KKN गुरुग्राम डेस्क | भारतीय रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के रूट डायवर्ट कर दिए हैं, जिसमें वैशाली एक्सप्रेस (Vaishali Express) और आम्रपाली एक्सप्रेस (Amrapali Express) जैसी प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं। रेलवे ने इस बदलाव की वजह बताई है कि वाराणसी मंडल के गोरखपुर कैंट-भटनी रेलखंड पर बैतालपुर-देवरिया सदर स्टेशन के बीच आटोमेटिक सिग्नलिंग का काम चल रहा है। इसके कारण कुछ ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है।
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों को सूचित किया है कि हालांकि थोड़ी असुविधा हो सकती है, लेकिन जल्द ही ट्रेनों के पुराने रूट पर चलने की उम्मीद है। पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद ने मंगलवार को इस बदलाव की जानकारी दी।
Muzaffarpur Train Routes Affected: प्रमुख ट्रेनें जिनका मार्ग बदला गया
मुजफ्फरपुर से चलने वाली कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है। इनमें प्रमुख ट्रेनें जैसे वैशाली एक्सप्रेस और आम्रपाली एक्सप्रेस शामिल हैं। ये ट्रेनें अब कुछ नए मार्गों पर चलेंगी। रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, निम्नलिखित ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है:
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आम्रपाली एक्सप्रेस (15707) – कटिहार से अमृतसर:
- 6 मार्च को कटिहार से चलने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस, जो सामान्य रूप से सीवान-भटनी-गोरखपुर कैंट मार्ग से चलती है, अब सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर कैंट मार्ग से चलाई जाएगी। इस परिवर्तन के कारण, इस ट्रेन का ठहराव देवरिया सदर स्टेशन पर नहीं होगा।
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वैशाली एक्सप्रेस (12554) – नई दिल्ली से सहरसा:
- 5 मार्च को नई दिल्ली से चलने वाली वैशाली एक्सप्रेस, जो आमतौर पर गोरखपुर कैंट-भटनी-सीवान मार्ग से चलती है, अब गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-थावे-सीवान मार्ग से जाएगी। इस बदलाव के चलते, वैशाली एक्सप्रेस का ठहराव देवरिया सदर स्टेशन पर नहीं होगा।
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अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस (14604):
- 5 मार्च को अमृतसर से चलने वाली यह एक्सप्रेस ट्रेन, जो सामान्य रूप से गोरखपुर कैंट-भटनी-सीवान मार्ग से चलती है, अब गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-थावे-सीवान मार्ग से चलेगी। इस बदलाव के चलते, अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस का भी ठहराव देवरिया सदर स्टेशन पर नहीं होगा।
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काठगोदाम-हावड़ा एक्सप्रेस (13020):
- काठगोदाम-हावड़ा एक्सप्रेस, जो 5 मार्च को काठगोदाम से चलेगी, पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में 90 मिनट की देरी से चलाई जाएगी।
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दरभंगा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन (02569):
- दरभंगा से 6 मार्च को चलने वाली दरभंगा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन 120 मिनट की देरी से पुनर्निर्धारित की जाएगी।
रूट डायवर्शन के कारण होने वाली परेशानियां
इन ट्रेन रूट्स के बदलाव से यात्रियों को थोड़ी परेशानी हो सकती है, खासकर उन यात्रियों को जिनका यात्रा देवरिया सदर स्टेशन पर था। हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह परिवर्तन केवल अस्थायी है और जैसे ही बुनियादी ढांचे का कार्य पूरा होगा, ये ट्रेनें अपनी पुरानी रूट पर लौट आएंगी।
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा से पहले रेलवे द्वारा जारी की गई नवीनतम जानकारी और अपडेट्स को ध्यान से देखें। रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप्स पर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
सुरक्षा बढ़ी, खासकर होली के दौरान
होली जैसे बड़े त्योहार के दौरान रेलवे द्वारा लंबी दूरी की ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खासकर सहरसा जैसे प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेनों की गहन जांच की जा रही है। बिहार में शराबबंदी के बाद, रेलवे पुलिस शराब तस्करी पर विशेष ध्यान दे रही है। लंबी दूरी की ट्रेनों, जैसे वैशाली एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस और कोसी एक्सप्रेस को लगातार चेक किया जा रहा है।
सहरसा स्टेशन पर 35 जोड़ी ट्रेनों का नियमित आवागमन होता है, और इन ट्रेनों की सघन जांच की जा रही है। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और उत्पाद विभाग की टीमें विशेष रूप से रेलवे मार्ग पर सक्रिय हैं, ताकि कोई भी अवैध गतिविधि न हो।
रेलवे सुरक्षा और निगरानी
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) द्वारा सहरसा स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी मदद से पूरे स्टेशन परिसर की निगरानी की जाती है। ये कैमरे सर्कुलेटिंग एरिया और प्लेटफार्म के सभी महत्वपूर्ण हिस्सों को कवर करते हैं।
रेलवे पुलिस के जवान प्लेटफार्म पर गश्त करते हैं और सर्कुलेटिंग एरिया में भी चौकसी बढ़ाई जाती है। रेल पुलिस की तैनाती रात में भी होती है, ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके।
यात्रा पर असर और क्या करें यात्री
वैशाली एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों के रूट में बदलाव के कारण यात्रियों को थोड़ी असुविधा हो सकती है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे रेलवे की वेबसाइट या ऐप्स पर जाकर अपने ट्रेन के रूट और समय का अपडेट प्राप्त करें। इसके अलावा, रेलवे द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना भी आवश्यक है, ताकि यात्रा में कोई अधिक परेशानी न हो।
रेलवे अधिकारियों ने यह भी कहा है कि यह रूट डायवर्शन अस्थायी है और जल्द ही ट्रेनों का संचालन सामान्य रूप से होगा। यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाने की सलाह दी जाती है, ताकि वे इन अस्थायी परिवर्तनों से प्रभावित न हों।
रूट डायवर्शन के फायदे
इन अस्थायी रूट परिवर्तनों के पीछे भारतीय रेलवे का उद्देश्य रेल नेटवर्क की क्षमता को बढ़ाना और यात्रा को अधिक सुरक्षित बनाना है। बैतालपुर-देवरिया सदर स्टेशन के बीच हो रहे आटोमेटिक सिग्नलिंग कार्य के बाद, इस क्षेत्र में ट्रेनों की गति और सुरक्षा में सुधार होगा।
यह आधुनिक सिग्नलिंग प्रणाली ट्रेनों के संचालन को अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाएगी, जिससे भविष्य में यात्रा में देरी कम होगी और यात्रा का अनुभव बेहतर होगा।
मुजफ्फरपुर से गुजरने वाली कई प्रमुख ट्रेनों के रूट में अस्थायी बदलाव के कारण यात्रियों को थोड़ी परेशानी हो सकती है। लेकिन यह बदलाव रेलवे द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण सुधारों का हिस्सा हैं, जो ट्रेनों के संचालन को और अधिक सुरक्षित और तेज बनाने के लिए किए जा रहे हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे रेलवे द्वारा जारी किए गए ताजे अपडेट्स को ध्यान से देखें और अपनी यात्रा को ठीक से योजना बनाकर करें।
रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि ये बदलाव सिर्फ अस्थायी हैं और जैसे ही कार्य पूरा होगा, ट्रेनों का संचालन पुराने मार्गों पर शुरू हो जाएगा। इस समय का इस्तेमाल यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव देने के लिए किया जा रहा है, और भविष्य में इससे सभी को लाभ मिलेगा।
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