गुरूवार, जुलाई 24, 2025
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एक फोन कॉल और RAW का मिशन तबाह, कैसे भारत की चूक से पाकिस्तान बना परमाणु ताकत

1977 में भारत की एक चूक ने पूरी खुफिया रणनीति को तबाह कर दिया। RAW की योजना थी पाकिस्तान के कहुटा न्यूक्लियर प्रोजेक्ट को नष्ट करने की, लेकिन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के एक फोन कॉल ने सबकुछ बदल दिया। इस कॉल ने ना सिर्फ भारत की खुफिया एजेंसी को कमजोर किया, बल्कि पाकिस्तान को परमाणु शक्ति बना दिया। जानिए इस अनसुनी खुफिया कहानी के हर मोड़ को, जिसे इतिहास की किताबों में शायद ही पढ़ाया गया हो।

पटना में प्रशांत किशोर पर लाठीचार्ज, जन सुराज समर्थकों के विधानसभा घेराव की कोशिश पर बवाल

Prashant Kishor Faces Police Lathicharge in Patna During

पटना की सड़कों पर 23 जुलाई 2025 को एक बार फिर राजनीति उबाल पर थी, जब जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर और उनके हजारों समर्थक बिहार विधानसभा की ओर मार्च कर रहे थे। उद्देश्य था शांतिपूर्ण तरीके से सरकार को जनता की मांगों का Memorandum सौंपना, लेकिन हालात तब बिगड़ गए जब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए Lathicharge किया। प्रशांत किशोर और उनकी टीम ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई जानबूझकर की गई और इसका मकसद लोकतांत्रिक आवाज़ों को दबाना था।

विधानसभा के बाहर बैरिकेडिंग, आगे बढ़ते ही चला लाठीचार्ज

प्रशांत किशोर अपने समर्थकों के साथ पटना में Bihar Assembly Protest के तहत मार्च कर रहे थे। जैसे ही जन सुराज का काफिला विधानसभा के नजदीक पहुंचा, पहले से मौजूद पुलिस बल ने उन्हें रोकने के लिए भारी बैरिकेडिंग लगा रखी थी। जब प्रदर्शनकारी इन अवरोधों को पार करने की कोशिश करने लगे, तो पुलिस ने बल प्रयोग किया। इस दौरान लाठियों से कुछ समर्थकों को चोटें भी आईं, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हो गया।

प्रशांत किशोर बोले – हम शांतिपूर्वक ज्ञापन देना चाहते थे

लाठीचार्ज के बाद मीडिया से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी मंशा किसी टकराव की नहीं थी। उनका कहना था कि वे सिर्फ मुख्यमंत्री को वह ज्ञापन देना चाहते थे जिस पर एक करोड़ से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हैं। यह ज्ञापन उन वादों की याद दिलाने के लिए था जो सरकार ने जनता से किए थे लेकिन अब तक पूरे नहीं किए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार संवाद से भागेगी, तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा।

94 लाख परिवारों को दो-दो लाख का वादा, अब तक एक रुपया भी नहीं

प्रशांत किशोर के अनुसार, दो वर्ष पहले राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि वह 94 लाख गरीब परिवारों को दो-दो लाख रुपये की सहायता देगी। लेकिन हकीकत यह है कि आज तक किसी भी परिवार को एक रुपया तक नहीं मिला। उन्होंने इसे केवल चुनावी वादा करार दिया और कहा कि जनता को धोखा दिया गया है। जन सुराज ने राज्य भर में Signature Campaign चलाकर इस विषय में जागरूकता फैलाई और उसी का नतीजा यह आंदोलन है।

‘यह तो सिर्फ शुरुआत है, तीन महीने में हिसाब बराबर करेंगे’

अपनी तीखी प्रतिक्रिया में प्रशांत किशोर ने कहा कि यह तो सिर्फ संघर्ष की शुरुआत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक सरकार का कोई प्रतिनिधि आकर ज्ञापन नहीं लेता, तब तक वे वहीं धरने पर बैठे रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगले तीन महीने में जनता का गुस्सा इतना व्यापक होगा कि सरकार को जवाब देना पड़ेगा। किशोर ने यहां तक कहा कि यदि मुख्यमंत्री से बात नहीं हुई, तो वे एक लाख लोगों के साथ नीतीश कुमार के घर तक मार्च करेंगे।

‘सरकार को जनता की आवाज सुननी ही पड़ेगी’

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और उसे दबाया नहीं जा सकता। उनका दावा है कि जन सुराज का आंदोलन किसी दल विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि जनहित के मुद्दों को लेकर है। उन्होंने कहा कि उनकी टीम गांव-गांव, पंचायत-पंचायत जाकर जनता से संवाद कर रही है और यही संपर्क सरकार को असहज कर रहा है।

पुलिस ने कार्रवाई को बताया ज़रूरी, लेकिन उठे सवाल

पुलिस प्रशासन की ओर से लाठीचार्ज को उचित बताया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने नो-एंट्री जोन में जबरन प्रवेश करने की कोशिश की और कानून व्यवस्था के तहत उन्हें रोका गया। हालांकि, जन अधिकार कार्यकर्ताओं और नागरिक संगठनों ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि शांतिपूर्ण विरोध करना संविधानिक अधिकार है और उसे बल प्रयोग से कुचला नहीं जाना चाहिए।

चुनाव से पहले बढ़ती राजनीतिक गर्मी

यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब बिहार में विधानसभा चुनाव करीब हैं और राजनीतिक माहौल पहले से ही गर्म है। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी तेजी से प्रदेश में ground level पर पकड़ बना रही है। इस आंदोलन और पुलिस कार्रवाई के बाद, किशोर की छवि एक मजबूत विपक्षी नेता के रूप में और उभरती दिखाई दे रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह जन आंदोलन उन्हें चुनावी लाभ भी दिला पाएगा।

जन सुराज का आगामी एजेंडा

प्रशांत किशोर ने साफ किया है कि यह आंदोलन अब राज्यव्यापी रूप लेगा। उनकी योजना है कि आने वाले दिनों में पूरे बिहार में जनसभाएं, पदयात्राएं और जिला स्तर पर प्रदर्शन आयोजित किए जाएं। उनका फोकस लोगों की समस्याओं को सीधे सरकार के सामने लाना है। जन सुराज की यह रणनीति स्पष्ट संकेत देती है कि वह 2025 के चुनाव में अपनी भूमिका मजबूत करने की तैयारी कर चुका है।

पटना में हुआ यह लाठीचार्ज सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन की कहानी नहीं है, बल्कि यह बिहार की राजनीति में उभरते एक नए संघर्ष की शुरुआत है। प्रशांत किशोर, जो कभी पर्दे के पीछे रणनीति गढ़ते थे, अब खुलकर मैदान में उतर आए हैं। उनके नेतृत्व में जन सुराज अब सत्ता से सीधे सवाल पूछ रहा है। और जनता—जो अब तक केवल सुनती आई है—अब प्रतिक्रिया देने को तैयार दिख रही है।

मैनचेस्टर टेस्ट: इंग्लैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी, अंशुल कंबोज का टेस्ट डेब्यू, करुण नायर बाहर

IND vs ENG Manchester Test: England Wins Toss, Anshul Kamboj Makes Test Debut, Karun Nair Dropped

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर में खेला जा रहा है, जहां इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। इस समय भारत सीरीज में 1-2 से पीछे चल रहा है और यदि उसे सीरीज की उम्मीदें कायम रखनी हैं, तो मैनचेस्टर टेस्ट हर हाल में जीतना अनिवार्य होगा। इस दबावपूर्ण स्थिति को देखते हुए टीम इंडिया ने अपनी Playing XI में कई अहम बदलाव किए हैं।

सबसे बड़ा बदलाव तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज के रूप में देखने को मिला है, जिन्हें इस मैच में Test debut करने का मौका मिला है। वहीं, करुण नायर को टीम से बाहर कर दिया गया है।

मैनचेस्टर में मिला डेब्यू का सुनहरा मौका

तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को इस मुकाबले में भारत की ओर से टेस्ट कैप दी गई है। यह मौका उन्हें तब मिला जब अर्शदीप सिंह और आकाश दीप चोट के चलते इस टेस्ट से बाहर हो गए। दिलचस्प बात यह है कि वर्ष 1990 में भारतीय स्पिन दिग्गज अनिल कुंबले ने भी अपना टेस्ट डेब्यू मैनचेस्टर में ही किया था। इतना ही नहीं, अंशुल और कुंबले दोनों के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दस विकेट लेने का रिकॉर्ड भी है। यह संयोग क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक विशेष चर्चा का विषय बन गया है।

करुण नायर टीम से बाहर, साई सुदर्शन को मिला मौका

पिछले तीन टेस्ट मैचों में करुण नायर का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था। उन्होंने ना तो बल्ले से योगदान दिया और ना ही अपने अनुभव का लाभ टीम को दिला पाए। नतीजतन, उन्हें मैनचेस्टर टेस्ट की Playing XI से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। उनकी जगह अब युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन को मौका दिया गया है, जो इस लंबे प्रारूप में अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं।

शार्दुल ठाकुर की वापसी, नीतीश कुमार रेड्डी बाहर

नीतीश कुमार रेड्डी चोट के चलते सीरीज से बाहर हो चुके हैं, और उनकी जगह ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को शामिल किया गया है। ठाकुर के आने से टीम को मध्यक्रम में स्थिरता और गेंदबाजी में अतिरिक्त विकल्प मिलेगा। खासकर विदेशी पिचों पर उनका अनुभव टीम के लिए अहम साबित हो सकता है।

शुभमन गिल की कप्तानी बरकरार, पंत की भूमिका भी अहम

शुभमन गिल इस टेस्ट में भी कप्तानी की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, क्योंकि रोहित शर्मा अब तक पूरी तरह फिट नहीं हैं। गिल की कप्तानी अब तक मिश्रित रही है, लेकिन अब उनके नेतृत्व में टीम को वापसी करनी होगी। विकेटकीपर की भूमिका में ऋषभ पंत बरकरार हैं और उनसे बैटिंग के साथ-साथ पीछे से मार्गदर्शन की भी उम्मीद रहेगी।

इंग्लैंड ने गेंदबाजी को दी प्राथमिकता

मैनचेस्टर की पिच पर हल्की नमी और बादल छाए रहने की संभावना को देखते हुए इंग्लैंड ने टॉस जीतते ही गेंदबाजी का फैसला लिया। यह फैसला इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों जैसे जोफ्रा आर्चर और क्रिस वोक्स के पक्ष में जाता है, जो नई गेंद के साथ बल्लेबाजों के लिए चुनौती पेश कर सकते हैं। कप्तान बेन स्टोक्स भी अपने तेज गेंदबाजों के साथ आक्रामक फील्डिंग सेटअप के जरिए भारत पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाएंगे।

भारत की प्लेइंग इलेवन

भारत ने इस टेस्ट के लिए अनुभव और युवा जोश का संतुलन साधने की कोशिश की है।

  • यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल सलामी बल्लेबाज होंगे।

  • साई सुदर्शन तीसरे नंबर पर खेलेंगे।

  • कप्तान शुभमन गिल और ऋषभ पंत मध्यक्रम को मजबूती देंगे।

  • निचले क्रम में रविंद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर मौजूद रहेंगे।

  • गेंदबाजी आक्रमण की कमान जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और डेब्यू कर रहे अंशुल कंबोज के हाथों में होगी।

इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन

इंग्लैंड ने अपनी स्थिर टीम संरचना को बरकरार रखा है।

  • जैक क्रॉली और बेन डकेट ओपनिंग जोड़ी के रूप में उतरेंगे।

  • मध्यक्रम में ओली पोप, जो रूट और हैरी ब्रूक शामिल हैं।

  • कप्तान बेन स्टोक्स ऑलराउंड भूमिका में रहेंगे।

  • विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी जैमी स्मिथ के पास है।

  • गेंदबाजी में क्रिस वोक्स, ब्राइडन कार्स, जोफ्रा आर्चर और स्पिनर लियाम डॉसन का नाम शामिल है।

मौसम की भूमिका अहम

मैनचेस्टर का मौसम इस टेस्ट मैच के पहले दिन का रुख तय कर सकता है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश की संभावना है, जो खेल में रुकावट डाल सकती है। अगर पहले दिन का खेल प्रभावित हुआ, तो यह गेंदबाजों को अतिरिक्त मदद दे सकता है। भारत को सतर्क रहकर शुरुआत करनी होगी, क्योंकि शुरुआती झटकों से बचना जरूरी है।

रणनीति और संयम की परीक्षा

यह मुकाबला सिर्फ स्कोर बोर्ड पर रन बनाने की नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती और रणनीति की भी परीक्षा है। भारत को अपनी top order से ठोस शुरुआत की उम्मीद होगी, ताकि मिडिल ऑर्डर के लिए राह आसान हो सके। दूसरी ओर, इंग्लैंड अपने गेंदबाजों से शुरुआत में ही बढ़त बनाने की कोशिश करेगा।

मैनचेस्टर का ऐतिहासिक महत्व

भारतीय क्रिकेट के लिए मैनचेस्टर हमेशा एक विशेष स्थान रहा है। चाहे वह 1990 में अनिल कुंबले का डेब्यू हो या वर्ल्ड कप में ऐतिहासिक जीतें, यह मैदान कई यादगार पलों का साक्षी रहा है। अब यदि अंशुल कंबोज इस मैच में प्रभाव छोड़ते हैं और भारत जीत की राह पकड़ता है, तो यह मैदान एक बार फिर इतिहास रचने का गवाह बन सकता है।

चौथा टेस्ट भारत के लिए सिर्फ एक मुकाबला नहीं बल्कि एक अवसर है—सीरीज में वापसी का। नई Playing XI, नए चेहरे और नए जोश के साथ भारत इस मुकाबले में उतरा है। शुभमन गिल की कप्तानी में यह टीम इंग्लैंड को उसी की धरती पर चुनौती देने के लिए तैयार है। अब देखना है कि मैदान पर कौन सी टीम रणनीति को बेहतर ढंग से अमल में लाती है।

मैनचेस्टर के इस टेस्ट में हर सत्र, हर रन और हर विकेट की कीमत तय करेगी कि सीरीज की तस्वीर आगे कैसी दिखेगी।

OnePlus 15T की लॉन्चिंग की तैयारी, Samsung Galaxy S26 और Xiaomi 16 को दे सकता है कड़ी टक्कर

OnePlus 15T Expected to Launch in 2026, May Rival Galaxy S26 and Xiaomi 16

OnePlus तेजी से अपने आगामी स्मार्टफोन OnePlus 15T पर काम कर रहा है, जो 2026 में लॉन्च होने वाला है। यह नया फोन सीधे तौर पर Samsung Galaxy S26 और Xiaomi 16 जैसे हाई-एंड फ्लैगशिप फोनों को टक्कर देने के लिए आ रहा है।

OnePlus के इस नए मॉडल को लेकर टेक यूजर्स और फैन्स के बीच काफी उत्सुकता देखी जा रही है। खासतौर पर जब से इसकी कीमत और फीचर्स को लेकर कुछ लीक रिपोर्ट्स सामने आई हैं, इसने बाजार में हलचल मचा दी है।

OnePlus 13T से सस्ती हो सकती है नई डिवाइस

चीन के मशहूर टिपस्टर Digital Chat Station ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर दावा किया है कि OnePlus 15T की कीमत पिछले मॉडल यानी OnePlus 13T से कम हो सकती है।

भारत में OnePlus 13T को OnePlus 13s के नाम से लॉन्च किया गया था। यह फोन परफॉर्मेंस और डिजाइन के मामले में मजबूत रहा, लेकिन कुछ फीचर्स की कमी के चलते इसे आलोचना का सामना भी करना पड़ा। ड्यूल कैमरा सेटअप, वायरलेस चार्जिंग की गैर मौजूदगी और IP68 रेटिंग का न होना, यूज़र्स के लिए कमी की तरह देखा गया।

अब उम्मीद है कि कंपनी OnePlus 15T में इन सभी कमियों को दूर करेगी, और इसे एक fully-loaded flagship smartphone के तौर पर पेश किया जाएगा।

ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और वायरलेस चार्जिंग की संभावना

OnePlus 15T में इस बार Triple Rear Camera Setup दिया जा सकता है, जिसमें मुख्य सेंसर के साथ Ultra-wide और Telephoto लेंस शामिल हो सकते हैं।

इस कैमरा सिस्टम की मदद से फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिंग की क्वालिटी काफी बेहतर हो सकती है। इसके अलावा फोन में इस बार wireless charging और 3D fingerprint sensor जैसे प्रीमियम फीचर्स दिए जाने की भी उम्मीद है।

OnePlus अपने यूज़र्स को इस बार और भी स्मार्ट और इंटेलिजेंट फोटोग्राफी टूल्स दे सकता है, जो कि AI आधारित होंगे।

7000mAh बैटरी और फास्ट चार्जिंग का दमदार कॉम्बिनेशन

लीक रिपोर्ट्स के अनुसार, OnePlus 15T में 7000mAh की बड़ी बैटरी देखने को मिल सकती है, जो कि इस सेगमेंट के किसी भी स्मार्टफोन से कहीं ज्यादा है।

यह बैटरी लंबे समय तक बैकअप देने में सक्षम होगी, चाहे आप heavy gaming कर रहे हों या लगातार वीडियो स्ट्रीमिंग। इतना ही नहीं, कंपनी इस बार 80W की Fast Charging भी दे सकती है, जिससे इतनी बड़ी बैटरी भी कुछ ही मिनटों में चार्ज हो सकेगी।

बैटरी के साथ यह पावरफुल कॉम्बिनेशन OnePlus 15T को मार्केट में एक अलग पहचान दिला सकता है।

Snapdragon 8 Elite Gen 2 चिपसेट और बेहतर परफॉर्मेंस

OnePlus 15T में Snapdragon 8 Elite Gen 2 प्रोसेसर दिया जा सकता है, जो अपने पिछले वर्ज़न की तुलना में 25 प्रतिशत ज्यादा तेज बताया जा रहा है।

यह प्रोसेसर heavy multitasking, गेमिंग और high-performance ऐप्स के लिए बेहतर अनुभव देगा। OnePlus अपने सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन के लिए भी जाना जाता है, जिससे यूज़र्स को लैग-फ्री और स्मूथ परफॉर्मेंस की उम्मीद की जा सकती है।

फोन में 6.3 इंच का हाई-रिज़ॉल्यूशन डिस्प्ले होने की भी जानकारी मिल रही है, जो देखने में कॉम्पैक्ट जरूर है, लेकिन विजुअल एक्सपीरियंस के मामले में कोई समझौता नहीं करेगा।

Oxygen OS 16 के साथ मिलेगा Android 16 का अनुभव

OnePlus 15T में Android 16 आधारित Oxygen OS 16 देखने को मिलेगा, जो कंपनी का खुद का कस्टम यूजर इंटरफेस है।

इस OS में कई तरह के AI Powered Features शामिल हो सकते हैं, जो स्मार्टफोन को और भी इंटेलिजेंट बनाएंगे। जैसे कि स्मार्ट बैटरी मैनेजमेंट, कैमरा सीन डिटेक्शन, और ऐप्स के लिए ऑटोमेटिक सुझाव।

Oxygen OS को उसके क्लीन इंटरफेस और तेज परफॉर्मेंस के लिए पसंद किया जाता है, और OnePlus 15T में इसका अगला वर्जन और भी बेहतर अनुभव दे सकता है।

ग्लोबल कीमत और भारत में लॉन्च की संभावनाएं

OnePlus 15T की ग्लोबल कीमत को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन शुरुआती अनुमान के अनुसार यह करीब 600 डॉलर में लॉन्च हो सकता है।

अगर OnePlus इस कीमत पर 7000mAh बैटरी, ट्रिपल कैमरा, Fast Charging और लेटेस्ट प्रोसेसर जैसी सुविधाएं देता है, तो यह फोन Samsung और Xiaomi जैसे ब्रांड्स के मुकाबले एक बड़ा विकल्प बन सकता है।

भारत में OnePlus के यूज़र्स की संख्या बड़ी है, इसलिए माना जा रहा है कि कंपनी इस स्मार्टफोन को यहां काफी प्रतिस्पर्धी कीमत पर लॉन्च करेगी।

2026 का सुपरस्टार बन सकता है OnePlus 15T

OnePlus 15T महज एक अपग्रेडेड वर्ज़न नहीं बल्कि एक ऐसा फ्लैगशिप फोन हो सकता है, जो 2026 की स्मार्टफोन रेस में गेम चेंजर बन जाए।

ट्रिपल कैमरा, पावरफुल बैटरी, वायरलेस चार्जिंग, और नया प्रोसेसर जैसे फीचर्स इसे बाकी ब्रांड्स के मुकाबले काफी आगे ले जा सकते हैं।

अगर कंपनी अपने वादों पर खरी उतरती है और लॉन्च के समय आक्रामक प्राइसिंग अपनाती है, तो OnePlus 15T 2026 का सबसे चर्चित और पसंदीदा स्मार्टफोन साबित हो सकता है।

OnePlus के फैन्स और टेक एक्सपर्ट्स अब इसके लॉन्च की आधिकारिक घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

 

क्यूंकि सास भी कभी बहू थी 2: स्मृति ईरानी लौट रहीं तुलसी विरानी के रूप में, कास्ट और रिलीज तिथि की जानकारी

Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi 2: Smriti Irani Returns as Tulsi, Cast Revealed, Release Date Confirmed

पूरे समय राजनीति में सक्रिय और टीवी की लोकप्रिय कलाकार रहीं स्मृति ईरानी अब छोटे पर्दे पर अपनी वापसी करने जा रही हैं। वे फिर से क्यूंकि सास भी कभी बहू थी सीरियल में अपनी यादगार भूमिका तुलसी विरानी को निभाएंगी। यह धारावाहिक मूल रूप से 2000 के दशक की शुरुआत में प्रसारित हुआ था और भारतीय टेलीविजन पर सबसे बड़ी हिट कहानियों में गिना गया था।

अब चौथाई सदी बाद यह शो क्यूंकि सास भी कभी बहू थी 2 के रूप में फिर से उभर रहा है। इसमें तुलसी विरानी की वापसी दर्शकों को पुराने रिश्तों और पारिवारिक ड्रामे की याद दिलाएगी।

पुरानी और नई कास्ट में तालमेल

जब नया टीज़र जारी हुआ, सोशल मीडिया पर फैंस ने खुशी से प्रतिक्रिया दी। अब इस सीजन की कास्ट भी घोषित कर दी गई है।

पुराने किरदारों में अमर उपाध्याय (मीहिर विरानी), हीतेन तेजवानी, गौरी प्रधान, शक्ती आनंद, रितु सेठ और केतवी डेव शामिल हैं। वे पुराने और नए प्लॉट को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएंगे।

इसके अलावा कुछ नए कलाकार भी आगे आए हैं। रोहित सुचांती, शगुन शर्मा, अमन गांधी, तनिषा मेहता, प्राची सिंह और अंकित भाटिया जैसे युवा कलाकार अब विरानी परिवार की अगली पीढ़ी का चेहरा बनेंगे। ये किरदार पारिवारिक संबंधों, द्वंद्वों और नए दृष्टिकोण को पर्दे पर उभारेंगे।

रिलीज तिथि और स्ट्रीमिंग की जानकारी

सरकारी रूप से पुष्टि की गई है कि धारावाहिक क्यूंकि सास भी कभी बहू थी 2, 29 जुलाई 2025 को रात 10:30 बजे स्टार प्लस पर प्रसारित होगा। इसके अलावा यह जियो हॉटस्टार प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध होगा। इस संयुक्त वितरण से परंपरागत और डिजिटल दोनों दर्शकों को आसानी होगी।

टीज़र में स्मृति ईरानी की वापसी दर्शकों के लिए एक मजबूत भावनात्मक पल लेकर आ रही है, जो आने वाले पारिवारिक रहस्यों और भावनात्मक ट्विस्ट का संकेत देती है।

स्मृति ईरानी का बयान: ‘मैं फुल‑टाइम राजनेता, पार्ट‑टाइम अभिनेत्री’

एक हालिया इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट कहा, “मैं मुख्य रूप से राजनीतिज्ञ हूं और कभी‑कभार अभिनय करती हूं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि तुलसी विरानी का किरदार उनके लिए व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्वीकार किया कि टीवी की दुनिया बदल चुकी है, लेकिन पारिवारिक कहानियों की भावनात्मक ताकत वह अब भी कायम है।

यादों की गहराई: भारतीय टीवी का एक युग

2000 में जब यह धारावाहिक शुरू हुआ, तब यह परिवार, रिश्ते और नैतिकता जैसे विषयों पर आधारित कथा का वाहक बन गया। तुलसी विरानी का किरदार आदर्श बहू‑जननी के रूप में स्थापित हुआ और यह धारावाहिक करीब आठ वर्षों तक चला। अब दूसरे सीजन में वह पुरानी जोड़ को आधुनिक अर्थों के साथ आगे बढ़ाएंगे।

रिपोर्ट्स के अनुसार दूसरी कड़ी में कहानी अब विरानी परिवार की नई पीढ़ी के इर्द‑गिर्द घूमेगी। पारिवारिक राजनीति, सास‑बहू के संबंध और निष्ठा अब भी केंद्र में रहेंगे। लेकिन इसमें मानवीय संवेदनशीलता और युवा दृष्टिकोण का समावेश होगा।

तुलसी विरानी अब परिवार की मार्गदर्शक या साक्षी की भूमिका में नजर आएंगी। टीज़र की डायलॉग में परिवार के पुराने राज़ और नए बदलाव की झलक मिलती है।

क्यूंकि सास भी कभी बहू थी 2 सिर्फ एक सीक्वल नहीं, बल्कि उन कहानियों और चरित्रों की वापसी है जिन्होंने भारतीय टीवी पर अमिट छाप छोड़ी थी। यह पुराने विश्वसनीय दर्शकों के साथ-साथ नई पीढ़ी को भी जोड़ने का इंतज़ाम है।

स्मृति ईरानी के नेतृत्व में यह शो पुरानी यादों और नई उम्मीदों का संगम बनकर प्रस्तुत होगा। 29 जुलाई को स्टार प्लस और हॉटस्टार पर तुलसी विरानी की वापसी का इंतज़ार रहेगा।

CBSE 12वीं रिवैल्यूएशन रिजल्ट 2025 जारी: ऐसे चेक करें अपना अपडेटेड स्कोर

CBSE Class 12 Revaluation Results 2025 Declared: Here’s How to Check the Updated Score

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12वीं के रिवैल्यूएशन और वेरिफिकेशन रिजल्ट 2025 को आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया है। जिन विद्यार्थियों ने अपने मार्क्स को लेकर आपत्ति जताते हुए रिवैल्यूएशन या वेरिफिकेशन के लिए आवेदन किया था, वे अब अपना संशोधित परिणाम बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के अंतर्गत बोर्ड ने विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच कराई और जिन मामलों में त्रुटि पाई गई, उन्हें ठीक किया गया।

CBSE का यह कदम पारदर्शिता और निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे छात्रों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इससे उन छात्रों को विशेष रूप से लाभ मिलता है जो विश्वविद्यालयों और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए कटऑफ मार्क्स की सीमा को पार करने की उम्मीद में रहते हैं।

कैसे करें रिजल्ट चेक

छात्रों को अपने रिवैल्यूएशन या वेरिफिकेशन का रिजल्ट चेक करने के लिए results.cbse.nic.in वेबसाइट पर जाना होगा। यहां वे ‘Class 12 Revaluation Result 2025’ लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें अपना रोल नंबर, स्कूल नंबर, एडमिट कार्ड आईडी और जन्म तिथि दर्ज करनी होगी। सफलतापूर्वक लॉगिन करने के बाद उनका संशोधित रिजल्ट स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा, जिसे वे डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं।

यह ध्यान रखना जरूरी है कि छात्र वही जानकारी दर्ज करें जो परीक्षा फॉर्म भरते समय दी गई थी। गलत जानकारी दर्ज करने पर रिजल्ट खुलने में दिक्कत हो सकती है।

रिवैल्यूएशन क्यों है जरूरी

कई बार छात्रों को लगता है कि उन्हें अपेक्षित अंक नहीं मिले हैं या उत्तर पुस्तिका की जांच में गलती हुई है। ऐसे में रिवैल्यूएशन एक अहम विकल्प बनता है। इसके माध्यम से बोर्ड यह सुनिश्चित करता है कि किसी छात्र के साथ अन्याय न हो। इससे छात्रों को अपनी मेहनत का वास्तविक मूल्यांकन मिल पाता है। रिवैल्यूएशन में अकसर ऐसे उत्तर चिन्हित किए जाते हैं जिन्हें मूल मूल्यांकन में अनदेखा कर दिया गया था या फिर अंक जोड़ने में गलती हुई थी।

CBSE 12वीं रिजल्ट 2025 का परफॉर्मेंस एनालिसिस

इस साल सीबीएसई की कक्षा 12वीं की मुख्य परीक्षा में कुल पास प्रतिशत 88.39 प्रतिशत दर्ज किया गया। लड़कियों ने एक बार फिर बेहतर प्रदर्शन करते हुए 91.64 प्रतिशत का पास प्रतिशत हासिल किया, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 85.70 प्रतिशत रहा। ट्रांसजेंडर श्रेणी के सभी छात्रों ने परीक्षा पास की, जिससे इस वर्ग में शत-प्रतिशत सफलता दर दर्ज हुई।

परीक्षा में कुल 17,04,367 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से 16,92,794 छात्र परीक्षा में सम्मिलित हुए। सफल होने वाले छात्रों की संख्या 14,96,307 रही। यह आंकड़ा दिखाता है कि बड़ी संख्या में छात्र रिवैल्यूएशन का सहारा लेते हैं, खासकर वे जिनका स्कोर कटऑफ के बहुत करीब होता है।

कॉलेज एडमिशन पर असर

रिवैल्यूएशन से छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश पाने का एक और अवसर मिलता है। कई बार एक या दो अंकों के कारण छात्र अपने मनपसंद कोर्स या कॉलेज से चूक जाते हैं। संशोधित अंक उन्हें दोबारा प्रतियोगिता में आगे लाने का अवसर प्रदान करते हैं। भारत के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय रिवैल्यूएशन के बाद प्राप्त अंक स्वीकार करते हैं, बशर्ते समय पर अपडेटेड स्कोर प्रस्तुत किया जाए।

डिजिटल प्लेटफॉर्म की भूमिका

CBSE ने अपने रिजल्ट सिस्टम को पूरी तरह डिजिटल बना दिया है, जिससे छात्रों को फॉर्म भरने, शुल्क जमा करने और परिणाम देखने तक की सभी सुविधाएं ऑनलाइन मिलती हैं। इससे न सिर्फ प्रक्रिया तेज हुई है बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को भी लाभ मिला है जो पहले इन सुविधाओं से वंचित रह जाते थे। डिजिटल सेवाओं के माध्यम से बोर्ड ने समय की बचत की है और प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाया है।

रिवैल्यूएशन में क्या बदलता है?

यह समझना जरूरी है कि रिवैल्यूएशन केवल उन्हीं मामलों में अंक बढ़ाता है जिनमें वास्तव में गलती पाई जाती है। कई बार छात्रों को लगता है कि उनका उत्तर सही था, लेकिन बोर्ड की मूल्यांकन पद्धति के अनुसार वह उत्तर मान्य नहीं होता। इसीलिए, बोर्ड केवल उन्हीं उत्तरों को संशोधित करता है जिनमें तकनीकी या गणना संबंधी त्रुटि होती है।

अगर किसी छात्र के अंक बढ़ते हैं, तो अपडेटेड मार्कशीट को ही अंतिम माना जाएगा। यह मार्कशीट कॉलेज में दाखिले, छात्रवृत्ति या अन्य दस्तावेज़ी जरूरतों के लिए वैध मानी जाती है। यदि अंक नहीं बढ़ते, तो छात्र को वही मूल अंक मानने होंगे।

विद्यार्थियों को क्या करना चाहिए आगे?

जो छात्र अपने रिवैल्यूएशन का रिजल्ट प्राप्त कर चुके हैं, वे अब अपने कॉलेजों या संबंधित संस्थानों को जानकारी दें। यदि नया अंक किसी कटऑफ या मेरिट लिस्ट को प्रभावित करता है, तो उसे तुरंत प्रस्तुत करें। कई कॉलेज रिवाइज्ड रिजल्ट को स्वीकार करते हैं यदि वह समय पर जमा किया जाए।

जो छात्र इस बार भी वांछित अंक हासिल नहीं कर पाए हैं, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। शैक्षणिक जीवन में ऐसे उतार-चढ़ाव सामान्य हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि छात्र अब आगे की योजना बनाएं—चाहे वह नया कोर्स चुनना हो या फिर किसी अन्य प्रवेश परीक्षा की तैयारी करनी हो।

सीबीएसई ने यह बार-बार स्पष्ट किया है कि उसका मूल्यांकन निष्पक्ष और योग्यता आधारित होता है। फिर भी, बोर्ड छात्रों की संतुष्टि और विश्वास बनाए रखने के लिए रिवैल्यूएशन जैसी प्रक्रिया को जारी रखता है। यही कारण है कि छात्र, अभिभावक और शिक्षक बोर्ड की प्रक्रिया पर भरोसा करते हैं।

रिवैल्यूएशन रिजल्ट का शीघ्र प्रकाशन इस बात का संकेत है कि CBSE विद्यार्थियों की सुविधा को प्राथमिकता देता है और उसकी प्रशासनिक दक्षता लगातार बेहतर हो रही है।

CBSE कक्षा 12वीं के रिवैल्यूएशन रिजल्ट 2025 ने हजारों छात्रों के लिए राहत और स्पष्टता प्रदान की है। यह न केवल मूल्यांकन की पारदर्शिता का प्रतीक है, बल्कि छात्रों को उनकी मेहनत का उचित परिणाम दिलाने की दिशा में एक अहम पहल भी है।

अब छात्रों को चाहिए कि वे इस अपडेटेड परिणाम के आधार पर अपने अगले शैक्षणिक कदम की योजना बनाएं। चाहे वह विश्वविद्यालय में प्रवेश हो, किसी स्कॉलरशिप के लिए आवेदन हो या करियर की दिशा तय करना—यह संशोधित स्कोर उनकी यात्रा को और सुगम बना सकता है।

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर गरमाई सियासत, कांग्रेस नेता उदित राज ने उठाया ‘जाट फैक्टर’ का मुद्दा

Jagdeep Dhankhar Resignation Sparks “Jat Factor” Storm

देश के उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। भले ही उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद छोड़ा हो, लेकिन विपक्ष इस कदम के पीछे गहरी सियासी रणनीति देख रहा है। खासकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने इस मुद्दे पर ‘जाट फैक्टर’ का जिक्र कर पूरे मामले को एक नई दिशा दे दी है।

उदित राज का कहना है कि भाजपा को अब जाट नेताओं पर भरोसा नहीं रहा। उन्होंने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा ने पहले उन्हें दरकिनार किया और अब वही रवैया जगदीप धनखड़ के साथ अपनाया गया है।

उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “धनखड़ जी सत्यपाल मलिक के बाद दूसरे बड़े जाट नेता हैं जिनका सफाया भाजपा ने कर दिया है। शायद भाजपा को जाट नेताओं पर विश्वास नहीं है।” उदित राज का यह भी कहना है कि भाजपा को हरियाणा में नॉन-जाट फॉर्मूला बहुत फायदेमंद साबित हुआ, इसलिए अब वह जाट नेताओं को आगे नहीं लाना चाहती।

हरियाणा मॉडल की देशभर में छाप


भाजपा की रणनीति की बात करें तो हरियाणा में नॉन-जाट नेतृत्व का फार्मूला काफी हद तक सफल रहा। 2014 में मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने परंपरागत राजनीति से हटकर दांव खेला था। इसी मॉडल को अब राष्ट्रीय राजनीति में भी लागू करने की कोशिश के संकेत मिल रहे हैं।

उदित राज का दावा है कि भाजपा अब केवल जाट वोट चाहती है, लेकिन नेतृत्व की जिम्मेदारी उन्हें नहीं देना चाहती। उनका कहना है कि यह रवैया पार्टी के भीतर जाट समुदाय के नेताओं को हाशिये पर धकेलने का प्रयास है।

विपक्ष का बदलता रुख


जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद एक दिलचस्प स्थिति यह भी सामने आई है कि जिन विपक्षी सांसदों ने कभी उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही थी, वही अब उनके समर्थन में बयान दे रहे हैं। कई सांसदों ने इस बात पर अफसोस जताया है कि एक ‘किसानपुत्र’ को सम्मानजनक विदाई नहीं दी जा रही है।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता जयराम रमेश का धनखड़ से पहले कई बार टकराव हुआ था। लेकिन अब वही नेता उनके इस्तीफे पर दुख प्रकट कर रहे हैं और उनके निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील कर रहे हैं।

धनखड़ की भूमिका और आलोचना


राज्यसभा में सभापति के रूप में जगदीप धनखड़ की भूमिका को लेकर विपक्ष कई बार सवाल खड़े कर चुका है। विपक्ष का आरोप था कि वे सदन की कार्यवाही निष्पक्ष रूप से नहीं चला रहे थे। जयराम रमेश ने तो यहां तक कहा था कि उपराष्ट्रपति को एक अंपायर की तरह न्यूट्रल रहना चाहिए, न कि किसी पक्ष की ओर झुकाव दिखाना चाहिए।

धनखड़ का कार्यकाल कई बार तीखे राजनीतिक संघर्षों का गवाह रहा। कांग्रेस समेत कई दलों ने उन पर पक्षपात का आरोप लगाया, लेकिन आज उन्हीं नेताओं का रुख नरम हो गया है, जो उनकी आलोचना में सबसे आगे थे।

बीजेपी का मौन और आगामी समीकरण


धनखड़ के इस्तीफे पर भाजपा की ओर से अब तक कोई विस्तृत प्रतिक्रिया नहीं आई है। पार्टी ने केवल इतना कहा है कि वह उनके स्वास्थ्य के लिए शुभकामनाएं देती है और उनके योगदान को सराहती है।

हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह केवल एक औपचारिक वक्तव्य है। अंदरखाने कई समीकरण बन रहे हैं, क्योंकि अब भाजपा को नया उपराष्ट्रपति चुनना होगा। संसद का मानसून सत्र चल रहा है और ऐसे में यह खाली पद विधायी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।

सत्यपाल मलिक से तुलना का अर्थ


उदित राज ने जिस तरह से सत्यपाल मलिक और जगदीप धनखड़ की तुलना की है, उसका बड़ा राजनीतिक अर्थ निकाला जा रहा है। सत्यपाल मलिक, जो जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों के राज्यपाल रह चुके हैं, ने भाजपा नेतृत्व के खिलाफ खुलकर बयान दिए थे।

अब धनखड़ का नाम उसी पंक्ति में लिया जा रहा है, यह भाजपा की अंदरूनी राजनीति और जातीय समीकरणों को उजागर करता है। पार्टी की कोशिश यही होगी कि वह इस विवाद को ज्यादा हवा न दे और जल्द से जल्द नए चेहरे की घोषणा कर सियासी तापमान को नीचे लाए।

राजनीति में जाति का गणित फिर चर्चा में


धनखड़ के इस्तीफे के बाद जाट राजनीति एक बार फिर केंद्र में आ गई है। राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट समुदाय भाजपा के लिए अहम रहा है। लेकिन अब इन इलाकों में भाजपा के प्रति नाराजगी की लहर भी दिख रही है।

खासकर पश्चिमी यूपी में किसान आंदोलन के बाद जाटों में भाजपा के खिलाफ असंतोष उभरा है। ऐसे में धनखड़ जैसे कद्दावर जाट नेता का इस्तीफा भाजपा के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।

नया उपराष्ट्रपति: कौन होगा अगला चेहरा?


अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जगदीप धनखड़ के स्थान पर अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा। चर्चाएं हैं कि भाजपा पूर्वोत्तर या पूर्व भारत से किसी वरिष्ठ नेता या महिला चेहरा को आगे ला सकती है ताकि सामाजिक संतुलन बना रहे।

यदि पार्टी फिर से जाट नेता को मौका देती है, तो यह संकेत जाएगा कि धनखड़ का इस्तीफा केवल स्वास्थ्य कारणों से था। लेकिन यदि किसी अन्य वर्ग से उपराष्ट्रपति चुना गया तो ‘जाट फैक्टर’ की बहस और तेज हो सकती है।

धनखड़ की विरासत: किसान पुत्र से उपराष्ट्रपति तक


राजस्थान के एक छोटे किसान परिवार से निकलकर देश के उपराष्ट्रपति पद तक पहुंचना जगदीप धनखड़ के लिए एक उपलब्धि रही है। अपने कार्यकाल में उन्होंने कई बार खुद को किसान पुत्र बताया और ग्रामीण भारत की बात की।

उनका कार्यकाल विवादों से भी घिरा रहा, लेकिन अब जब वे इस्तीफा दे चुके हैं, तो उनकी भूमिका और विरासत को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।


धनखड़ का इस्तीफा केवल एक प्रशासनिक फैसला नहीं बल्कि एक राजनीतिक घटनाक्रम बन चुका है। कांग्रेस नेता उदित राज ने इसमें जो ‘जाट फैक्टर’ जोड़ा है, वह भाजपा की जातीय रणनीति को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।

विपक्ष जहां इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में है, वहीं भाजपा इसे जल्द से जल्द शांत करना चाहेगी। आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि यह एक सामान्य इस्तीफा था या फिर रणनीति का हिस्सा। लेकिन इतना तय है कि राजनीति में जाति और पहचान की बहस एक बार फिर चर्चा के केंद्र में है।

बीएससी नर्सिंग में महिलाओं को बड़ी राहत, बीएचयू में 80% सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित

IMS BHU BSc Nursing Seats Reserved: 80% Quota for Female Students Opens New Doors

आईएमएस बीएचयू की फैकल्टी ऑफ नर्सिंग ने इस साल एक ऐतिहासिक बदलाव करते हुए बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग कोर्स में पहली बार छात्राओं के लिए 80 फीसदी सीटें आरक्षित करने का निर्णय लिया है। यह बदलाव न सिर्फ संस्थान के भीतर एक नई व्यवस्था की शुरुआत है, बल्कि यह नर्सिंग जैसे सेवा-प्रधान क्षेत्र में महिला भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम भी माना जा रहा है।

पहली बार महिलाओं को मिलेगा इतना बड़ा आरक्षण

बीएचयू के इस नर्सिंग कोर्स में कुल 75 सीटें हैं। पहले यह सीटें मेरिट आधार पर सभी उम्मीदवारों के लिए खुली होती थीं, जिससे अधिकतर सीटों पर पुरुष अभ्यर्थियों का चयन हो जाता था। आंकड़ों के अनुसार, हर साल तकरीबन 80% सीटों पर छात्रों का ही दाख़िला होता था और छात्राओं की हिस्सेदारी महज़ 20% तक सीमित रह जाती थी। नई नीति के तहत अब छात्राओं को 80% सीटें दी जाएंगी, जबकि पुरुष अभ्यर्थियों के लिए केवल 20% सीटें उपलब्ध होंगी।

बीएचयू प्रशासन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की दिशा-निर्देशों के तहत लागू की गई इस नीति का मुख्य उद्देश्य नर्सिंग के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना है, खासकर ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की छात्राओं को उच्च शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना।

छात्राओं के लिए खुलेंगे नए अवसर

इस निर्णय से न सिर्फ पढ़ाई के क्षेत्र में छात्राओं को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह उनके करियर ग्रोथ और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी अहम साबित हो सकता है। नर्सिंग जैसे क्षेत्र में जहां सेवा, समर्पण और संवेदनशीलता की आवश्यकता होती है, वहां महिलाओं की भूमिका और अधिक सशक्त हो सकती है। गांवों और कस्बों की उन लड़कियों के लिए यह फैसला किसी वरदान से कम नहीं होगा, जिन्हें पहले सीमित संसाधनों और सामाजिक रुकावटों के कारण पीछे हटना पड़ता था।

छात्रों की नाराज़गी, मेरिट पर उठे सवाल

हालांकि, इस फैसले का एक पक्ष ऐसा भी है जो इससे असहमत है। बीएचयू के छात्र मनोज कुमार ने इसे भेदभावपूर्ण करार देते हुए कहा कि किसी भी पेशेवर कोर्स में दाख़िला योग्यता के आधार पर होना चाहिए, न कि लिंग के आधार पर। उनका मानना है कि यह नीति योग्य पुरुष उम्मीदवारों के अधिकारों का हनन करती है और नर्सिंग जैसे क्षेत्र में पुरुषों की पहले से ही कम भागीदारी को और कमजोर कर सकती है।

उन्होंने यह भी तर्क दिया कि नर्सिंग जैसे संवेदनशील और प्रोफेशनल सेक्टर में लिंग नहीं बल्कि स्किल और नॉलेज को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।

सेवा क्षेत्र में संतुलन की जरूरत

आज भी भारत में हेल्थकेयर सिस्टम में महिला नर्सों की संख्या पुरुषों की तुलना में काफी अधिक है, लेकिन यह संतुलन हर स्थान पर एक जैसा नहीं है। पुरुष नर्सों की भूमिका कई बार अस्पतालों और इमरजेंसी सेवाओं में बेहद अहम होती है। ऐसे में केवल महिला आरक्षण से यदि योग्य पुरुष उम्मीदवारों को पीछे धकेला जाएगा, तो यह भविष्य में चुनौती बन सकता है।

फिर भी, इस निर्णय को नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक पहल माना जा सकता है। यह जरूरी है कि किसी भी आरक्षण नीति को क्रियान्वयन के समय पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जाए ताकि कोई वर्ग पूरी तरह से वंचित न रह जाए।

पॉलिसी का कार्यान्वयन कैसे होगा

बीएचयू प्रशासन की ओर से कहा गया है कि महिला और पुरुष अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी। प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए स्पष्ट गाइडलाइंस तैयार की जा रही हैं। यदि किसी भी श्रेणी में सीटें खाली रह जाती हैं, तो उन्हें सामान्य श्रेणी में स्थानांतरित किया जा सकता है।

इसके अलावा, काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान गाइडलाइंस का पालन करते हुए सीट आवंटन किया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जो छात्राएं पहली बार आवेदन कर रही हैं, उन्हें भी पूरा मौका मिल सके।

देशभर में बढ़ती महिला भागीदारी

बीएचयू का यह निर्णय उस व्यापक बदलाव का हिस्सा है जो भारत में नर्सिंग शिक्षा के क्षेत्र में देखा जा रहा है। कई राज्य पहले ही महिला अभ्यर्थियों के लिए विशेष आरक्षण लागू कर चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय और शिक्षा विभाग दोनों ही महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत इस तरह की पहलों को बढ़ावा दे रहे हैं।

नर्सिंग फैकल्टी के कुछ सदस्यों ने भी इस फैसले को स्वागतयोग्य बताया है। उनका कहना है कि इससे न केवल महिलाओं की संख्या बढ़ेगी बल्कि हेल्थकेयर सिस्टम में एक नया संतुलन भी देखने को मिलेगा।

वैश्विक परिप्रेक्ष्य में देखें तो…

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नर्सिंग शिक्षा में महिलाओं की संख्या हमेशा से अधिक रही है। पश्चिमी देशों में भले ही लिंग आरक्षण की आवश्यकता नहीं पड़ी हो, लेकिन वहां महिला नर्सों की संख्या स्वयं ही अधिक है। भारत जैसे देश में जहां अब भी सामाजिक असमानता और अवसरों की कमी बनी हुई है, वहां इस तरह की नीति सामाजिक समानता की दिशा में एक मजबूत कदम हो सकता है।

अभ्यर्थियों के लिए क्या मायने रखता है यह बदलाव

जो छात्राएं नर्सिंग में अपना भविष्य बनाना चाहती हैं, उनके लिए यह समय काफी अनुकूल है। 80% सीटें उनके लिए आरक्षित होने से अब उन्हें प्रतिस्पर्धा में बेहतर मौका मिलेगा। खासकर ग्रामीण पृष्ठभूमि की लड़कियों के लिए यह एक मजबूत अवसर है।

वहीं, छात्रों को भी अब अधिक मेहनत और तैयारी करनी होगी क्योंकि सीटों की संख्या उनके लिए सीमित हो गई है। उन्हें अपने स्कोर, इंटरेस्ट और एप्टीट्यूड के दम पर खुद को साबित करना होगा।

बीएचयू द्वारा नर्सिंग कोर्स में 80% सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित करना एक ऐतिहासिक फैसला है। यह न केवल छात्राओं के लिए नए अवसर खोलेगा, बल्कि हेल्थकेयर सेक्टर में महिलाओं की भूमिका को भी और सशक्त बनाएगा। हालांकि इससे जुड़ी बहस – आरक्षण बनाम मेरिट – भी अब और तेज हो सकती है, लेकिन यदि यह कदम पारदर्शिता और न्यायसंगत तरीके से लागू किया गया, तो यह बदलाव नर्सिंग शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल बन सकता है।

यदि आप नर्सिंग में करियर बनाने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। अपडेटेड गाइडलाइंस और आवेदन की पूरी जानकारी के लिए BHU की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखें।

30 की उम्र के बाद घटने लगता है कोलेजन, इन हेल्दी जूस से करें इसकी पूर्ति

Best Juices to Boost Collagen Naturally: Keep Skin Firm, Hair Strong, and Joints Healthy

कोलेजन शरीर का एक बेहद ज़रूरी प्रोटीन है जो त्वचा की लोच (Skin Elasticity), बालों की मजबूती और जोड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, खासतौर पर 30 की उम्र के बाद, शरीर में कोलेजन का उत्पादन धीमा हो जाता है। इसका असर त्वचा की चमक, बालों की क्वालिटी और हड्डियों की मज़बूती पर पड़ने लगता है।

इस कमी को दूर करने के लिए ना तो आपको महंगे सप्लिमेंट्स लेने की जरूरत है और ना ही किसी जटिल इलाज की। अगर आप अपनी डाइट में कुछ हेल्दी और नेचुरल जूस को शामिल कर लें, तो कोलेजन लेवल को प्राकृतिक रूप से बढ़ाया जा सकता है।

कोलेजन क्यों है ज़रूरी?

कोलेजन ना सिर्फ आपकी स्किन को यंग और टाइट बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि ये हड्डियों, मसल्स और लिगामेंट्स को भी सपोर्ट देता है। इसकी कमी से झुर्रियां, स्किन का ढीलापन, जोड़ों का दर्द और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। ऐसे में शरीर में नेचुरल तरीके से कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाना बेहद ज़रूरी हो जाता है।

ग्रीन लीफ जूस – क्लोरोफिल और विटामिन C का बेहतरीन कॉम्बिनेशन

पालक, केला और धनिया जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन C और क्लोरोफिल से भरपूर होती हैं। ये दोनों तत्व कोलेजन प्रोडक्शन में सहायक होते हैं। हर सुबह एक ग्लास ग्रीन लीफ जूस पीने से ना सिर्फ स्किन ग्लो करती है बल्कि शरीर डिटॉक्स भी होता है।

पाइनएप्पल जूस – सूजन कम करे और कोलेजन बढ़ाए

अनानास में ब्रोमेलिन नामक एंजाइम पाया जाता है जो स्किन की सूजन को कम करता है और कोलेजन निर्माण को बूस्ट करता है। इसके अलावा इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो शरीर को एनर्जेटिक बनाए रखते हैं।

मैंगो जूस – विटामिन A, C और E का पावरहाउस

गर्मियों में पीने के लिए बेस्ट ड्रिंक है आम का ताज़ा जूस। इसमें मौजूद विटामिन A स्किन सेल्स को रिपेयर करता है, विटामिन C कोलेजन निर्माण में सहायक होता है और विटामिन E फ्री रेडिकल्स से स्किन को बचाता है। यह स्किन को हाइड्रेटेड और सॉफ्ट बनाता है।

ऑरेंज जूस – त्वचा को बनाता है टाइट और जवां

संतरा विटामिन C का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। यह शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाता है और स्किन को टाइट बनाए रखता है। रोज सुबह एक ग्लास फ्रेश ऑरेंज जूस पीने से त्वचा की हेल्थ बेहतर होती है।

एलोवेरा जूस – बालों और जोड़ों के लिए फायदेमंद

एलोवेरा में मौजूद अमीनो एसिड और विटामिन C कोलेजन को बढ़ावा देते हैं। यह त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है और बालों की ग्रोथ को भी बढ़ाता है। इसके नियमित सेवन से जोड़ों का दर्द भी कम हो सकता है।

गाजर-चुकंदर जूस – स्किन की इलास्टिसिटी बनाए रखने में मददगार

गाजर विटामिन A का अच्छा स्रोत है जो स्किन को रिपेयर करता है, वहीं चुकंदर में आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो स्किन की इलास्टिसिटी को बनाए रखने में मदद करते हैं। रोजाना इनका जूस पीने से स्किन का टेक्सचर बेहतर होता है।

नींबू-शहद पानी – सुबह की शुरुआत के लिए बेस्ट

गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर खाली पेट पीने से शरीर डिटॉक्स होता है और कोलेजन का स्तर भी संतुलित रहता है। नींबू विटामिन C से भरपूर होता है और शहद में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा को हेल्दी रखते हैं।

कितना जूस पीना है सही?

दिन में दो बार 200 से 250 ml जूस पीना काफी है। कोशिश करें कि जूस में शक्कर ना मिलाएं और फाइबर युक्त नाश्ते के साथ लें ताकि शरीर में शुगर का असर कम हो।

लाइफस्टाइल में क्या बदलाव करें?

कोलेजन को बनाए रखने के लिए सिर्फ जूस ही नहीं, बल्कि कुछ हेल्दी हैबिट्स को अपनाना भी ज़रूरी है। धूप से बचाव के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें, रोजाना 7 घंटे की नींद लें और स्मोकिंग व अल्कोहल से दूरी बनाएं। इसके अलावा प्रोसेस्ड फूड को कम करें और हाइड्रेशन बनाए रखें।

नतीजा – यंग स्किन, हेल्दी बाल और स्ट्रॉन्ग जोड़ों का वादा

कोलेजन का स्तर बनाए रखने के लिए आपको किसी महंगे ट्रीटमेंट की ज़रूरत नहीं है। नेचुरल जूस और हेल्दी डाइट से आप अपने शरीर को वह सब कुछ दे सकते हैं, जिसकी उसे ज़रूरत है। कुछ ही हफ्तों में आप देखेंगे कि आपकी स्किन ज्यादा ग्लो कर रही है, बाल मजबूत हो रहे हैं और शरीर में ऊर्जा बढ़ी है।

बिहार विधानसभा में हंगामा: स्पीकर की फटकार के बाद माफी की मांग, स्थगित हुई कार्यवाही

Ruckus in Bihar Assembly: Speaker demands apology

बिहार विधानसभा का मानसून सत्र इन दिनों खासा गरमाया हुआ है। तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान सदन में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबोधन के बाद जैसे ही विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव बोलने के लिए खड़े हुए, माहौल और तनावपूर्ण हो गया। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक भाई वीरेंद्र की एक टिप्पणी ने सदन में ऐसा तूफान खड़ा कर दिया कि स्पीकर नंद किशोर यादव को सख्ती दिखानी पड़ी।

स्पीकर ने जताई नाराजगी, माफी की रखी शर्त

राजद विधायक भाई वीरेंद्र के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए स्पीकर ने उन्हें तत्काल माफी मांगने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक वे अपनी टिप्पणी के लिए खेद प्रकट नहीं करते, सदन की कार्यवाही सामान्य नहीं हो सकती। स्पीकर की नाराजगी इतनी तीव्र थी कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि यदि विधायक माफी नहीं मांगते तो उन्हें सदन से बाहर किया जा सकता है। उन्होंने तेजस्वी यादव से भी आग्रह किया कि वे हस्तक्षेप कर अपने दल के सदस्य से माफी मंगवाएं।

तेजस्वी ने शुरू किया भाषण, सत्ता पक्ष ने किया विरोध

हालात तब और बिगड़ गए जब तेजस्वी यादव ने बिना माफी के अपना भाषण शुरू कर दिया। सत्ता पक्ष ने तुरंत विरोध शुरू कर दिया और जोरदार नारेबाजी करते हुए उन्हें बोलने से रोका। हंगामे की तीव्रता इतनी थी कि स्पीकर को माइक्रोफोन बंद कर सदन की कार्यवाही को रोकने का आदेश देना पड़ा।

RJD विधायकों ने साधा निशाना, सत्ता पक्ष ने की निंदा

विपक्षी दल के विधायकों ने सत्ता पक्ष पर पहले उत्तेजक व्यवहार करने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा और जेडीयू विधायकों ने भाई वीरेंद्र की टिप्पणी को सदन की गरिमा के खिलाफ बताया और मांग की कि उन्हें इसके लिए दंडित किया जाए।

कार्यवाही स्थगित, नियम 258 के तहत स्पीकर ने दिया आदेश

चार बार स्पीकर द्वारा शांत रहने की अपील के बावजूद हंगामा नहीं थमा। अंततः उन्होंने नियम 258 के तहत कार्यवाही को स्थगित कर दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक विधायक माफी नहीं मांगते, तब तक कार्यवाही दोबारा शुरू नहीं होगी। यदि माफी नहीं दी जाती, तो नियम 349 के तहत निलंबन की कार्रवाई भी की जा सकती है।

सदन के बाहर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज

सदन से बाहर आते ही नेताओं के बयान आने लगे। तेजस्वी यादव ने अपने विधायक का बचाव करते हुए कहा कि लोकतंत्र में तीखी बातों की भी जगह होती है। वहीं जेडीयू प्रवक्ताओं ने इस टिप्पणी को अशोभनीय बताते हुए तत्काल माफी की मांग की। भाजपा नेताओं ने भी कड़ी कार्रवाई की वकालत की।

मुख्यमंत्री का मौन, राजनीतिक संकेत साफ

नीतीश कुमार इस पूरे विवाद से दूर रहे। उन्होंने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की और चुपचाप सदन से बाहर निकल गए। उनके कार्यालय की ओर से बस एक संक्षिप्त बयान जारी हुआ कि “स्पीकर संविधान सम्मत कार्रवाई करेंगे।” राजनीतिक विशेषज्ञ इसे एक रणनीति के रूप में देख रहे हैं जिससे सरकार का ध्यान मुख्य विधायी कार्यों पर केंद्रित रहे।

पिछले दिनों से लगातार चल रहे हैं टकराव

गौरतलब है कि मानसून सत्र की शुरुआत से ही सदन में गतिरोध बना हुआ है। कभी बेरोजगारी, कभी शराब नीति और कभी शिक्षक नियुक्तियों को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने-सामने आते रहे हैं। अब यह नया विवाद मानसून सत्र की प्रगति पर असर डाल सकता है।

आगे की राह: माफी या निलंबन

यदि विधायक भाई वीरेंद्र माफी नहीं मांगते हैं, तो सत्ता पक्ष उनके निलंबन का प्रस्ताव ला सकता है। ऐसे में राजद को यह तय करना होगा कि वह राजनीतिक रूप से दबाव में आकर क्षमा मांगती है या इस विवाद को लंबा खींचती है।

विधानसभा में कानून-निर्माण पर असर

सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा प्रस्तावित है, जिनमें बजट, शहरी निकाय कानूनों में संशोधन और कृषि योजनाएं प्रमुख हैं। ऐसे में अगर गतिरोध बरकरार रहा तो इन मुद्दों पर चर्चा अधूरी रह सकती है।

तीखे बयानों और आक्रोश के बीच बिहार विधानसभा का मानसून सत्र राजनीतिक बवंडर का गवाह बनता जा रहा है। सदन की गरिमा बनाए रखना सभी दलों की जिम्मेदारी है। अब देखना यह है कि क्या विवाद सुलझेगा या एक और सत्र टकराव की भेंट चढ़ जाएगा।

इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि सदन की मर्यादा को बनाए रखने के लिए सभी पक्षों को संयम और संवाद की राह अपनानी होगी।

सोना-चांदी की कीमतों में भारी उछाल, बाजार में हलचल तेज, ग्राहकों की बढ़ी चिंता

Gold and Silver Price Today, 23 July 2025: Sharp Jump in Precious Metals Across Indian Cities

आज सुबह जैसे ही देशभर में सर्राफा बाजार खुले, सोने-चांदी की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिला। पिछले कुछ सत्रों से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चल रही मजबूती और घरेलू बाजार में बढ़ती मांग ने आज के ट्रेडिंग सेशन में सोने को ऊंची छलांग दिलाई। इस तेजी के चलते बीते चार सप्ताह में पहली बार एक दिन में इतना बड़ा उछाल दर्ज हुआ है।

24 कैरेट सोना अब औसतन ₹1,01,300 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। 20 जुलाई को यही दर ₹1,00,160 प्रति 10 ग्राम थी। यानी महज तीन कारोबारी सत्रों में 1140 रुपये की बढ़त देखी गई है। वहीं 22 कैरेट सोना ₹92,860 और 18 कैरेट ₹75,890 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है।

चांदी ने भी पकड़ी रफ्तार, किलो के भाव में 2200 रुपये की तेजी

सोने के साथ-साथ चांदी ने भी तेजी पकड़ी है। कई प्रमुख शहरों में एक किलो चांदी के रेट में लगभग ₹2,200 की तेजी दर्ज की गई है। 22 जुलाई को जहां रिटेल चांदी का रेट ₹1,15,900 प्रति किलो था, वहीं आज यह ₹1,18,100 पर पहुंच गया। ज़वेरी बाजार जैसे होलसेल हब्स में सप्लाई टाइट होने के कारण यह ट्रेंड और तेज हुआ है।

सोने-चांदी की तेजी के पीछे क्या कारण हैं?

बाजार विश्लेषकों के मुताबिक इस तेजी के पीछे कई अहम वजहें हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गल्फ क्षेत्र में बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों से निवेशकों ने सेफ हेवन मानी जाने वाली सोने की ओर रुख किया है। डॉलर इंडेक्स की कमजोरी ने भी बुलियन को सपोर्ट दिया है। वहीं घरेलू स्तर पर रुपया कमजोर पड़ा है, जिससे आयात लागत बढ़ी है। साथ ही उत्तर भारत में जुलाई के वेडिंग सीजन की शुरुआत से डिमांड में बूस्ट आया है, जिससे एमसीएक्स पर ओपनिंग से ही एक्टिव ट्रेडिंग देखी गई।

शहरवार गोल्ड रेट: कहां कितना है सोने का दाम?

देश के अलग-अलग शहरों में सोने की कीमतों में कुछ अंतर देखने को मिलता है, जो ट्रांसपोर्टेशन और टैक्सेशन के कारण होता है। दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹1,01,450, 22 कैरेट ₹93,010 और 18 कैरेट ₹76,100 पर है। मुंबई में 24 कैरेट ₹1,01,300 और 22 कैरेट ₹92,860 पर ट्रेड हो रहा है।

चेन्नई में हल्के आभूषणों की मांग के चलते 18 कैरेट का भाव ₹76,510 तक पहुंच गया है, जो बाकी शहरों से थोड़ा ज्यादा है। कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, भोपाल और अहमदाबाद में भी ₹1,01,300 से ₹1,01,450 तक का स्तर बना हुआ है।

चांदी के दामों में क्षेत्रवार अपडेट

आज चांदी के भाव में भी व्यापक अंतर देखा गया। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे शहरों में ₹1,18,100 प्रति किलो की दर रही। वहीं हैदराबाद और चेन्नई में यह रेट ₹1,28,100 प्रति किलो तक पहुंच गया, जिसका कारण ट्रांसपोर्टेशन खर्च और इंडस्ट्रियल मांग बताया जा रहा है। आगरा, भोपाल, गाजियाबाद और भिवंडी जैसे शहरों में चांदी ₹1,18,100 पर स्थिर रही।

ग्राहकों पर असर: बजट बढ़ा, खरीदारी टली

अचानक आई तेजी ने कई ग्राहकों को चौंका दिया। कुछ लोगों ने खरीदारी टाल दी, तो कुछ ने डर के चलते एडवांस टोकन बुक करा लिए। बैंकों के गोल्ड लॉकर स्कीम्स में ऑनलाइन ट्रैफिक बढ़ा है, जहां लोग मौजूदा रेट को लॉक करने की कोशिश कर रहे हैं।

ज्वैलर्स का कहना है कि बढ़ते दामों से प्रति ग्राम रेवेन्यू बढ़ा है, लेकिन लो-बजट ग्राहक कम हुए हैं। कोलकाता और जयपुर जैसे शहरों के कारीगरों को उच्च वर्ग के ग्राहकों से बड़ी डिमांड मिल रही है, लेकिन डेली यूज़ ज्वेलरी की मांग धीमी पड़ी है।

निवेश के नजरिए से: बुलिश ट्रेंड कायम

कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि शॉर्ट टर्म में सोने में तेजी बनी रह सकती है। फेडरल रिजर्व की ओर से दरों में कटौती की गति धीमी होने की संभावना के चलते डॉलर कमजोर बना रहेगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर $2,300 प्रति औंस के आस-पास सपोर्ट बना है, जिससे कीमतें ऊंची बनी हुई हैं।

भारत में निवेशकों को रुपये की चाल पर भी नजर रखनी चाहिए। अगर करंट अकाउंट आंकड़े कमजोर आए, तो रुपया और फिसल सकता है, जिससे अगस्त में सोना ₹1,03,000 प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।

चांदी की चाल मिक्स रहेगी क्योंकि उसमें प्रीशियस मेटल और इंडस्ट्रियल डिमांड दोनों फैक्टर हैं। सोलर पैनल और ईवी बैटरी के लिए जारी भारी मांग से चांदी ₹1,20,000 प्रति किलो तक पहुंच सकती है।

खरीदारों और दूल्हा-दुल्हनों के लिए सलाह

वित्तीय सलाहकारों का सुझाव है कि शादी या निवेश के लिए ज्वेलरी की खरीदारी किस्तों में करें। डिजिटल गोल्ड या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के ज़रिए SIP स्टाइल में खरीद से जोखिम कम होता है। अक्टूबर में शादी की प्लानिंग कर रहे लोग अभी कुछ हिस्सा खरीद सकते हैं और बाद में डिप पर बाकी जरूरत पूरी कर सकते हैं।

ग्लोबल सिचुएशन पर नज़र रखना जरूरी है, क्योंकि अगर कोई बड़ा भू-राजनीतिक तनाव शांत होता है तो प्राइस में फटाफट करेक्शन आ सकता है।

कैसे चेक करें अपने शहर में रियल-टाइम गोल्ड प्राइस?

देश में दिनभर गोल्ड प्राइस बदलते रहते हैं। बड़ी ज्वेलरी ब्रांड्स अपनी वेबसाइट और ऐप्स पर रीयल टाइम रेट्स अपडेट करती हैं। इसके अलावा Indian Bullion and Jewellers Association (IBJA) की वेबसाइट से भी सही रेट्स देखे जा सकते हैं। पेमेंट से पहले हॉलमार्क जरूर चेक करें, क्योंकि पड़ोस की दुकानों में ₹100-₹300 प्रति 10 ग्राम का फर्क हो सकता है। मोलभाव से मेकिंग चार्ज में भी थोड़ी राहत मिल सकती है।

आज सोने-चांदी के दामों में जो तीव्र उछाल देखा गया, उसने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ये धातुएं आर्थिक अस्थिरता में निवेशकों की पहली पसंद बनी रहती हैं। घरेलू स्थितियों जैसे रुपये की कमजोरी और शादी-ब्याह की मांग, इनकी कीमतों में अहम भूमिका निभा रही हैं।

लंबे समय के निवेशक हों, शादी की तैयारी कर रहे परिवार हों या व्यापारी—हर किसी को इन तेजी-तेजी के दौर में पूरी जानकारी के साथ कदम उठाना चाहिए। सोच-समझकर खरीदारी करें, ट्रेंड पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें, ताकि आपकी मेहनत की कमाई सुरक्षित रहे और निवेश का लाभ मिले।

Sawan Shivratri 2025: 24 साल बाद बन रहा है दुर्लभ योग, शिव-पार्वती की पूजा से मिलेगी अद्भुत कृपा

Sawan Shivratri 2025: Rare Celestial Yoga Forms After 24 Years,

सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का विशेष समय माना जाता है। इस बार की Sawan Shivratri 2025 और भी खास हो गई है क्योंकि 24 साल बाद एक साथ चार दुर्लभ ज्योतिषीय योग बन रहे हैं। बुधवार, 23 जुलाई 2025 को मनाई जा रही सावन शिवरात्रि के दिन गजकेसरी योग, मालव्य योग, नवपंचम योग और बुधादित्य योग का संयोग बन रहा है।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह एक अत्यंत शुभ संकेत है और इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इससे पहले ये चारों योग एक साथ साल 2001 में बने थे। ऐसे दुर्लभ योगों में भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से न सिर्फ कष्टों का नाश होता है, बल्कि परिवार में सुख-शांति और समृद्धि भी आती है।

सावन शिवरात्रि का महत्व और धार्मिक मान्यता

हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष 12 शिवरात्रियां आती हैं, लेकिन दो का विशेष धार्मिक महत्व होता है — महाशिवरात्रि और सावन शिवरात्रि। Sawan Shivratri को भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक भी माना जाता है।

श्रावण मास में शिव आराधना का महत्व कई गुना अधिक होता है। शास्त्रों के अनुसार, समुद्र मंथन के समय निकले हलाहल विष को भगवान शिव ने ग्रहण किया था और इसी मास में उन्हें शीतल जल अर्पित करने की परंपरा प्रारंभ हुई थी।

पुण्यदायक मुहूर्त और पूजा का सही समय

23 जुलाई 2025 को शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त रात्रि 12:07 बजे से 12:55 बजे तक रहेगा। इसके अलावा, प्रात: काल 5:15 बजे से 7:25 बजे तक का समय भी Lord Shiva Jalabhishek के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।

जो भक्त रात्रि पूजन नहीं कर सकते, वे ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर शिवलिंग का Rudrabhishek कर सकते हैं। इस दिन व्रत रखने वाले भक्त पूरे दिन केवल फलाहार करते हैं और शाम के समय पूजा के बाद व्रत पूर्ण करते हैं।

बटेश्वर के 41 मंदिरों में महाआरती और विशेष अनुष्ठान

आगरा के बटेश्वर में स्थित 41 प्राचीन शिव मंदिरों में Sawan Shivratri 2025 के अवसर पर विशाल Rudrabhishek का आयोजन किया जा रहा है। यहां सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।

मंदिरों में विशेष अनुष्ठान किए जा रहे हैं जिसमें वाराणसी से आए यज्ञाचार्य आचार्य सूर्यकांत गोस्वामी की अगुवाई में Kaal Sarp Dosh और Pitru Dosh की शांति के लिए हवन यज्ञ किया जा रहा है।

पुजारी जयप्रकाश गोस्वामी ने बताया कि भक्तों के लिए Yamuna Snan और दर्शन पूजन की व्यवस्था भी की गई है। इस बार की शिवरात्रि में शामिल होने का अनुभव श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय रहेगा।

पूजा विधि: शिवरात्रि के दिन ऐसे करें भगवान शिव की पूजा

सावन शिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें और शिवलिंग की विधिवत पूजा करें।

पूजा के दौरान जल, दूध, घी, दही, शहद और शक्कर से Rudrabhishek करें। बेलपत्र, धतूरा, सफेद फूल और श्रीफल भगवान शिव को अर्पित करें। धूप, दीप, फल और मिठाई भी अर्पित की जाती है।

इस दिन Shiv Chalisa, Shiv Ashtak, Shiv Stuti और Shiv Purana का पाठ करना विशेष फलदायक माना गया है। पूजा के बाद शाम को फलाहार लें और पूरी श्रद्धा से दिनभर उपवास करें।

ज्योतिषीय विश्लेषण: इन योगों का क्या होगा प्रभाव

गजकेसरी योग से विद्या और बुद्धिमत्ता में वृद्धि होती है, जबकि मालव्य योग ऐश्वर्य और सौंदर्य से जुड़ा माना जाता है। नवपंचम योग संतुलन और सकारात्मकता लाता है, वहीं बुधादित्य योग वाणी, तर्क शक्ति और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है।

इन चारों योगों का एक साथ बनना भक्तों के लिए वरदान समान है। जो भी भक्त इस दिन नियमपूर्वक पूजा करेंगे, उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।

Shivratri in Sawan 2025 केवल एक धार्मिक तिथि नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अवसर है। यह वह समय है जब भक्त अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प ले सकते हैं।

इस दिन भगवान शिव का ध्यान, व्रत और अभिषेक केवल पूजा नहीं बल्कि आत्मशुद्धि का मार्ग है। दुर्लभ योगों में की गई पूजा निश्चित रूप से जीवन में नई दिशा देने वाली होती है।

श्रद्धा, नियम और आस्था के साथ जो भी इस अवसर का लाभ लेगा, उसके जीवन में शिव कृपा स्थायी रूप से बनी रहेगी।

IND vs ENG Women: इंग्लैंड की धरती पर भारतीय महिला टीम का जलवा, स्मृति मंधाना बनीं सबसे सफल विदेशी ओपनर

IND vs ENG Women’s ODIs: Mandhana Becomes England’s Most Prolific Overseas Opener

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने दौरे को ऐतिहासिक बना दिया है। पहले T20 win in England फिर अब Women’s ODI series में भी भारत ने 2-1 से बाज़ी मार ली है। मंगलवार को खेले गए निर्णायक वनडे मुकाबले में Team India ने इंग्लैंड को 13 रन से हराकर सीरीज अपने नाम कर ली।

इस जीत के साथ ही भारत ने पहली बार इंग्लैंड की सरज़मीं पर दोनों फॉर्मेट की सीरीज़ जीतने का कीर्तिमान रच दिया है। इस यादगार मुकाबले में एक और रिकॉर्ड बना, जब ओपनर Smriti Mandhana ने इंग्लैंड में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली विदेशी ओपनर बनने का गौरव हासिल किया।

तीसरे वनडे में रोमांचक जीत, मंधाना का ऐतिहासिक प्रदर्शन

चेस्टर-ले-स्ट्रीट में खेले गए तीसरे वनडे में भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 318 रन बनाए। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 49.5 ओवर में 305 रन ही बना सकी।

इस मैच में Smriti Mandhana ने 54 गेंदों में 45 रनों की जिम्मेदार पारी खेली। इसी पारी के साथ उन्होंने इंग्लैंड में बतौर ओपनर 715 रन पूरे कर लिए, जो किसी भी विदेशी ओपनर द्वारा इस देश में बनाए गए सर्वाधिक रन हैं। इस आंकड़े के साथ उन्होंने भारत की ही पूनम राउत को पीछे छोड़ दिया।

मंधाना ने प्रतीका रावल के साथ पारी की शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 64 रन की साझेदारी की। उनकी तकनीक और संयम के कारण टीम की नींव मज़बूत रही।

हरमनप्रीत का तूफान और ऋचा का धमाका

भारत की कप्तान Harmanpreet Kaur ने एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने 84 गेंदों में 102 रनों की शतकीय पारी खेली। उनकी इस पारी में आक्रामकता और अनुभव दोनों का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला।

जेमिमा रोड्रिग्स ने भी बेहतरीन अर्धशतक लगाया, जबकि हरलीन देओल ने 45 रन जोड़े। अंतिम ओवरों में Richa Ghosh ने सिर्फ 18 गेंदों में 38 रन बनाकर इंग्लिश गेंदबाज़ों की कमर तोड़ दी। उनकी पारी में 3 चौके और 2 छक्के शामिल थे।

इंग्लैंड का संघर्ष, स्कीवर ब्रंट चूकीं शतक से

319 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी रही। Emma Lamb ने 68 रन बनाए और कप्तान Nat Sciver-Brunt लगभग टीम को जीत की ओर ले जा रही थीं। लेकिन वह शतक से सिर्फ दो रन पहले आउट हो गईं।

एलिस डेविडसन रिचर्ड्स ने 44 रन बनाकर संघर्ष जारी रखा, मगर भारत की अनुशासित गेंदबाज़ी ने अंत में जीत सुनिश्चित की। अंतिम ओवरों में Pooja Vastrakar और Renuka Singh की कसी हुई गेंदबाज़ी ने इंग्लैंड को बड़ा झटका दिया।

मंधाना ने फिर रचा इतिहास, बनीं इंग्लैंड में भारत की सबसे सफल ओपनर

29 वर्षीय Smriti Mandhana अब इंग्लैंड में सबसे अधिक रन बनाने वाली भारतीय ओपनर भी बन चुकी हैं। इस दौरे पर उन्होंने निरंतर प्रदर्शन से अपनी उपयोगिता साबित की है। उनकी इंग्लिश परिस्थितियों में खेल को समझने की क्षमता ने उन्हें विशेष बना दिया है।

उनके नाम अब इंग्लैंड में 715 रन हैं, जिसमें तीन शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड पूनम राउत के नाम था जिनके नाम 697 रन थे।

रिकॉर्ड्स की बारिश, टीम इंडिया का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर

इस सीरीज में Harmanpreet Kaur ने भी 4000 वनडे रन पूरे कर लिए हैं, और वह अब मिताली राज और मेग लैनिंग जैसे दिग्गजों की सूची में आ चुकी हैं।

Richa Ghosh का स्ट्राइक रेट भी अब 112 से अधिक हो गया है, जो भारतीय महिला बल्लेबाज़ों में सर्वश्रेष्ठ है जिनके 50 से अधिक वनडे मुकाबले हैं।

भारत की यह जीत सिर्फ स्कोर बोर्ड पर नहीं, बल्कि मानसिक स्तर पर भी बड़ी मानी जा रही है।

आगे की तैयारी और नई उम्मीदें

अब टीम इंडिया अगले दौरे की तैयारी करेगी जहां सितंबर में उन्हें साउथ अफ्रीका में एक ट्राई-सीरीज़ खेलनी है जो Women’s World Cup की तैयारी के लिए अहम मानी जा रही है।

इस जीत के बाद कोच ऋषिकेश कानिटकर ने टीम की तारीफ करते हुए कहा कि, “यह जीत हमारे टीम के डेप्थ और आत्मविश्वास को दर्शाती है।”

इस दौरे ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय महिला टीम अब किसी भी परिस्थिति में जीत हासिल करने का माद्दा रखती है।

Smriti Mandhana का रिकॉर्ड, Harmanpreet की कप्तानी, और टीम की सामूहिक ताकत ने यह दिखा दिया कि अब भारत सिर्फ चुनौती देने वाली टीम नहीं, बल्कि सीरीज जीतने वाली टीम बन चुकी है।

इंग्लैंड के लिए यह हार एक झटका ज़रूर है, लेकिन भारत के लिए यह दौर नया आत्मविश्वास और अगली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा लेकर आया है।

झमाझम बारिश से दिल्ली-एनसीआर में मौसम सुहाना, लेकिन जलभराव से यातायात प्रभावित

Delhi Weather Today: Continuous Rain Brings Relief and Chaos Across NCR

Delhi weather today की शुरुआत मंगलवार सुबह झमाझम बारिश के साथ हुई। राजधानी और एनसीआर के कई हिस्सों में लगातार हो रही बरसात ने मौसम को सुहावना बना दिया है। उमस और तेज़ गर्मी से परेशान दिल्लीवासियों के लिए यह बारिश राहत की सांस जैसी रही। आसमान में घने बादलों के बीच गरज के साथ हो रही बारिश ने राजधानी को ठंडक पहुंचाई है।

हालांकि मौसम की इस ठंडक ने शहर में ट्रैफिक और जलभराव जैसी समस्याओं को भी जन्म दिया है। कई इलाकों में जलजमाव की वजह से वाहन रेंगते नज़र आए। बारिश जहां एक ओर सुकून दे रही है, वहीं दूसरी ओर यह लोगों की दिनचर्या को बाधित भी कर रही है।

राजधानी के कई इलाकों में भारी बारिश और जलभराव

Rain update in NCR के मुताबिक, दिल्ली के संसद भवन क्षेत्र, राजाजी मार्ग और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित कई हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई है। बारिश इतनी तेज़ थी कि कई निचले इलाकों की सड़कों पर पानी भर गया।

एनसीआर के गाज़ियाबाद, नोएडा सेक्टर 75 और ग्रेटर नोएडा के हिस्सों में भी तेज बारिश के चलते जलभराव की स्थिति बनी रही। कई जगहों पर लोग पैदल चलने से भी कतराते नजर आए, वहीं दोपहिया वाहन चालक गड्ढों और पानी से जूझते दिखे।

ट्रैफिक जाम की गंभीर स्थिति

तेज बारिश के कारण राजधानी और आस-पास के इलाकों में traffic jam due to rain आम दृश्य बन गया है। कई मुख्य मार्गों पर पानी भरने के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। सड़कों पर पानी का बहाव इतना तेज था कि कई जगहों पर जाम की स्थिति बन गई।

ट्रैफिक पुलिस लगातार प्रयास कर रही है कि जाम को नियंत्रित किया जा सके, लेकिन भारी बारिश के बीच ट्रैफिक को पूरी तरह सुचारू कर पाना संभव नहीं हो पाया। लोग सोशल मीडिया पर भी ट्रैफिक से जुड़ी परेशानियों को साझा कर रहे हैं।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी: 26 जुलाई तक सक्रिय रहेगा मॉनसून

Monsoon in Delhi फिलहाल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी दिल्ली और एनसीआर में 26 जुलाई तक बारिश का सिलसिला इसी तरह जारी रह सकता है। आज अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

मौसम विभाग ने यह भी बताया कि बारिश के दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। ऐसे में लोगों को सलाह दी गई है कि वे बाहर निकलते समय सावधानी बरतें।

लगातार बारिश से बनी असुविधा, लोगों से संयम की अपील

लगातार हो रही बारिश से राजधानी की सड़कों पर अव्यवस्था बढ़ गई है। लोग अपने वाहन लेकर निकलने से पहले मौसम और ट्रैफिक की जानकारी जरूर लें। स्कूल और ऑफिस जाने वाले लोग अतिरिक्त समय लेकर निकलें ताकि देर से पहुंचने की स्थिति से बचा जा सके।

सार्वजनिक परिवहन भी बारिश से प्रभावित हो रहा है, जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। स्थानीय प्रशासन ने जलभराव वाले इलाकों की सफाई के लिए टीमें तैनात की हैं, लेकिन हालात पूरी तरह काबू में आने में समय लग सकता है।

सुंदरता और समस्या साथ लेकर आया दिल्ली का मॉनसून

इस सीज़न की बारिश ने एक बार फिर दिल्ली को हरियाली से भर दिया है। सड़कों के किनारे खिले फूल, पार्कों की ताज़गी और पेड़ों पर टपकती बूंदों ने शहर को एक सुंदर दृश्य में तब्दील कर दिया है।

लेकिन Delhi monsoon की यही बारिश हर साल नगर निगम और जल निकासी व्यवस्था की कमज़ोरियों को भी उजागर करती है। कुछ के लिए यह मौसम चाय और पकौड़ों का आनंद है, तो कुछ के लिए यह घंटों जाम में फंसे रहने की मजबूरी।

फिलहाल, दिल्ली-एनसीआर में बारिश का दौर लगातार जारी है। एक तरफ जहां मौसम सुहावना हो गया है, वहीं दूसरी ओर जलभराव और ट्रैफिक से लोगों की परेशानी भी बढ़ गई है। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि यह बारिश 26 जुलाई तक जारी रह सकती है, ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहने की ज़रूरत है।

चाहे ऑफिस जाना हो, स्कूल, बाज़ार या अन्य काम — आने वाले कुछ दिन बारिश के साथ चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। लेकिन यदि सावधानी बरती जाए, तो यह मौसम केवल परेशानी नहीं बल्कि एक खूबसूरत अनुभव बन सकता है।

Samsung Galaxy Fold 6 5G AI पर जबरदस्त छूट, ₹44,350 तक सस्ता हुआ सैमसंग का फोल्डेबल फोन

Samsung Galaxy Fold 6 5G AI Gets Huge Price Cut

Samsung के प्रीमियम फोल्डेबल स्मार्टफोन Galaxy Fold 6 5G AI की कीमत में अब बड़ी कटौती देखने को मिल रही है। पिछले साल लॉन्च हुआ यह डिवाइस अब अपने लॉन्च प्राइस से ₹38,000 सस्ता हो गया है। इस फोन का 12GB रैम और 256GB इंटरनल स्टोरेज वेरिएंट पहले ₹1,64,999 में आता था, लेकिन अब इसे Amazon पर ₹1,26,999 में खरीदा जा सकता है।

सिर्फ यही नहीं, अगर आप Amazon Prime के मेंबर हैं और ICICI Bank Amazon Pay क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको ₹6,349 की अतिरिक्त छूट भी मिल सकती है। ऐसे में इस डिवाइस की effective कीमत ₹1,20,649 तक पहुंच जाती है।

एक्सचेंज और कैशबैक ऑफर से मिल सकता है कुल ₹44,350 तक का फायदा

Amazon पर इस फोल्डेबल 5G फोन पर एक्सचेंज ऑफर के साथ कैशबैक की सुविधा भी दी जा रही है। सही कंडीशन वाले पुराने फोन को एक्सचेंज करने पर आपको कुल ₹49,250 तक का फायदा मिल सकता है। हालांकि एक्सचेंज का मूल्य आपके पुराने डिवाइस की हालत, ब्रांड और मॉडल पर निर्भर करेगा। इस तरह Samsung Galaxy Fold 6 price drop और अतिरिक्त ऑफर्स के साथ यह डिवाइस पहले से कहीं अधिक किफायती हो गया है।

Samsung Fold 6 के डिस्प्ले और डिजाइन में है दमदार क्वालिटी

Galaxy Fold 6 5G AI को सैमसंग ने डुअल डिस्प्ले के साथ पेश किया है। इसका मुख्य डिस्प्ले 7.6 इंच का QXGA+ Dynamic AMOLED 2X है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करता है। इस डिस्प्ले की पीक ब्राइटनेस 2600 निट्स है, जो तेज धूप में भी स्क्रीन को क्लियर और शार्प दिखाती है।

इसके साथ ही फोन में 6.3 इंच का कवर डिस्प्ले भी दिया गया है, जो HD+ Dynamic AMOLED 2X है और इसका रिफ्रेश रेट भी 120Hz है। दोनों डिस्प्ले पर Gorilla Glass Victus 2 की सुरक्षा मिलती है, जिससे यह फोन स्क्रैच और छोटे गिरने से सुरक्षित रहता है।

प्रदर्शन को ताकत देता है Snapdragon 8 Gen 3 प्रोसेसर

Samsung का यह फोल्डेबल फोन परफॉर्मेंस के मामले में भी कमाल का है। इसमें कंपनी ने Snapdragon 8 Gen 3 प्रोसेसर का उपयोग किया है, जो तेज, स्मूद और हाई परफॉर्मेंस देने में सक्षम है। Galaxy Fold 6 specifications के अनुसार यह फोन 12GB RAM और 1TB तक की स्टोरेज ऑप्शन के साथ आता है, जो हाई लेवल मल्टीटास्किंग और मीडिया स्टोरेज के लिए उपयुक्त है।

चाहे आप वीडियो एडिटिंग कर रहे हों, गेमिंग कर रहे हों या भारी ऐप्स चला रहे हों, यह प्रोसेसर हर काम को बिना किसी रुकावट के करता है।

ट्रिपल कैमरा सेटअप से मिलती है बेहतरीन फोटोग्राफी एक्सपीरियंस

Samsung Galaxy Fold 6 में पीछे की तरफ ट्रिपल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसका मेन कैमरा 50 मेगापिक्सल का है, जो शानदार डिटेल और कलर डेप्थ के साथ फोटोज क्लिक करता है। इसके अलावा, इसमें 12 मेगापिक्सल का अल्ट्रावाइड कैमरा और 10 मेगापिक्सल का टेलीफोटो लेंस भी शामिल है, जिससे आप डिफरेंट एंगल्स और ज़ूम शॉट्स आसानी से ले सकते हैं।

सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए इसमें 10 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है, जो स्पष्ट और नैचुरल रिजल्ट देता है। यह सेटअप दिन और रात दोनों समय शानदार फोटोग्राफी करने में सक्षम है।

दमदार बैटरी और फास्ट चार्जिंग सपोर्ट

Samsung Fold 6 में 4400mAh की बैटरी दी गई है, जो एक दिन की बैकअप देने के लिए पर्याप्त है। यह बैटरी 25 वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है, जिससे आपका फोन जल्दी चार्ज हो जाता है। इसके साथ ही, डिवाइस में 15 वॉट की वायरलेस चार्जिंग की सुविधा भी दी गई है, जो आज के स्मार्टफोन यूजर्स के लिए एक अतिरिक्त सुविधा है।

फोल्डेबल फोन की दुनिया में Fold 6 एक स्मार्ट इनवेस्टमेंट

सैमसंग का यह फोन उन यूज़र्स के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन चुका है, जो फोल्डेबल टेक्नोलॉजी को एक्सपीरियंस करना चाहते हैं। सैमसंग Fold 6 में हाई-एंड फीचर्स, प्रीमियम डिज़ाइन और एडवांस AI सपोर्ट के साथ यूजर एक्सपीरियंस को अगले स्तर पर ले जाया गया है।

Foldable 5G phone deal के तहत अब यह फोन पहले की तुलना में कहीं ज़्यादा किफायती हो गया है। जो यूज़र्स अब तक इसकी कीमत की वजह से इसे नहीं ले पाए थे, उनके लिए यह ऑफर एक अच्छा मौका साबित हो सकता है।

भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है Fold 6

Samsung Galaxy Fold 6 को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह आने वाले सालों तक उपयोगी रहे। इसमें दिए गए AI फीचर्स, मल्टीटास्किंग मोड, स्प्लिट स्क्रीन और ऐप स्विचिंग के फंक्शन इसे भविष्य के लिए एक आदर्श स्मार्टफोन बनाते हैं।

इसके साथ आने वाला स्टाइलिश फोल्डेबल फॉर्मफैक्टर, बड़ा डिस्प्ले और पावरफुल स्पेसिफिकेशन इसे 2025 के सबसे इनोवेटिव स्मार्टफोन्स की लिस्ट में रखता है।

अगर आप एक हाई-एंड स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं और फोल्डेबल डिवाइस ट्राई करना चाहते हैं, तो यह Samsung Fold 6 5G AI आपके लिए सही विकल्प हो सकता है। इसकी कीमत में हुई कटौती, बैंक ऑफर और एक्सचेंज बोनस को मिलाकर ₹44,350 तक की छूट मिल रही है।

शानदार डिस्प्ले, पावरफुल प्रोसेसर, बेहतरीन कैमरा और मजबूत बैटरी इस फोन को एक कंप्लीट पैकेज बनाते हैं। चाहे आप एक बिज़नेस यूज़र हों, कंटेंट क्रिएटर, या सिर्फ टेक्नोलॉजी लवर – Samsung Galaxy Fold 6 हर किसी की ज़रूरतों पर खरा उतरता है।

अहान पांडे की ‘सैयारा’ फिल्म ने भावनाओं और कमाई दोनों से जीता दर्शकों का दिल

Saiyaara Box Office Live: Ahaan Panday’s Debut Film

यशराज बैनर के तले बनी फिल्म Saiyaara इस समय महज़ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक भावनात्मक लहर बन चुकी है। अहान पांडे और अनीत पड्डा स्टारर यह डेब्यू फिल्म न केवल बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा रही है, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी गहराई से उतर रही है। सिनेमाघरों में फिल्म देखने के बाद लोग खुलकर अपने इमोशंस ज़ाहिर कर रहे हैं। कई थिएटर में तो दर्शक भावुक होकर रोते हुए नजर आए हैं।

फिल्म की कहानी और परफॉर्मेंस लोगों को इतना छू रही है कि सोशल मीडिया पर Saiyaara viral video from theatre तेजी से शेयर किए जा रहे हैं। लोग थिएटर से निकलते हुए अपनी आंखों के आंसू पोंछते दिख रहे हैं, तो कुछ सीन के दौरान भावुक होकर सीट पर ही चुप हो जा रहे हैं।

बॉक्स ऑफिस पर ‘सैयारा’ का तूफान, बड़े रिकॉर्ड्स को पीछे छोड़ा

फिल्म Saiyaara का जलवा सिर्फ दिलों तक ही सीमित नहीं है, इसकी गूंज बॉक्स ऑफिस पर भी साफ सुनाई दे रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को फिल्म ने 23.09 करोड़ की कमाई करके दंगल, पठान, टाइगर जिंदा है और यहां तक कि KGF-2 जैसे ब्लॉकबस्टर फिल्मों के रिकॉर्ड्स को भी पीछे छोड़ दिया।

इस फिल्म ने अपने डेब्यू वीक में ही ₹100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। विश्लेषकों के मुताबिक, जिस तरह से Saiyaara box office collection बढ़ रहा है, वह आने वाले दिनों में और भी ऊंचाइयों को छू सकता है।

इमोशंस की झड़ी, वायरल हुआ लड़की का रोते हुए वीडियो

एक वीडियो ने खास ध्यान खींचा है जिसमें एक कपल फिल्म देखने के बाद थिएटर में ही भावुक हो जाता है। लड़की बिलख-बिलख कर रो रही है और उसका बॉयफ्रेंड उसे चुप कराने की कोशिश कर रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और फिल्म के इमोशनल प्रभाव को उजागर करता है।

सोशल मीडिया पर सैयारा बना ट्रेंडिंग टॉपिक

Saiyaara live update पूरे दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेंड कर रहा है। Instagram और X पर फिल्म के कई ऐसे क्लिप्स सामने आए हैं जिनमें लोग सीन के दौरान रोते, तालियां बजाते या अपने अनुभव साझा करते नजर आ रहे हैं। यह फिल्म नई पीढ़ी के लिए एक भावनात्मक अनुभव बन चुकी है।

आलोचनाओं की झलक भी, पर क्रेज पर नहीं पड़ा असर

हालांकि फिल्म की तारीफों के बीच कुछ आलोचनात्मक प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। एक वायरल वीडियो में एक लड़की ने लोगों के अत्यधिक इमोशनल रिएक्शन पर तंज कसते हुए कहा कि यह कोई “किंडरगार्टन क्लास” नहीं है जो लोग एक फिल्म देखकर बेहोश हो रहे हैं। इस बयान ने सोशल मीडिया पर बहस को जन्म दिया, लेकिन फिल्म की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई।

अहान पांडे का पुराना वीडियो हुआ वायरल, रणबीर कपूर के फैन रहे हैं

फिल्म की अपार सफलता के बीच Ahaan Panday debut से जुड़ा एक पुराना वीडियो भी चर्चा में है। इस वीडियो में अहान एक डबस्मैश क्लिप में बॉलीवुड सीन की नकल करते नजर आ रहे हैं। फैंस को उनका यह मासूम और शुरुआती फेज काफी पसंद आ रहा है और वह उनके अब तक के सफर को सराह रहे हैं।

एक फैन ने IV ड्रिप के साथ देखी फिल्म, दीवानगी की हदें पार

Reddit पर वायरल हुए एक वीडियो ने सभी को चौंका दिया। इसमें एक युवक सिनेमा हॉल में IV drip के साथ Saiyaara देखते नजर आया। हाथ में सलाइन की बोतल, चेहरे पर भावुकता और दोस्तों के बीच बैठा वह फैन दर्शाता है कि फिल्म ने दर्शकों पर कितनी गहरी छाप छोड़ी है।

वीकडे में भी नहीं रुकी कमाई, बुधवार सुबह तक 133 करोड़ के करीब

फिल्म ने सप्ताह के मध्य में भी अपनी रफ्तार कायम रखी है। बुधवार सुबह तक की रिपोर्ट्स के अनुसार, Saiyaara की कुल कमाई लगभग ₹133 करोड़ तक पहुंच चुकी है। ट्रेड पंडित मान रहे हैं कि यह आंकड़ा तेजी से आगे बढ़ता रहेगा। इतनी तेज ग्रोथ के साथ, फिल्म अब ब्लॉकबस्टर का दर्जा हासिल कर चुकी है।

पांचवे दिन की कमाई 25 करोड़ के पास, सोमवार से ज्यादा

रिलीज के पांचवे दिन यानी मंगलवार को फिल्म ने करीब ₹25 करोड़ की कमाई की। यह आंकड़ा सोमवार के मुकाबले कहीं ज्यादा है। वीकडे में इतनी मजबूत कमाई यह साबित करती है कि फिल्म का क्रेज केवल वीकेंड तक सीमित नहीं है।

क्या ‘छावा’ का रिकॉर्ड तोड़ पाएगी सैयारा?

Vicky Kaushal की फिल्म Chhaava ने ₹600 करोड़ कमाकर इतिहास रचा था। अब सवाल उठ रहा है कि क्या Saiyaara उस मुकाम तक पहुंच पाएगी? फिलहाल की रफ्तार को देखते हुए ऐसा मुमकिन नजर आता है। अगर यही ट्रेंड जारी रहा, तो सैयारा जल्द ही टॉप ग्रॉसिंग फिल्मों की लिस्ट में शामिल हो सकती है।

सैयारा की सफलता का असली हीरो: इसका म्यूजिक

फिल्म की कामयाबी का एक बड़ा कारण इसका म्यूजिक भी है। Mohit Suri के निर्देशन में बनी इस फिल्म का टाइटल ट्रैक लोगों की ज़ुबान पर चढ़ चुका है। Saiyaara music को लेकर खास दीवानगी देखी जा रही है, जिसमें हर गाना दिल से जुड़ने वाला है। खासतौर पर टाइटल ट्रैक ने युवाओं और सोशल मीडिया यूज़र्स के बीच जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है।

Saiyaara ने यह साबित कर दिया है कि दर्शक आज भी अच्छी कहानी, सशक्त अभिनय और दिल छू लेने वाले संगीत को सराहते हैं। चाहे वो थिएटर में रोते हुए फैंस हों, सोशल मीडिया पर वायरल होते वीडियो हों या रिकॉर्ड तोड़ता कलेक्शन — इस फिल्म ने हर स्तर पर सफलता हासिल की है।

अहान पांडे और अनीत पड्डा का अभिनय, मोहित सूरी का निर्देशन और फिल्म का soulful soundtrack मिलकर इसे सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक यादगार अनुभव बना देते हैं। अगर आपने अब तक Saiyaara नहीं देखी है, तो शायद आप इस साल की सबसे चर्चित और भावनात्मक फिल्म को मिस कर रहे हैं।

आज का राशिफल 23 जुलाई 2025: सिंह समेत इन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ

Today Horoscope 23 July 2025: Powerful Day for Leo and Five Other Zodiac Signs

23 जुलाई 2025, शुक्रवार का दिन कई राशियों के लिए खास रहेगा। इस दिन Sawan Shivratri का पर्व भी मनाया जा रहा है, जिससे दिन का ज्योतिषीय महत्व और बढ़ गया है। ग्रहों की चाल और नक्षत्रों की स्थिति कुछ विशेष राशियों के लिए लाभकारी योग बना रही है।

वर्तमान में शुक्र वृषभ राशि में स्थित हैं। गुरु और चंद्रमा मिथुन राशि में हैं। सूर्य और बुध कर्क राशि में, मंगल और केतु सिंह राशि में हैं। राहु कुंभ राशि में विराजमान हैं, जबकि शनि मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। इन ग्रहों की वर्तमान स्थिति कई राशियों के लिए उन्नति, स्वास्थ्य और आर्थिक समृद्धि के संकेत दे रही है।

मेष राशि (Aries)

मेष राशि वालों के लिए आज का दिन आत्मविश्वास से भरा रहेगा। मित्रों और भाइयों का सहयोग मिलेगा। पराक्रम में वृद्धि होगी और प्रयासों में सफलता दिखेगी। सेहत में सुधार आएगा और प्रेम जीवन स्थिर रहेगा। संतान पक्ष से भी संतोषजनक परिणाम मिल सकते हैं। व्यापार अच्छा रहेगा। दिन को और बेहतर बनाने के लिए पीली वस्तु पास रखें।

वृषभ राशि (Taurus)

वृषभ राशि के जातकों के लिए आज धनलाभ के योग हैं। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सेहत अच्छी रहेगी और मन प्रसन्न रहेगा। प्रेम और व्यापार दोनों में सफलता का दिन है। यदि संभव हो तो पीली वस्तु का दान करें।

मिथुन राशि (Gemini)

मिथुन राशि के लोग आज ऊर्जावान और आत्मविश्वासी महसूस करेंगे। शारीरिक स्थिति में सुधार होगा और मानसिक स्पष्टता बनी रहेगी। प्रेम जीवन और पारिवारिक संबंध बेहतर होंगे। व्यापारिक कार्यों में प्रगति देखने को मिल सकती है। दिन को सफल बनाने के लिए मां काली को प्रणाम करते रहें।

कर्क राशि (Cancer)

कर्क राशि वालों को आज थोड़ी थकान महसूस हो सकती है। ऊर्जास्तर कुछ कम रह सकता है लेकिन प्रेम और संतान से जुड़ी बातें संतोषजनक रहेंगी। व्यापार सामान्य रहेगा। धार्मिक कार्यों पर खर्च संभव है, परंतु अत्यधिक खर्च से बचें ताकि वित्तीय संतुलन बना रहे। पीली वस्तु पास में रखना शुभ रहेगा।

सिंह राशि (Leo)

सिंह राशि के लिए आज का दिन अत्यंत शुभकारी रहेगा। यात्रा के योग बन रहे हैं और कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी। स्वास्थ्य, प्रेम जीवन और व्यापार – सभी क्षेत्रों में सकारात्मकता दिखेगी। दिनभर पीली वस्तु अपने पास रखना लाभकारी रहेगा।

कन्या राशि (Virgo)

कन्या राशि के जातकों को व्यापारिक लाभ मिलने की प्रबल संभावना है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। राजनीति से जुड़े लोग लाभ की स्थिति में रहेंगे। सेहत में सुधार दिखेगा और पारिवारिक माहौल संतुलित रहेगा। भगवान विष्णु को प्रणाम करते रहना दिन को और सकारात्मक बना सकता है।

तुला राशि (Libra)

तुला राशि के लोगों के लिए आज का दिन विशेष शुभ है। जो कार्य पहले अटके हुए थे, उनमें अब गति आएगी। यात्रा की योजना बन सकती है और किस्मत का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य, प्रेम और व्यापार – तीनों क्षेत्रों में सफलता मिलने के संकेत हैं। दिन को सफल बनाने के लिए पीली वस्तु का दान करें।

वृश्चिक राशि (Scorpio)

वृश्चिक राशि वालों को आज सतर्क रहने की आवश्यकता है। कुछ प्रतिकूल स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। चोट या किसी परेशानी की संभावना बन सकती है। स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिति मध्यम रहेगी, जबकि व्यापार सामान्य गति से चलेगा। नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए पीली वस्तु साथ रखें।

धनु राशि (Sagittarius)

धनु राशि वालों के लिए आज का दिन प्रेम और विवाह के दृष्टिकोण से शुभ है। किसी खास व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है या विवाह संबंध तय हो सकता है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। व्यापार में लाभ होगा। हरी वस्तु का दान करें ताकि दिन का सौभाग्य और बढ़े।

मकर राशि (Capricorn)

मकर राशि के लिए आज का दिन संतुलन से भरा रहेगा। पुराने विरोधी भी मित्रवत व्यवहार कर सकते हैं। ज्ञान की प्राप्ति होगी और वरिष्ठों का आशीर्वाद मिलेगा। स्वास्थ्य थोड़ा कमजोर रह सकता है, लेकिन प्रेम, संतान और व्यापार की स्थिति अच्छी रहेगी। पीली वस्तु का दान लाभदायक रहेगा।

कुंभ राशि (Aquarius)

कुंभ राशि के विद्यार्थियों और रचनात्मक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के लिए आज का दिन बहुत अच्छा है। लेखक, कवि, साहित्यकार और फिल्मकारों को नई प्रेरणा मिलेगी। प्रेम जीवन और संतान से जुड़े विषयों में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। स्वास्थ्य स्थिर रहेगा और व्यापार में उन्नति होगी। हरी वस्तु पास रखें।

मीन राशि (Pisces)

मीन राशि वालों के लिए आज घरेलू सुख में वृद्धि होगी। नए मकान, ज़मीन या वाहन की खरीदारी की संभावना है। सेहत में सुधार होगा और पारिवारिक साथ मिलेगा। प्रेम जीवन और व्यापार दोनों में अनुकूलता रहेगी। हरी वस्तु अपने पास रखें ताकि सकारात्मकता बनी रहे।

23 जुलाई 2025 का दिन ग्रहों की चाल और सावन शिवरात्रि के पावन अवसर के कारण विशेष बन गया है। सिंह, मिथुन, तुला, धनु और कन्या राशि वालों को आज विशेष लाभ के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, वृश्चिक और कर्क राशि वालों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।

आज के दिन कुछ सरल उपाय जैसे पीली या हरी वस्तु अपने पास रखना या दान करना आपके दिन को और शुभ बना सकते हैं। सकारात्मक सोच, संकल्प और संयम के साथ आज का दिन बिताएं, ताकि आकाशीय शक्तियों का पूरा लाभ मिल सके।

BSF कांस्टेबल ट्रेड्समैन भर्ती 2025: सीमा सुरक्षा बल में 3588 पदों पर आवेदन का मौका

BSF Tradesman Recruitment 2025: Apply for 3588 Constable Vacancies Before August 25

सीमा सुरक्षा बल यानी BSF ने कांस्टेबल ट्रेड्समैन पदों पर बंपर भर्ती का एलान किया है। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत देशभर के उम्मीदवारों को सरकारी सेवा में शामिल होने का एक बड़ा मौका मिलेगा। BSF Vacancy 2025 के तहत आवेदन प्रक्रिया जल्द ही बीएसएफ की आधिकारिक वेबसाइट bsf.gov.in पर शुरू होने जा रही है। इच्छुक उम्मीदवार 25 अगस्त 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

फिलहाल बीएसएफ की वेबसाइट पर भर्ती से जुड़ी संक्षिप्त जानकारी साझा की गई है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार इस बार कुल 3588 रिक्त पदों को भरा जाएगा। आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत 26 जुलाई 2025 से होने की संभावना है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे नोटिस के अनुसार, इन रिक्तियों में से 3406 पद पुरुषों के लिए और 182 पद महिलाओं के लिए निर्धारित किए गए हैं।

विभिन्न ट्रेड्स में होंगे पद — जानें कहां मिलेगा अवसर

BSF Tradesman Recruitment के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के ट्रेड्स में नियुक्तियां की जाएंगी। इन पदों में कुक, वॉटर कैरियर, वेल्डर, कारपेंटर, प्लंबर, पेंटर, इलेक्ट्रिशियन, पंप ऑपरेटर, कोब्लर, टेलर, वॉशरमैन, बार्बर और स्वीपर जैसे ट्रेड्स शामिल हैं। हर ट्रेड के लिए अलग-अलग दक्षता और तकनीकी योग्यता आवश्यक होगी।

इस बार की भर्ती इसलिए भी खास है क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में ट्रेड्समैन पदों पर नियुक्तियां कम ही देखने को मिलती हैं। जो युवा तकनीकी कार्यों में दक्ष हैं या ITI जैसे संस्थानों से ट्रेनिंग ले चुके हैं, उनके लिए यह भर्ती एक सुनहरा अवसर साबित हो सकती है।

शैक्षणिक योग्यता: 10वीं पास और ट्रेड में कौशल आवश्यक

BSF Constable Vacancy 2025 के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को न्यूनतम 10वीं कक्षा पास होना अनिवार्य है। इसके साथ ही संबंधित ट्रेड में आईटीआई प्रमाणपत्र या कार्यकुशलता की भी आवश्यकता होगी। कुछ ट्रेड्स में आईटीआई आवश्यक है, जबकि कुछ पदों के लिए केवल ट्रेड में अनुभव या दक्षता ही पर्याप्त मानी जाएगी।

हर ट्रेड के लिए एक अलग Trade Test भी लिया जाएगा, जिसमें उम्मीदवारों को अपनी व्यावहारिक क्षमता सिद्ध करनी होगी। विस्तृत जानकारी बीएसएफ की जल्द आने वाली आधिकारिक अधिसूचना में उपलब्ध होगी।

आयु सीमा और छूट का प्रावधान

उम्मीदवारों की आयु 18 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए। सरकारी नियमों के अनुसार, अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के उम्मीदवारों को 5 वर्ष की छूट दी जाएगी। वहीं, अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के उम्मीदवारों को 3 वर्ष की छूट का प्रावधान है।

यह आयु छूट सरकारी नौकरियों में समान अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से दी जाती है ताकि समाज के सभी वर्ग इस सेवा में भागीदारी कर सकें।

चयन प्रक्रिया: फिजिकल से लेकर मेडिकल टेस्ट तक

BSF Tradesman Recruitment 2025 की चयन प्रक्रिया कई चरणों में पूरी की जाएगी। सबसे पहले उम्मीदवारों की Physical Efficiency Test यानी शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी, जिसके बाद Physical Standard Test यानी शारीरिक मापदंड परीक्षण होगा। इन दोनों चरणों में सफल होने के बाद उम्मीदवारों का दस्तावेज सत्यापन किया जाएगा।

इसके बाद उम्मीदवारों को अपने ट्रेड के अनुसार ट्रेड टेस्ट देना होगा। इस परीक्षण में उम्मीदवारों की तकनीकी जानकारी और हाथों का कौशल जांचा जाएगा। इसके बाद एक लिखित परीक्षा होगी और अंत में मेडिकल परीक्षण के माध्यम से शारीरिक फिटनेस की जांच की जाएगी।

जो उम्मीदवार इन सभी चरणों को सफलतापूर्वक पास करेंगे, वही अंतिम रूप से चयनित होंगे।

आवेदन कैसे करें: स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया

Apply online for BSF Tradesman के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट rectt.bsf.gov.in पर जाना होगा। वहां “One Time Registration” का विकल्प उपलब्ध होगा, जिस पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू करनी होगी।

रजिस्ट्रेशन के दौरान उम्मीदवार को अपना नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करनी होगी। रजिस्ट्रेशन पूरा करने के बाद क्रेडेंशियल्स के जरिए लॉग इन कर ऑनलाइन आवेदन फार्म भरना होगा।

आवेदन पत्र में व्यक्तिगत, शैक्षणिक और तकनीकी जानकारी दर्ज करनी होगी। इसके बाद आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करना होगा। फिर आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा, जिसे डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से किया जा सकता है।

आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद, उम्मीदवारों को अपने रिकॉर्ड के लिए आवेदन फार्म का प्रिंटआउट सुरक्षित रखना चाहिए।

आवेदन शुल्क और जरूरी निर्देश

आवेदन शुल्क की जानकारी जल्द ही विस्तृत अधिसूचना में दी जाएगी। सामान्य, ओबीसी और अन्य वर्गों के लिए शुल्क अलग-अलग हो सकता है। वहीं, एससी, एसटी और महिला उम्मीदवारों को शुल्क में छूट दी जा सकती है।

उम्मीदवारों को आवेदन करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि सभी जानकारी सही और प्रमाणिक हो। कोई भी गलती दस्तावेज सत्यापन के दौरान परेशानी का कारण बन सकती है।

BSF की अन्य चल रही भर्तियां भी देखें

BSF Recruitment 2025 के अंतर्गत अन्य पदों के लिए भी आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। वर्तमान में स्पोर्ट्स कोटे के तहत कांस्टेबल पदों पर भर्ती की जा रही है, जिसके लिए आवेदन की अंतिम तिथि 20 अगस्त 2025 है।

इसके अलावा बीएसएफ ग्रुप-सी में हेड कांस्टेबल रेडियो ऑपरेटर और रेडियो मैकेनिक पदों के लिए भी आवेदन आमंत्रित हैं, जिनके लिए अंतिम तिथि 30 जुलाई 2025 निर्धारित की गई है। इन पदों के लिए तकनीकी योग्यता अनिवार्य है।

क्यों यह भर्ती युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है

BSF में कांस्टेबल ट्रेड्समैन पदों की यह भर्ती युवाओं को न केवल रोजगार का अवसर दे रही है, बल्कि देश की सेवा करने का भी गर्व प्रदान कर रही है। केंद्र सरकार की इस नौकरी में स्थायित्व, नियमित वेतन, आवास, स्वास्थ्य सुविधा और अन्य सरकारी लाभ भी उपलब्ध हैं।

जो युवा तकनीकी क्षेत्र में कार्यरत हैं या जिन्होंने आईटीआई से कोर्स किया है, उनके लिए यह अवसर करियर की दिशा बदल सकता है। BSF Recruitment 2025 न केवल रोजगार प्रदान करता है, बल्कि एक सम्मानजनक जीवनशैली और देशभक्ति से जुड़ाव का भाव भी जोड़ता है।

अगर आप इस भर्ती के पात्र हैं, तो जरूरी दस्तावेज अभी से तैयार रखें और आवेदन की प्रक्रिया शुरू होते ही फॉर्म भर दें। देर करने पर तकनीकी कारणों या भीड़ के चलते परेशानियां हो सकती हैं।

इस बार की BSF Tradesman Vacancy काफी बड़ी है और देशभर के लाखों युवा इसमें हिस्सा ले सकते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप पहले ही आवेदन करें और खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से चयन प्रक्रिया के लिए तैयार रखें।

बिहार मौसम अपडेट: भीषण गर्मी से राहत, कल से पूरे राज्य में झमाझम बारिश की संभावना

Bihar Weather Update: Scorching Heat to End as Heavy Rain Predicted from Tomorrow

बिहार इन दिनों भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहा है। जुलाई के आखिरी हफ्ते में भी राज्य में monsoon season जैसा असर नहीं दिख रहा है। बीते कुछ दिनों से राज्य भर में तेज धूप, लू और पसीने से आम लोग परेशान हैं। लेकिन सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ा है, जिन्हें बारिश की कमी के चलते खेतों की सिंचाई के लिए कृत्रिम साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे खेती की लागत बढ़ गई है और आर्थिक संकट भी गहराता जा रहा है।

राज्य में अब तक 43 प्रतिशत कम हुई बारिश

Rainfall in Bihar अब तक सामान्य से काफी कम रही है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अब तक औसतन 43 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है। मंगलवार को दरभंगा में केवल 15 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि गया, पूर्णिया और वैशाली में तो 5 मिलीमीटर से भी कम बारिश दर्ज की गई। कई जिलों में एक भी बूंद बारिश नहीं हुई, जिससे Bihar monsoon update पर चिंता और बढ़ गई है।

कल से बदलेगा मौसम, भारी बारिश के आसार

राज्यवासियों के लिए अच्छी खबर यह है कि कल यानी 24 जुलाई से Bihar weather update में बड़ा बदलाव आने वाला है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि गुरुवार से पूरे बिहार में भारी बारिश होगी। इससे तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। आने वाले हफ्ते भर तक बारिश का असर बना रहेगा। यह बारिश किसानों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं होगी।

आज का मौसम: गर्मी से राहत नहीं, दिन भर तेज धूप

बुधवार को भी बिहार के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा। दिन भर तेज धूप और उमस बनी रहने की संभावना है। आसमान साफ रहेगा और केवल कुछ इलाकों में ही हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। अधिकतम तापमान करीब 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। Temperature drop in Bihar का असर आज नहीं दिखेगा।

लोगों को दिनभर पसीने और गर्म हवाओं का सामना करना पड़ सकता है। घरों और दफ्तरों में कूलर और एसी का सहारा जरूरी होगा, खासकर उन जिलों में जहां पारा लगातार 35 डिग्री से ऊपर बना हुआ है।

कल से आंधी और बिजली के साथ तेज बारिश की चेतावनी

गुरुवार से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल सकता है। तेज आंधी, मूसलाधार बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। अगले 48 घंटों में तापमान में 3°C से 5°C की गिरावट हो सकती है। बारिश की यह स्थिति पूरे हफ्ते बनी रह सकती है। इससे जहां आम लोग राहत महसूस करेंगे, वहीं किसानों को सिंचाई की चिंता से कुछ समय के लिए मुक्ति मिल सकती है।

प्रमुख शहरों में तापमान और वायु गुणवत्ता

बिहार के प्रमुख शहरों में तापमान और वायु गुणवत्ता इस प्रकार है:

पटना में अधिकतम तापमान 35.5°C और न्यूनतम तापमान 29.2°C दर्ज किया गया है। यहां AQI 102 है, जो मध्यम श्रेणी में आता है।

मुजफ्फरपुर में तापमान 35.2°C अधिकतम और 28.6°C न्यूनतम रहा। यहां की AQI स्थिति 68 है।

गया का अधिकतम तापमान 34.4°C और न्यूनतम 28°C है, जबकि AQI 92 रहा।

पूर्णिया में तापमान 34.8°C अधिकतम और 27.4°C न्यूनतम है। AQI 73 है।

भागलपुर सबसे गर्म शहरों में शामिल रहा, जहां पारा 35.7°C तक पहुंचा और न्यूनतम तापमान 28.8°C रहा। AQI 114 के साथ यहाँ वायु गुणवत्ता सबसे खराब रही।

किसानों के लिए राहत की उम्मीद

Bihar weather forecast के अनुसार गुरुवार से शुरू होने वाली बारिश से किसानों को राहत मिलने की पूरी उम्मीद है। जिन फसलों की बुआई रुक गई थी या जो पानी की कमी से मुरझाने लगी थीं, उन्हें नई जान मिल सकती है। धान, मक्का और दालों की खेती के लिए यह बारिश काफी उपयोगी साबित हो सकती है।

कई किसान अभी से खेतों की तैयारी में जुट गए हैं, ताकि जैसे ही बारिश हो, फसलों की बुआई या रख-रखाव तुरंत शुरू किया जा सके।

बारिश से बाढ़ का खतरा भी, प्रशासन सतर्क

जहां एक तरफ भारी बारिश राहत लेकर आ रही है, वहीं कुछ जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने का भी खतरा है। विशेषकर उत्तर बिहार के वो जिले जो पहले से नदियों के किनारे बसे हैं, वहां जलस्तर बढ़ सकता है। प्रशासन ने flood-prone areas in Bihar में अलर्ट जारी किया है और सभी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

सावधानी बरतें: बिजली गिरने और आंधी से खतरा

मौसम विभाग ने आम लोगों और किसानों दोनों को सतर्क रहने की सलाह दी है। बिजली गिरने की घटनाएं बिहार में हर साल जानलेवा साबित होती हैं। इसलिए खेतों में काम करते समय मौसम की स्थिति को देखते हुए काम करना चाहिए। आकाशीय बिजली से बचने के लिए खुले मैदान, पेड़ और पानी के पास जाने से बचना चाहिए।

अब तक की भीषण गर्मी और सूखे के बाद बिहार में rainfall forecast एक सकारात्मक संकेत है। आज की गर्मी के बाद कल से मौसम राहत भरा हो सकता है। आने वाले कुछ दिन राज्य के लिए निर्णायक हो सकते हैं — न केवल मौसम के लिहाज से, बल्कि खेती और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए भी।

कुल मिलाकर, बिहार एक बार फिर से मॉनसून की सक्रियता का इंतजार कर रहा है। उम्मीद है कि यह बारिश संतुलित और व्यापक होगी, जिससे खेतों में हरियाली लौटेगी और लोगों के चेहरों पर राहत की मुस्कान दिखेगी।

Fatty Liver से छुटकारा पाना मुमकिन, इन Lifestyle Changes से होगा लिवर डिटॉक्स

Fatty Liver Can Be Reversed: Key Lifestyle Changes to Heal Your Liver Naturally

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और बिगड़ती जीवनशैली ने फैटी लिवर जैसी समस्याओं को बेहद आम बना दिया है। खासकर युवा वर्ग में यह परेशानी तेजी से बढ़ रही है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में वसा की मात्रा सामान्य से कहीं अधिक हो जाती है। समय रहते अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह लिवर डैमेज या यहां तक कि लिवर सिरोसिस में भी बदल सकता है। अच्छी बात यह है कि कुछ जरूरी Lifestyle Changes अपनाकर इसे Reversible बनाया जा सकता है।

क्यों होता है Fatty Liver और कितना खतरनाक हो सकता है

जब लिवर में फैट 5-10 प्रतिशत से ज्यादा जमा हो जाता है, तब इसे फैटी लिवर कहा जाता है। यह स्थिति शुरुआती दौर में बिना किसी लक्षण के सामने आती है, लेकिन धीरे-धीरे लिवर की कार्यप्रणाली को प्रभावित करती है। फैटी लिवर दो प्रकार का होता है—एक जो शराब के सेवन से होता है (Alcoholic Fatty Liver) और दूसरा जो जीवनशैली और खानपान की गलतियों के कारण होता है (Non-Alcoholic Fatty Liver Disease – NAFLD)। दोनों ही स्थिति में लिवर पर दबाव बढ़ता है और समय रहते ध्यान न देने पर यह स्थायी नुकसान कर सकता है।

Fatty Liver का इलाज: अच्छी खबर यह है कि यह Reversible है

फैटी लिवर का सबसे असरदार इलाज है—जीवनशैली में बदलाव। न दवाइयों की लंबी कतार, न ऑपरेशन की जरूरत। एक संतुलित डाइट, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनावमुक्त जीवनशैली इस बीमारी से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकती है। आइए जानते हैं वे महत्वपूर्ण बदलाव जो Fatty Liver को रिवर्स करने में सहायक हैं।

संतुलित और पोषक आहार से करें शुरुआत

Fatty Liver Reversal के लिए सबसे पहला और जरूरी कदम है—स्वस्थ आहार। आपको अपनी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करने चाहिए जो फैट को कम करें और लिवर को मजबूत बनाएं।

क्या खाना चाहिए

अपने आहार में साबुत अनाज, ओट्स, दलिया, पत्तेदार हरी सब्जियां और फाइबर युक्त फल जैसे सेब, नाशपाती और पपीता को शामिल करें। प्रोटीन के लिए मूंग दाल, अरहर, सफेद अंडे और चिकन जैसे Lean Protein का सेवन करें। हेल्दी फैट्स के लिए ऑलिव ऑयल, बादाम, अखरोट और एवोकाडो बेहतरीन विकल्प हैं। हल्दी, लहसुन, ग्रीन टी और अदरक जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर की सूजन को कम करने में असरदार हैं।

क्या नहीं खाना चाहिए

शुगर और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से परहेज करें। मिठाइयां, सॉफ्ट ड्रिंक्स, मैदे से बने खाद्य पदार्थ और व्हाइट ब्रेड Fatty Liver को बढ़ावा देते हैं। फ्राइड और जंक फूड से पूरी तरह दूरी बना लें। शराब का सेवन तो बिल्कुल बंद करें क्योंकि यह लिवर पर सीधा नकारात्मक असर डालती है।

वजन पर रखें नियंत्रण

अधिक वजन और मोटापा फैटी लिवर के प्रमुख कारणों में से एक है। यदि आपका वजन अधिक है तो उसे धीरे-धीरे घटाने की कोशिश करें। क्रैश डाइट से बचें, क्योंकि यह लिवर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकती है। रोजाना कम से कम 30-45 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी (Walking, Cycling, Swimming) से आप वजन को कंट्रोल कर सकते हैं।

पानी पिएं भरपूर, लिवर करेगा Detox

लिवर को स्वस्थ रखने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। नींबू पानी, नारियल पानी और हर्बल चाय जैसे विकल्प लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। कोल्ड ड्रिंक्स और कैफीन वाले पेय पदार्थों से दूरी बनाएं।

व्यायाम और योग से पाएं राहत

Cardio Exercise जैसे ब्रिस्क वॉक, जॉगिंग, साइक्लिंग और स्विमिंग फैट को तेजी से बर्न करते हैं। योग के भी कुछ आसन जैसे कपालभाति, भुजंगासन, धनुरासन और पवनमुक्तासन लिवर की कार्यक्षमता को सुधारते हैं। हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

अच्छी नींद है जरूरी

नींद की कमी मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है, जिससे फैट तेजी से जमा होने लगता है। हर रात 7 से 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें और एक नियमित स्लीप शेड्यूल अपनाएं।

तनाव से रखें दूरी

Mental Stress लिवर की सेहत पर भी असर डालता है। नियमित मेडिटेशन, गहरी सांसों की एक्सरसाइज और मनपसंद हॉबीज़ अपनाकर तनाव को दूर रखें। समय-समय पर ब्रेक लेना और खुद के लिए वक्त निकालना बेहद जरूरी है।

हेल्थ चेकअप को न करें नजरअंदाज

अगर आपको Fatty Liver की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह लेना और समय-समय पर Liver Function Test करवाना जरूरी है। इससे समय रहते किसी भी गंभीर स्थिति का पता लगाया जा सकता है। यदि डॉक्टर दवाएं दे रहे हैं तो उनका नियमित सेवन करें।

युवाओं में तेजी से क्यों बढ़ रहा Fatty Liver

डिजिटल लाइफस्टाइल, देर रात तक स्क्रीन टाइम, बाहर का खाना और शारीरिक गतिविधियों की कमी आज के युवाओं को इस बीमारी की ओर धकेल रही है। साथ ही, जिम के सप्लीमेंट्स और अनरेगुलेटेड डायट्स का उपयोग भी लिवर पर असर डालता है। इस कारण फैटी लिवर आजकल 20 से 30 साल के युवाओं में भी तेजी से सामने आ रहा है।

समय रहते कदम उठाएं वरना बढ़ सकता है खतरा

अगर फैटी लिवर को नजरअंदाज किया गया तो यह NASH (Non-Alcoholic Steatohepatitis) और फिर लिवर फाइब्रोसिस व सिरोसिस जैसी खतरनाक स्थितियों में बदल सकता है। ये स्थितियां अक्सर लिवर ट्रांसप्लांट तक की नौबत ला सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप शुरुआती लक्षणों को पहचानें और तुरंत Lifestyle Changes अपनाएं।

किन लक्षणों पर रखें नजर

थकान, पेट के दाहिने हिस्से में हल्का दर्द, अपच, सूजन, नींद में परेशानी और स्किन पर पीलापन फैटी लिवर के संकेत हो सकते हैं। हालांकि ये लक्षण धीमे और छिपे होते हैं, फिर भी समय पर ध्यान देना जरूरी है।

फैटी लिवर कोई असाध्य रोग नहीं है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य को लेकर चेतावनी है। इस चेतावनी को समझें और अपने खानपान, व्यायाम और नींद के पैटर्न को सुधारें। एक हेल्दी रूटीन न सिर्फ आपके लिवर को, बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ बनाता है। यह भी जान लें कि सबसे अच्छा इलाज वही है जो दवाइयों के बिना संभव हो और आपकी दिनचर्या में हो।

आज से ही शुरू करें—स्मार्ट फूड चॉइस, नियमित एक्सरसाइज, भरपूर पानी, गहरी नींद और पॉजिटिव माइंडसेट के साथ। आपका लिवर आपकी मेहनत का जवाब ज़रूर देगा।