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इजरायली सेना ने गाजा में हवाई हमले जारी रखे, स्कूल पर हमला; 100 से अधिक लोग मारे गए

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KKN गुरुग्राम डेस्क | इजरायल और हमास के बीच चल रही लड़ाई में अब तक की सबसे बड़ी झड़पें देखने को मिल रही हैं, जिसमें इजरायली सेना ने गाजा में अपने हवाई हमले जारी रखे हैं। फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार को इजरायली हवाई हमले ने गाजा के एक स्कूल को निशाना बनाया, जिसमें लगभग 14 बच्चों की मौत हो गई, और कई महिलाएं भी मारी गईं। इन हमलों के दौरान गाजा में 100 से ज्यादा लोग मारे गए, जिससे क्षेत्र में तनाव और भी बढ़ गया है। इस भीषण संघर्ष ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चिंता पैदा कर दी है, और वैश्विक स्तर पर संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए आवाज उठाई जा रही है।

गाजा में इजरायली हवाई हमले: स्कूल और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया

गाजा में इजरायली सेना की हवाई हमलों की श्रृंखला ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, गुरुवार को गाजा स्थित एक स्कूल को इजरायली विमानों ने निशाना बनाया, जिसमें कई बच्चों और महिलाओं की मौत हो गई। यह हमला तब हुआ जब स्कूल में शरण लेने वाले नागरिकों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं थी। फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में कम से कम 14 बच्चों की मौत हो गई और कई महिलाएं घायल हो गईं। यह घटना गाजा में बढ़ते हुए मानवाधिकार उल्लंघनों और नागरिकों पर हो रहे हमलों का उदाहरण है।

इसके अलावा, गाजा में कई अन्य आवासीय इमारतों, स्वास्थ्य सुविधाओं और स्कूलों को भी इजरायली हवाई हमलों का शिकार होना पड़ा है। इजरायल की सेना ने इन हमलों का औचित्य बताते हुए दावा किया कि उनका उद्देश्य हमास की सैन्य क्षमता को नष्ट करना है, लेकिन इन हवाई हमलों के कारण भारी संख्या में नागरिकों की जान जा रही है।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया: संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की मांग

गाजा में हो रही इन हिंसक घटनाओं ने दुनिया भर में गहरी चिंता पैदा की है। संयुक्त राष्ट्र और विभिन्न मानवाधिकार संगठनों ने इजरायली हवाई हमलों की आलोचना करते हुए इन हमलों को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन बताया है। विशेष रूप से, स्कूल जैसे नागरिक स्थानों को निशाना बनाना गंभीर चिंता का विषय बन गया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इजरायल से इन हमलों को रोकने की अपील की है और तत्काल युद्धविराम की मांग की है।

संयुक्त राष्ट्र ने भी दोनों पक्षों से संघर्ष को समाप्त करने और मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति की अनुमति देने की मांग की है। इसके अलावा, कई देशों ने गाजा में शरणार्थियों और पीड़ितों को मदद पहुंचाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है।

इजरायल की सैन्य कार्रवाई: हमास के खिलाफ जवाबी हमले

इजरायल की सैन्य कार्रवाई को लेकर उनका कहना है कि यह कार्रवाई उनके नागरिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। हमास द्वारा इजरायल की ओर लगातार रॉकेट हमले किए जा रहे हैं, जिससे इजरायली नागरिकों की जान को खतरा पैदा हो रहा है। इन हमलों का जवाब देने के लिए इजरायली सेना ने गाजा में अपने हवाई हमलों को तेज कर दिया है। इजरायल का कहना है कि उनका उद्देश्य हमास के सैन्य ठिकानों, हथियारों और रॉकेट लॉन्चिंग पैड्स को नष्ट करना है, ताकि हमास को इजरायल पर हमला करने से रोका जा सके।

हालांकि, इजरायल की यह सैन्य रणनीति फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए घातक साबित हो रही है, क्योंकि इन हमलों का सीधा असर उनके आवासीय क्षेत्रों पर पड़ रहा है। इजरायल की सेना ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए दावा किया है कि ये हमले जरूरी हैं, लेकिन इन हमलों की बेतहाशा बढ़ती संख्या और नागरिकों की मौत को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने चिंता व्यक्त की है।

गाजा में बढ़ती मानवीय संकट

गाजा में यह संघर्ष सिर्फ सैन्य दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी भयावह स्थिति उत्पन्न कर रहा है। गाजा में लाखों लोग अब तक अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं, और वहां की स्वास्थ्य सेवाएं भी चरमरा गई हैं। अस्पतालों में घायलों का इलाज करने के लिए जरूरी संसाधनों की भारी कमी हो रही है। मेडिकल आपूर्ति की कमी, साथ ही गाजा में इजरायल और मिस्र की ओर से लगाई गई नाकेबंदी के कारण, अंतर्राष्ट्रीय सहायता पहुंचाने में भी मुश्किलें आ रही हैं।

इन सब के बावजूद, नागरिकों को जरूरी सहायता नहीं मिल पा रही है, और कई परिवारों का जीवन संकट में पड़ा हुआ है। गाजा में युद्ध की स्थिति ने बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक बना दिया है, और यह स्थिति दिन-ब-दिन और भी बिगड़ रही है।

हमास द्वारा इजरायल पर रॉकेट हमले

गाजा में इजरायल द्वारा किए जा रहे हवाई हमलों के जवाब में, हमास भी इजरायल पर लगातार रॉकेट हमले कर रहा है। इन हमलों में इजरायल के कई शहरों, जैसे तेल अवीव और येरूशलम को निशाना बनाया गया है। इन हमलों में इजरायल ने अपनी आयरन डोम रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल किया है, जो रॉकेटों को हवा में ही नष्ट कर देती है। हालांकि, कई रॉकेट इजरायल के शहरों में गिर चुके हैं, जिससे भी जानमाल का नुकसान हुआ है।

Hamas ने इस संघर्ष को जारी रखने की धमकी दी है, और इजरायल के खिलाफ अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। जबकि इजरायल की सैन्य कार्रवाई से उनकी सैन्य क्षमताओं को नष्ट करने का उद्देश्य है, वहीं हमास का दावा है कि वे अपनी लड़ाई को समाप्त करने के लिए अपनी पूरी ताकत का उपयोग करेंगे।

क्या है संघर्ष का समाधान?

इजरायल और हमास के बीच इस संघर्ष का समाधान फिलहाल दूर-दूर तक नजर नहीं आता। दोनों पक्ष अपनी-अपनी स्थिति पर अडिग हैं, और संघर्ष बढ़ता जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कई बार युद्धविराम की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है। इस संघर्ष का कोई स्थायी समाधान निकालने के लिए दोनों पक्षों को समझौता करना होगा, और संभवतः दो-राज्य समाधान पर विचार करना होगा।

इजरायली सेना और हमास के बीच जारी युद्ध ने गाजा और इजरायल के नागरिकों के लिए भयंकर परिणाम दिए हैं। गाजा में हवाई हमले और रॉकेट हमलों के कारण सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, और स्थिति भयावह हो गई है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के आह्वान के बावजूद, संघर्ष को समाप्त करने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा सका है। यह देखा जाना बाकी है कि यह युद्ध कब और कैसे समाप्त होगा, और क्या दोनों पक्ष एक स्थायी शांति समझौते पर पहुंच पाएंगे।


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