भारत को इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में मैनचेस्टर में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। टीम की चोटों की बढ़ती लिस्ट और चयन संबंधी समस्याएं भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही हैं। जसप्रीत बुमराह की भागीदारी पर असमंजस, विकेटकीपर ऋषभ पंत की चोटिल अंगुली और अर्शदीप सिंह की फिटनेस को लेकर अनिश्चितता ने भारत के चयन प्रक्रिया को और जटिल बना दिया है। भारत को इस मैच में जीत हासिल करना बेहद जरूरी है, ताकि वे सीरीज में बने रह सकें।
जसप्रीत बुमराह की भागीदारी पर संशय
जसप्रीत बुमराह भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज हैं, लेकिन चौथे टेस्ट में उनकी भागीदारी को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। मई के मध्य में अजित आगरकर ने यह घोषणा की थी कि बुमराह इंग्लैंड में होने वाले पांच टेस्ट मैचों में से सिर्फ तीन मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस घोषणा के बाद से यह सवाल उठता रहा कि बाकी दो मैचों में से कौन से मैचों में वह नहीं खेलेंगे।
पहले टेस्ट के बाद, जब भारत 0-1 से पीछे था, तब बुमराह को बर्मिंघम टेस्ट में नहीं खेलाया गया था, जिसमें भारत ने 336 रनों से बड़ी जीत हासिल की। अब, चौथे टेस्ट के लिए बुमराह की स्थिति पर संशय बना हुआ है, लेकिन सहायक कोच रयान टेन डोएशचेट ने बेकनहैम में गुरुवार को यह संकेत दिया कि भारत बुमराह को मैनचेस्टर टेस्ट में खेलाने की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
नेट्स में गेंदबाजी से दूर रहे तेज गेंदबाज
भारत की बढ़ती चोटों के बीच, तेज गेंदबाजों की फिटनेस भी चिंता का विषय बनी हुई है। बुमराह, मोहम्मद सिराज और आकाश दीप ने बेकनहैम में नेट्स में गेंदबाजी नहीं की। लार्ड्स टेस्ट में सिराज और आकाश दीप ने क्रमशः 36.3 और 31 ओवर डाले थे, जबकि बुमराह ने 43 ओवर गेंदबाजी की थी।
यह संभवतः गेंदबाजों के शरीर पर दबाव कम करने और उनकी फिटनेस बनाए रखने के लिए किया गया एक एहतियाती कदम है। टीम प्रबंधन गेंदबाजों की स्थिति का सही तरीके से आकलन कर रहा है ताकि वे अगले मैच में पूरी तरह से फिट होकर खेल सकें।
ऋषभ पंत की चोट पर अनिश्चितता
भारत को अब ऋषभ पंत के चोटिल होने की भी चिंता है। पंत ने लार्ड्स टेस्ट के पहले दिन अपनी बायीं अंगुली में चोट लगा ली थी। इसके बाद वह सिर्फ बल्लेबाज के रूप में ही खेल सके, जबकि ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली।
जुरेल ने हालांकि 25 बाईज दिए, लेकिन इंग्लैंड की जीत का मार्जिन केवल 22 रन था, जिससे यह कहा जा सकता है कि बाईज अधिकतर गेंद की स्विंग के कारण थे। पंत की चोट के बावजूद, भारत उन्हें पूरी तरह से ठीक होने का समय देने की योजना बना रहा है। चौथे टेस्ट तक पंत की चोट ठीक हो सकती है। यदि वह विकेटकीपर के रूप में नहीं खेल सकते, तो जुरेल को अपनी भूमिका जारी रखने का मौका मिलेगा, जबकि पंत सिर्फ बल्लेबाज के रूप में खेल सकते हैं।
अर्शदीप सिंह की चोट से चयन में और उलझन
ऋषभ पंत की चोट के बाद अब भारत को एक और समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जो है अर्शदीप सिंह की चोट। अर्शदीप ने बेकनहैम में अपनी गेंदबाजी हाथ में चोट लगवाई, जिससे भारत की चयन प्रक्रिया और जटिल हो गई है।
अर्शदीप उन गेंदबाजों में से एक थे, जिनसे भारत तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में उम्मीद कर रहा था, खासकर यदि बुमराह को आराम दिया जाता है। लेकिन अब अर्शदीप की चोट के कारण उनकी उपलब्धता पर संदेह पैदा हो गया है। इससे भारत को अपनी तेज गेंदबाजी लाइन-अप को लेकर पुनः विचार करना पड़ सकता है।
चयन के मसले और भारत की चुनौतियां
बुमराह, पंत और अर्शदीप की चोटों के कारण भारत को अपने अंतिम ग्यारह को लेकर उलझन का सामना करना पड़ रहा है। यदि बुमराह को आराम दिया जाता है, तो अर्शदीप और प्रसिद्ध कृष्णा तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में चुने जा सकते थे, लेकिन अर्शदीप की चोट ने इस योजना को भी प्रभावित किया है। भारत को अब नए गेंदबाजों को मौका देने के बारे में सोचना होगा या फिर टीम की संतुलन को बदलने पर विचार करना होगा।
भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि उन्हें चौथे टेस्ट में जीत हासिल करनी है, ताकि वे सीरीज में वापसी कर सकें। पहले टेस्ट में हार के बाद, बर्मिंघम में भारत ने शानदार जीत हासिल की थी, लेकिन अब मैनचेस्टर में जीत के लिए उन्हें अपनी पूरी ताकत लगानी होगी।
क्या भारत मैनचेस्टर में कर पाएगा वापसी?
भारत को चौथे टेस्ट में जीत की उम्मीदें हैं, लेकिन उनकी चोटों और फिटनेस समस्याओं ने इस उम्मीद को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है। बुमराह की वापसी अगर संभव हुई, तो यह भारत की गेंदबाजी को मजबूत कर सकता है। पंत की फिटनेस भी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि विकेटकीपर के रूप में उनका योगदान बहुत जरूरी है।
अर्शदीप की फिटनेस पर भी ध्यान दिया जा रहा है, और भारतीय प्रबंधन पूरी कोशिश करेगा कि टीम को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मिले।
भारत के लिए चौथा टेस्ट एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। बुमराह, पंत और अर्शदीप की चोटों ने टीम के चयन में उलझनें बढ़ा दी हैं। भारत को अपने सर्वश्रेष्ठ संयोजन के साथ मैदान पर उतरने की जरूरत है, ताकि वे सीरीज में बने रह सकें। मैनचेस्टर में होने वाला यह टेस्ट भारत के लिए सीरीज में वापसी की अंतिम उम्मीद हो सकता है।