Home Anjuman प्रेम चाहिए या सहारा? ओशो ने क्या कहा…

प्रेम चाहिए या सहारा? ओशो ने क्या कहा…

क्या आपने कभी खुद से पूछा है – “मैं प्रेम करता हूं या प्रेम की उम्मीद करता हूं?” इस वीडियो में एक ऐसी सच्ची कहानी है, जो आपके दिल को छू जाएगी और सोचने पर मजबूर कर देगी। एक युवक अर्जुन की प्रेम की तलाश… एक सन्यासी बाबा की रहस्यमयी सीख… और ओशो के गूढ़ विचारों का स्पर्श। जानिए, प्रेम कोई रिश्ता नहीं बल्कि एक अवस्था कैसे है!


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Ad

NO COMMENTS

Leave a ReplyCancel reply

Exit mobile version