1977 में भारत की एक चूक ने पूरी खुफिया रणनीति को तबाह कर दिया। RAW की योजना थी पाकिस्तान के कहुटा न्यूक्लियर प्रोजेक्ट को नष्ट करने की, लेकिन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के एक फोन कॉल ने सबकुछ बदल दिया। इस कॉल ने ना सिर्फ भारत की खुफिया एजेंसी को कमजोर किया, बल्कि पाकिस्तान को परमाणु शक्ति बना दिया। जानिए इस अनसुनी खुफिया कहानी के हर मोड़ को, जिसे इतिहास की किताबों में शायद ही पढ़ाया गया हो।
पूरे समय राजनीति में सक्रिय और टीवी की लोकप्रिय कलाकार रहीं स्मृति ईरानी अब छोटे पर्दे पर अपनी वापसी करने जा रही हैं। वे फिर से क्यूंकि सास भी कभी बहू थी सीरियल में अपनी यादगार भूमिका तुलसी विरानी को निभाएंगी। यह धारावाहिक मूल रूप से 2000 के दशक की शुरुआत में प्रसारित हुआ था और भारतीय टेलीविजन पर सबसे बड़ी हिट कहानियों में गिना गया था।
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अब चौथाई सदी बाद यह शो क्यूंकि सास भी कभी बहू थी 2 के रूप में फिर से उभर रहा है। इसमें तुलसी विरानी की वापसी दर्शकों को पुराने रिश्तों और पारिवारिक ड्रामे की याद दिलाएगी।
पुरानी और नई कास्ट में तालमेल
जब नया टीज़र जारी हुआ, सोशल मीडिया पर फैंस ने खुशी से प्रतिक्रिया दी। अब इस सीजन की कास्ट भी घोषित कर दी गई है।
पुराने किरदारों में अमर उपाध्याय (मीहिर विरानी), हीतेन तेजवानी, गौरी प्रधान, शक्ती आनंद, रितु सेठ और केतवी डेव शामिल हैं। वे पुराने और नए प्लॉट को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएंगे।
इसके अलावा कुछ नए कलाकार भी आगे आए हैं। रोहित सुचांती, शगुन शर्मा, अमन गांधी, तनिषा मेहता, प्राची सिंह और अंकित भाटिया जैसे युवा कलाकार अब विरानी परिवार की अगली पीढ़ी का चेहरा बनेंगे। ये किरदार पारिवारिक संबंधों, द्वंद्वों और नए दृष्टिकोण को पर्दे पर उभारेंगे।
रिलीज तिथि और स्ट्रीमिंग की जानकारी
सरकारी रूप से पुष्टि की गई है कि धारावाहिक क्यूंकि सास भी कभी बहू थी 2, 29 जुलाई 2025 को रात 10:30 बजे स्टार प्लस पर प्रसारित होगा। इसके अलावा यह जियो हॉटस्टार प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध होगा। इस संयुक्त वितरण से परंपरागत और डिजिटल दोनों दर्शकों को आसानी होगी।
टीज़र में स्मृति ईरानी की वापसी दर्शकों के लिए एक मजबूत भावनात्मक पल लेकर आ रही है, जो आने वाले पारिवारिक रहस्यों और भावनात्मक ट्विस्ट का संकेत देती है।
स्मृति ईरानी का बयान: ‘मैं फुल‑टाइम राजनेता, पार्ट‑टाइम अभिनेत्री’
एक हालिया इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट कहा, “मैं मुख्य रूप से राजनीतिज्ञ हूं और कभी‑कभार अभिनय करती हूं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि तुलसी विरानी का किरदार उनके लिए व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्वीकार किया कि टीवी की दुनिया बदल चुकी है, लेकिन पारिवारिक कहानियों की भावनात्मक ताकत वह अब भी कायम है।
यादों की गहराई: भारतीय टीवी का एक युग
2000 में जब यह धारावाहिक शुरू हुआ, तब यह परिवार, रिश्ते और नैतिकता जैसे विषयों पर आधारित कथा का वाहक बन गया। तुलसी विरानी का किरदार आदर्श बहू‑जननी के रूप में स्थापित हुआ और यह धारावाहिक करीब आठ वर्षों तक चला। अब दूसरे सीजन में वह पुरानी जोड़ को आधुनिक अर्थों के साथ आगे बढ़ाएंगे।
रिपोर्ट्स के अनुसार दूसरी कड़ी में कहानी अब विरानी परिवार की नई पीढ़ी के इर्द‑गिर्द घूमेगी। पारिवारिक राजनीति, सास‑बहू के संबंध और निष्ठा अब भी केंद्र में रहेंगे। लेकिन इसमें मानवीय संवेदनशीलता और युवा दृष्टिकोण का समावेश होगा।
तुलसी विरानी अब परिवार की मार्गदर्शक या साक्षी की भूमिका में नजर आएंगी। टीज़र की डायलॉग में परिवार के पुराने राज़ और नए बदलाव की झलक मिलती है।
क्यूंकि सास भी कभी बहू थी 2 सिर्फ एक सीक्वल नहीं, बल्कि उन कहानियों और चरित्रों की वापसी है जिन्होंने भारतीय टीवी पर अमिट छाप छोड़ी थी। यह पुराने विश्वसनीय दर्शकों के साथ-साथ नई पीढ़ी को भी जोड़ने का इंतज़ाम है।
स्मृति ईरानी के नेतृत्व में यह शो पुरानी यादों और नई उम्मीदों का संगम बनकर प्रस्तुत होगा। 29 जुलाई को स्टार प्लस और हॉटस्टार पर तुलसी विरानी की वापसी का इंतज़ार रहेगा।