बुधवार, जुलाई 30, 2025
होमPoliticsसीजफायर का श्रेय अमेरिका को नहीं, भारतीय सेना को जाता है: विदेश...

सीजफायर का श्रेय अमेरिका को नहीं, भारतीय सेना को जाता है: विदेश मंत्री एस. जयशंकर का दो टूक जवाब

Published on

Follow Us : Google News WhatsApp

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुआ संघर्ष और उसके बाद लागू हुआ सीजफायर अब एक राजनीतिक बहस का विषय बन गया है। खासकर तब जब एक जर्मन पत्रकार ने भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से यह सवाल पूछा कि क्या भारत इस युद्धविराम के लिए अमेरिका को धन्यवाद देगा? इस पर जयशंकर का जवाब साफ, सीधा और बेहद सटीक था— “हम अपने सैनिकों का धन्यवाद करते हैं, किसी और का नहीं।”

भारतीय सेना की कार्रवाई से घुटनों पर आया पाकिस्तान: जयशंकर

नई दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने साफ कर दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम किसी अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण नहीं, बल्कि भारतीय सेना की सख्त कार्रवाई के चलते हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के प्रमुख एयरबेस और डिफेंस सिस्टम को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया, जिसके बाद पाकिस्तान को खुद भारत के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस) को फोन करके सीजफायर की अपील करनी पड़ी।

“हमारी सेना ने जिस तरह से कार्रवाई की, उसने पाकिस्तान को मजबूर कर दिया कि वह खुद सीजफायर की मांग करे। हमारी तरफ से यह फैसला उसी वक्त लिया गया,” जयशंकर ने कहा।

सीजफायर सैन्य कमांडरों की सीधी बातचीत का नतीजा था

जयशंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच जो फायरिंग रोकी गई, वह किसी तीसरे देश की मध्यस्थता का नतीजा नहीं थी, बल्कि दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच सीधी बातचीत का परिणाम थी।

“सीजफायर का निर्णय हमारी और पाकिस्तान की सेना के उच्च अधिकारियों की बातचीत से हुआ। उससे पहले हमारी तरफ से सुबह एक प्रभावशाली जवाब दिया गया था, जिसमें पाकिस्तान के एयरबेस और डिफेंस सिस्टम को गंभीर क्षति पहुंचाई गई थी।”

क्या अमेरिका ने युद्धविराम कराया? ट्रंप के दावे पर विवाद

सीजफायर के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि अमेरिका ने दोनों देशों के बीच शांति बहाल कराने में भूमिका निभाई। इस बयान को पाकिस्तान सरकार ने भी तेजी से समर्थन दिया और इसे अपनी ‘कूटनीतिक जीत’ के रूप में प्रचारित करने की कोशिश की।

लेकिन भारत सरकार और विदेश मंत्री जयशंकर ने इस दावे को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि सीजफायर सिर्फ भारतीय सेना की ताकत और कार्रवाई के चलते संभव हुआ है। पाकिस्तान को अपनी स्थिति कमजोर लगने लगी और उसने खुद पहल करते हुए भारत से सीजफायर की गुहार लगाई।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया

हालांकि आधिकारिक रूप से ज्यादा जानकारी साझा नहीं की गई, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया था। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और रक्षा प्रतिष्ठानों पर सटीक हमले किए।

विदेश मंत्री ने इस बात की पुष्टि की कि भारत ने पहले ही संकेत दिया था कि TRF (द रेजिस्टेंस फ्रंट) जैसे आतंकी संगठन भारत में हमले की योजना बना रहे हैं। जब यह खतरा वास्तविक हो गया, तो भारतीय सेना ने तेजी से और निर्णायक कार्रवाई की।

“हमने पहले ही चेतावनी दी थी कि TRF भारत में कुछ गलत कर सकता है। जब ऐसा हुआ, तो हमने स्पष्ट जवाब दिया।”

क्या भारत-पाक के बीच परमाणु युद्ध की आशंका थी?

जयशंकर से यह सवाल भी पूछा गया कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच यह तनाव परमाणु युद्ध तक जा सकता था? इस पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“हम इस सवाल से थक चुके हैं। हमने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, आम जनता को नुकसान न हो इसका पूरा ध्यान रखा। इसके बावजूद पाकिस्तान की सेना ने हम पर फायरिंग की, जिसके जवाब में हमने कार्रवाई की।”

जयशंकर का यह बयान भारत की रणनीतिक संतुलन और संयम को दर्शाता है।

भारत की विदेश नीति: आत्मनिर्भरता और स्पष्टता

भारत सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह अपनी विदेश नीति में आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास के साथ फैसले लेती है। चाहे अमेरिका हो या कोई और देश, भारत अपने रक्षा और सुरक्षा मुद्दों पर किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को नहीं मानता।

जयशंकर ने यह संदेश साफ कर दिया कि भारत अपनी संप्रभुता से जुड़े निर्णयों में किसी भी प्रकार की विदेशी दखलअंदाजी को स्वीकार नहीं करता।

जनता का समर्थन: भारतीय सेना के साथ देश

जयशंकर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर #ThankYouIndianArmy, #OperationSindoor, और #जयशंकर_डॉक्ट्रिन जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। देशभर में लोगों ने भारतीय सेना के साहस और सरकार के स्पष्ट रुख की सराहना की।

पूर्व सैनिकों, सामरिक विश्लेषकों और आम नागरिकों ने जयशंकर की उस दृढ़ता को सराहा जिसमें उन्होंने भारत के फैसले को पूरी तरह से भारतीय सेना और नेतृत्व के पराक्रम का नतीजा बताया।

 युद्धविराम का श्रेय सेना को, न कि अमेरिका को

10 मई 2025 को भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ सीजफायर एक बार फिर दर्शाता है कि भारत अब कूटनीति और ताकत दोनों में आत्मनिर्भर राष्ट्र बन चुका है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट कर दिया कि भारत किसी के दबाव में नहीं बल्कि अपनी सैन्य शक्ति और रणनीतिक सोच के दम पर फैसले लेता है।

जब सवाल आया कि अमेरिका को धन्यवाद देना चाहिए या नहीं, तो जवाब था—

“हम भारतीय सेना का धन्यवाद करते हैं।”

यही आज के नए भारत की विदेश नीति और रक्षा रणनीति की असली तस्वीर है।

Read this article in

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

KKN Public Correspondent Initiative


Discover more from KKN Live

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

एमपी बोर्ड 10वीं सप्लीमेंट्री रिजल्ट 2025 जारी, छात्रों के लिए बड़ी राहत

मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने कक्षा 10वीं की द्वितीय परीक्षा यानी सप्लीमेंट्री...

‘सैयारा’ बनी Box Office की नई सनसनी, दुनियाभर में पार किए 400 करोड़ रुपये

सिनेमाघरों में 18 जुलाई को रिलीज़ हुई रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'सैयारा' दर्शकों के दिलों...

भारत में वोल्वो EX30 की एंट्री की तैयारी, 450 किमी से ज्यादा मिलेगी रेंज

वोल्वो इंडिया अपने इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए एक नई इलेक्ट्रिक SUV लॉन्च...

पटना में ‘डॉग बाबू’ नाम से जारी हुआ आवास प्रमाण-पत्र, प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई

पटना जिले के मसौढ़ी अंचल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है,...

More like this

जो रूट बनाम राहुल द्रविड़: टेस्ट क्रिकेट में दो दिग्गजों की तुलना

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज जो रूट ने हाल ही में टेस्ट...

2025 विधानसभा चुनाव से पहले VIP का बड़ा ऐलान, मुकेश सहनी बोले- 60 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव

बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म होती नजर आ रही है। आगामी 2025...

लोकसभा में पप्पू यादव का हमला: चीन-पाक सैन्य गठजोड़ और कश्मीर सुरक्षा नीति पर उठाए गंभीर सवाल

पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने लोकसभा में केंद्र सरकार की सुरक्षा और...

सुप्रीम कोर्ट ने बिहार की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर नहीं लगाई रोक, आधार और वोटर ID को मान्यता देने का मौखिक निर्देश

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बिहार में 1 अगस्त 2025 को जारी होने वाली...

लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर आज चर्चा, चिदंबरम के बयान से गरमाई सियासत

लोकसभा में आज पहलगाम आतंकी हमले और इसके बाद चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को...

तेज प्रताप यादव का नया राजनीतिक दांव, RJD से बाहर होकर महुआ से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा मोड़ देखने को मिला है। राष्ट्रीय...

डेनवर एयरपोर्ट पर लैंडिंग गियर आग से टली बड़ी दुर्घटना: Flight AA3023 बचा मौत से

डेनवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शनिवार दोपहर लैंडिंग गियर में अचानक आग लगने से एक...

चिराग पासवान का नीतीश सरकार पर तीखा वार, कहा – जिस सरकार को सपोर्ट कर रहा हूं, वही अपराध रोकने में नाकाम

बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। एनडीए...

कंगना रनौत ने हिमाचल में नशे की बढ़ती समस्या पर जताई चिंता

मंडी से सांसद कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे की समस्याओं, विशेष...

भारत और मालदीव के बीच रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी का दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जुलाई 2025 को मालदीव की राजधानी माले में कदम...

नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ा, बने देश के दूसरे सबसे लंबे कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री

25 जुलाई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक मील का पत्थर पार...

राबड़ी देवी का बड़ा दावा: तेजस्वी यादव की हत्या की हो चुकी है चार बार कोशिश, सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद राबड़ी देवी ने गुरुवार को एक सनसनीखेज...

भारत‑ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता: साझी समृद्धि की नई शुरुआत

भारत और ब्रिटेन के बीच तीन वर्षों से चली आ रही बातचीत के बाद...

बिहार में वोटर लिस्ट से किसी सही मतदाता का नाम नहीं हटेगा, विधानसभा में नीतीश सरकार ने दिया भरोसा

बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को लेकर चल रही आशंकाओं के...

ब्रिटेन के सैंड्रिंघम पैलेस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रचा इतिहास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया ब्रिटेन यात्रा सिर्फ कूटनीतिक बैठकों और व्यापारिक समझौतों तक...