KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मौसम के उतार-चढ़ाव की स्थिति लगातार बनी हुई है। 7 अप्रैल से अब तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न प्रकार के मौसमीय बदलाव देखे गए हैं। कहीं तेज धूप और गर्मी ने तापमान को बढ़ा दिया है, तो कहीं अचानक बारिश ने राहत प्रदान की है। बिहार के दक्षिणी हिस्से में जहाँ पिछले कुछ दिनों से गर्मी बढ़ी है, वहीं उत्तर बिहार के कुछ जिलों में बारिश और ठंडी हवाओं का अनुभव हुआ है। हालांकि, अब 18 अप्रैल 2025 को मौसम विभाग ने राज्य के 22 जिलों के लिए बड़ा अलर्ट जारी किया है।
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बिहार में मौसम का बदलता मिजाज: 18 अप्रैल 2025 का अपडेट
आज (18 अप्रैल 2025) मौसम विभाग ने बिहार के विभिन्न हिस्सों के लिए महत्वपूर्ण मौसम चेतावनियाँ जारी की हैं। इन चेतावनियों में राज्य के पूर्वी क्षेत्र, उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के कई जिलों में भारी बारिश, मेघ गर्जन और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है। विशेषकर, बिहार के किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर, खगड़िया, मुंगेर, जमुई और बांका जिलों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवा, वज्रपात और मध्यम स्तर की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम का प्रभाव और चेतावनी: उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार
उत्तर बिहार के जिलों में विशेष रूप से पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, समस्तीपुर और दक्षिण बिहार के बेगूसराय, लखीसराय, नवादा जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ-साथ मेघ गर्जन और वज्रपात की संभावना है। इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने इन जिलों में भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
मौसम में ये बदलाव किसानों के लिए चिंता का विषय बन सकते हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ कृषि कार्य चल रहे हैं। हल्की बारिश और ओलावृष्टि से फसलें प्रभावित हो सकती हैं, इसलिए किसानों को अपने खेतों की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
बिहार में तेज गर्मी और बारिश का मिक्स
बिहार में पिछले कुछ दिनों से मौसम की स्थिति में अप्रत्याशित बदलाव देखा जा रहा है। एक ओर जहां दक्षिण बिहार में गर्मी ने कहर बरपाया है, वहीं उत्तर बिहार में वर्षा ने राहत प्रदान की है। विशेषकर पटना, आरा, और बक्सर जैसे शहरों में तापमान में तेज वृद्धि हो रही है। वहीं, उत्तर बिहार के जिले जैसे किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में हल्की वर्षा ने मौसम को ठंडा किया है।
मौसम विभाग की चेतावनियों के अनुसार, 18 अप्रैल को कई जिलों में तेज हवाएँ, ओलावृष्टि और वज्रपात हो सकते हैं। यह स्थिति विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए खतरनाक हो सकती है जहाँ कच्चे मकान और असुरक्षित संरचनाएँ हैं।
बिहार में मौसम का बदलता मिजाज और इसके प्रभाव
मौसम के उतार-चढ़ाव के कारण बिहार के विभिन्न हिस्सों में कुछ स्थानों पर तापमान में वृद्धि और कुछ स्थानों पर अचानक वर्षा ने लोगों को असमंजस में डाल दिया है। लगातार बदलते मौसम के कारण कृषि कार्यों में भी बाधाएँ आ रही हैं। चूंकि बिहार कृषि प्रधान राज्य है, यहाँ के किसानों के लिए इस तरह का मौसम बहुत अहमियत रखता है। अधिक गर्मी और बारिश के बीच संतुलन बनाए रखना किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे सिंचाई और फसल सुरक्षा के उपायों को ध्यान में रखें। बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि होने से कई प्रकार की फसलों को नुकसान हो सकता है। इस मौसम में कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि दलहनी और तिलहनी फसलों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
सावधानी बरतें: मौसम अलर्ट के दौरान क्या करें?
मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार, बिहार के कई जिलों में होने वाली भारी वर्षा और ओलावृष्टि के दौरान विशेष सावधानियाँ बरतने की आवश्यकता है:
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बाहर न जाएं: यदि भारी बारिश या तूफान का अनुमान है तो बाहर जाने से बचें।
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लूज वस्तुएं सुरक्षित रखें: तेज हवा के कारण घर के बाहर रखी कोई भी लूज वस्तु उड़ सकती है।
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संरचनाओं की सुरक्षा करें: विशेषकर कच्चे घरों और असुरक्षित स्थानों पर अधिक ध्यान दें।
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पावर आउटेज की संभावना: बारिश और तूफान के कारण बिजली कटने की संभावना हो सकती है, इसलिए बैकअप रखें।
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ओलावृष्टि से फसल बचाएं: ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो सकता है, इसलिए फसलों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं या कवर करें।
बिहार के लिए भविष्य का मौसम: क्या अपेक्षाएँ हैं?
आने वाले दिनों में बिहार के मौसम में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। खासकर अप्रैल के अंत और मई के शुरुआत में गर्मी का प्रकोप बढ़ सकता है, जबकि बीच-बीच में बारिश और तूफान की संभावना बनी रहेगी। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए तेज बारिश, वज्रपात और ओलावृष्टि के अलर्ट जारी किए हैं, इसलिए कृषि और रोजमर्रा के कामों के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
बिहार के लिए मौसम संबंधी सावधानियाँ: महत्वपूर्ण बातें
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बिहार में 18 अप्रैल 2025 को आने वाली बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात की संभावना को देखते हुए राज्य के 22 जिलों में चेतावनी जारी की गई है।
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किसान और कृषि कार्यों से जुड़े लोग खासतौर पर उन क्षेत्रों में जहां वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना है, उन्हें फसलों की सुरक्षा के उपायों पर ध्यान देना चाहिए।
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वज्रपात और मेघ गर्जन से सुरक्षा के लिए, यह सलाह दी जाती है कि लोग घर के अंदर रहें और बिजली के उपकरणों का उपयोग न करें।
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मौसम के बदले हुए मिजाज को देखते हुए, आवागमन और यात्रा करने वालों को भी मौसम की जानकारी लेनी चाहिए और बिना आवश्यकता के यात्रा से बचना चाहिए।
बिहार में लगातार मौसम के उतार-चढ़ाव ने राज्यवासियों को मुश्किल में डाल दिया है। तेज गर्मी के साथ-साथ अचानक होने वाली वर्षा, ओलावृष्टि और तेज हवाएँ लोगों के लिए चिंताजनक हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ऑरेंज अलर्ट और पृथक चेतावनियों के अनुसार, बिहार के विभिन्न जिलों में आगामी दिनों में मौसम और भी बदलावों का शिकार हो सकता है। इसलिए, बिहार के निवासियों को हमेशा मौसम संबंधी जानकारी से अपडेट रहना चाहिए और सावधानियां बरतनी चाहिए।
यह समय है जब हमें मौसम के बदलाव से बचने के लिए सभी एहतियातों को अपनाने की जरूरत है।
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