KKN गुरुग्राम डेस्क | 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरते ही एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 का भयानक हादसा हो गया। विमान उड़ान भरने के चंद मिनटों बाद ही मेघाणी नगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान हादसे में 278 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिसमें विमान के यात्री, क्रू मेंबर और नीचे मौजूद स्थानीय निवासी शामिल थे। इस त्रासदी में जान गंवाने वालों में भारत, ब्रिटेन और अमेरिका के नागरिक भी थे।
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प्रेमानंद महाराज का भावुक बयान
हादसे के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। इसी बीच जाने-माने संत प्रेमानंद महाराज ने इस त्रासदी पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा:
“यह संसार मृत्यु लोक है। यहां जो जन्म लेता है, उसकी मृत्यु निश्चित है। लेकिन मृत्यु कब, कहां और कैसे आएगी, इसका किसी को ज्ञान नहीं। यही कारण है कि हमें हर समय भगवान का नाम स्मरण करते रहना चाहिए।”
भीषण त्रासदी का उदाहरण देकर समझाया
प्रेमानंद महाराज ने इस हादसे में जलने वाले लोगों की पीड़ा को समझाते हुए कहा:
“सोचिए किसी व्यक्ति को पेट्रोल डालकर जलाया जाए। कितना कष्ट होगा। और इस हादसे में ऐसा ही कुछ हुआ है। यह एक चेतावनी है हम सबके लिए कि अगली बार यह किसी के भी साथ हो सकता है—आपके या मेरे साथ भी।”
उन्होंने आगे कहा:
“आज आप कार में बैठें, चल रहे हों, खाना खा रहे हों, या किसी अन्य कार्य में व्यस्त हों—मृत्यु किसी क्षण भी दस्तक दे सकती है। इसलिए हमें हमेशा ईश्वर के शरण में रहना चाहिए।”
धार्मिक जागरूकता की अपील
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि यह समय आध्यात्मिक आत्ममंथन का है। यह दुर्घटना एक अलौकिक संदेश लेकर आई है।
“आप भगवान का नाम लीजिए। अगर एक बार नाम लेने से भी रक्षा मिलती है, तो हजार बार लीजिए। केवल वही एक शक्ति है जो इस मृत्यु लोक में रक्षा कर सकती है।”
हादसे का आध्यात्मिक संदेश
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प्रेमानंद महाराज ने कहा कि यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक संकेत है।
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यह घटना यह दिखाती है कि जीवन बेहद अनिश्चित है और कभी भी समाप्त हो सकता है।
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उन्होंने लोगों से प्रारब्ध और कर्म के सिद्धांत को समझने और आत्मा की शांति के लिए ईश्वर की शरण में जाने की बात कही।
घटना की अपडेट: सरकारी कार्रवाई और राहत कार्य
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और राहत कार्यों की निगरानी की।
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एसडीआरएफ की टीमों ने 15 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
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फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) बरामद कर लिया गया है और जांच प्रक्रिया जारी है।
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विमान हादसे की जांच में डीजीसीए, एनटीएसबी (अमेरिका) और एएआईबी (यूके) शामिल हैं।
पीड़ित परिवारों के लिए भावनात्मक समर्थन
इस हादसे में जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके लिए प्रेमानंद महाराज ने गहरी संवेदना प्रकट की और कहा:
“जो आत्माएं इस संसार को छोड़कर चली गई हैं, उनके लिए हम सभी को प्रार्थना करनी चाहिए कि परमात्मा उन्हें शांति प्रदान करें। उनके परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति मिले।”
संतों का समाज में योगदान
प्रेमानंद महाराज जैसे आध्यात्मिक मार्गदर्शक समाज में ऐसे समय में मानसिक और भावनात्मक संबल प्रदान करते हैं जब लोग असहाय महसूस करते हैं। उनके संदेश यह बताते हैं कि धर्म और अध्यात्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि मानवता के संकट के समय में भी जीवनदायी मार्गदर्शन दे सकते हैं।
2025 का एयर इंडिया प्लेन क्रैश एक ऐसी त्रासदी है जिसने देश को झकझोर दिया है। जबकि सरकार और एजेंसियां जांच और राहत कार्यों में जुटी हैं, वहीं प्रेमानंद महाराज की बातें हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या हम मृत्यु के लिए तैयार हैं?
उनके शब्दों में—
“हम जिस दुनिया में रहते हैं, वहां कभी भी कुछ भी हो सकता है। बस ईश्वर का नाम लेने से ही जीवन में सुरक्षा और शांति मिल सकती है। यही सच्चा सहारा है।”
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