मुजफ्फरपुर। शिक्षक नियोजन फर्जीवाड़े चलाने वाले गिरोह के समक्ष अब राज्य की जांच एजेंसी भी बौनी साबित होने लगी है। कहतें हैं कि पिछले पौने दो वर्षो में विजिलेंस की टीम महज फोल्डर भी ढ़ूढ़ नही सकी। रिपोर्ट के नाम पर जांच एजेंसी ने 7,250 नियोजित शिक्षकों के फोल्डर नहीं मिलने की बात कहतें हुए फिलहाल अपना पल्ला झाड़ लिया है।
दूसरी ओर जांच एजेंसी ने मुजफ्फरपुर के डीपीओ स्थापना से जवाब मांगा है कि फोल्डर नहीं देने वाले कितने नियोजन इकाई पर विभाग ने एफआईआर कराई, इसकी प्राथमिकी की फोटो कॉपी के साथ रिपोर्ट करें। निगरानी के सख्ती के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। डीपीओ स्थापना जियाउल होदा ने 31 मई से पहले फोल्डर जमा कराने का आदेश जारी करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि जहां से फोल्डर नहीं आएगा, उस नियोजन इकाई पर एफआईआर कराई जाएगी।
This post was last modified on फ़रवरी 18, 2020 11:33 पूर्वाह्न IST 11:33
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बड़ा खुलासा… Read More
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त जल्द जारी की जाने वाली है, लेकिन… Read More
नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) द्वारा आयोजित की जाने वाली नीट पीजी… Read More
टीवी सीरियल अनुपमा का अपकमिंग एपिसोड दर्शकों के लिए कई दिलचस्प मोड़ लेकर आने वाला… Read More
डिहाइड्रेशन एक आम समस्या है, जिससे लोग खासकर गर्मी और मानसून के मौसम में परेशान… Read More
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बिहार में 1 अगस्त 2025 को जारी होने वाली ड्राफ्ट… Read More