उठाया। चैनल पर केवल 2 लाख सब्सक्राइबर्स हैं, जो आमिर की स्टार वैल्यू के अनुसार बहुत कम माने जाते हैं।
“फिल्म का ट्रेलर या गाना करोड़ों व्यू ले सकता है, लेकिन पूरी फिल्म के लिए लोग पेमेंट करें — यह भारत में अब भी दुर्लभ है।”
सबसे बड़ा खतरा: पाइरेसी और ट्रोलिंग
डिस्ट्रीब्यूटर राजेश ठडानी का मानना है कि डिजिटल रिलीज से पाइरेसी का खतरा बहुत बढ़ जाता है।
“एक बार फिल्म डिजिटल हो गई तो उसे चोरी करना बहुत आसान हो जाता है। टेलीग्राम, टॉरेंट जैसी साइट्स पर कुछ ही घंटों में फिल्म लीक हो सकती है। इससे असली कमाई पर असर पड़ता है।”
इसके अलावा, YouTube पर नेगेटिव कमेंट्स, मीम्स और ट्रोलिंग की भी चिंता रहती है। थिएटर और OTT पर दर्शक प्रतिक्रिया काफी हद तक फिल्टर होती है, लेकिन यूट्यूब पर यह नियंत्रण नहीं रहता।
आमिर खान की सोच: ‘हम खुद अपना कारोबार खत्म कर रहे हैं’
WAVES Summit 2025 में आमिर खान ने कहा:
“अगर मैं ईमानदारी से अपनी ऑडियंस को बताता हूं कि मेरी फिल्म जल्द ही ओटीटी पर आने वाली है, तो वो थिएटर क्यों आएंगे? हम थिएटर और ओटीटी के बीच जो छोटी खिड़की रखते हैं, वही हमारी इंडस्ट्री को खत्म कर रही है।”
आमिर का मानना है कि थिएटर रिलीज को महत्व देना चाहिए, और PPV मॉडल उसी दिशा में एक प्रयोग है।
फिल्म की कहानी और रिलीज डेट
‘सितारे जमीन पर’ एक स्पेनिश फिल्म ‘चैम्पियंस’ (2018) की आधिकारिक रीमेक है। फिल्म की कहानी एक ऐसे कोच की है जिसे कम्युनिटी सर्विस के लिए दिव्यांग खिलाड़ियों की टीम को ट्रेन करना पड़ता है। इस संवेदनशील और प्रेरणादायक विषय को भारतीय संदर्भ में ढाला गया है।
फिल्म में आमिर खान के साथ जेनेलिया देशमुख मुख्य भूमिका में हैं।
रिलीज डेट: 20 जून 2025 (थिएटर में)
क्या यह मॉडल सफल हो सकता है?
फायदे:
-
निर्माता को सीधा मुनाफा
-
ओटीटी का बिचौलिया हटाया जा सकता है
-
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कंट्रोल और डेटा अधिक मिलता है
नुकसान:
-
भारतीय दर्शक अभी PPV को अपनाने के लिए तैयार नहीं
-
पाइरेसी का बड़ा खतरा
-
मजबूत प्रमोशन की जरूरत — वर्ड ऑफ माउथ ही गेम बदल सकता है
आमिर खान का यह निर्णय इंडस्ट्री में एक डिजिटल क्रांति ला सकता है — अगर यह सफल होता है। यह मॉडल भविष्य के फिल्म वितरण प्रणाली को बदल सकता है, खासकर तब जब निर्माता OTT के नियमों से तंग आ चुके हैं।
लेकिन अगर फिल्म असफल हुई, तो यह प्रयोग एक चेतावनी बनकर रह जाएगा। इस कदम को लेकर पूरा बॉलीवुड देख रहा है कि क्या आमिर फिर से एक नया रास्ता बना पाएंगे।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.