KKN गुरुग्राम डेस्क | झुलसती गर्मी से परेशान बिहारवासियों के लिए राहत भरी खबर आई है। बिहार में मानसून 2025 अगले 2 से 3 दिनों में दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने निर्धारित समय पर बिहार पहुंचेगा, जिससे लगातार जारी भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।
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इस बीच राजधानी पटना समेत राज्य के अधिकतर हिस्सों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है और लू चलने की चेतावनी भी जारी की गई है।
बिहार में इस सप्ताह हो सकती है प्री-मानसून बारिश
बिहार में प्री-मानसून बारिश के संकेत मिल रहे हैं और मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि रविवार तक पटना और आसपास के क्षेत्रों में हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। इससे पहले उत्तर बिहार के कुछ जिलों जैसे सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर में बुधवार रात अच्छी बारिश देखी गई।
हालांकि दक्षिण बिहार अब भी सूखा बना हुआ है, और शुक्रवार को भी भीषण गर्मी का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
मानसून में देरी क्यों हुई?
इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में अपनी आमद निर्धारित समय से 8 दिन पहले कर ली थी, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बिहार में भी मानसून जल्दी पहुंच सकता है। लेकिन मई के अंत में मानसून सिक्किम और उत्तरी पश्चिम बंगाल की सीमा पर आकर रुक गया।
मौसम विभाग के अनुसार अब मानसून की गति में सुधार हो रहा है और इसके अगले 2–3 दिनों में बिहार में सीमांचल क्षेत्र (विशेष रूप से किशनगंज और पूर्णिया) के रास्ते प्रवेश करने की संभावना है।
भीषण गर्मी से जूझ रहा है दक्षिण बिहार
दक्षिण बिहार में लोग इस समय तेज लू और उमस से बेहाल हैं। पटना, गया, आरा, छपरा जैसे शहरों में तापमान लगातार 40°C से ऊपर बना हुआ है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी लू चलने की चेतावनी दी है, जिससे साफ है कि मानसून के आने तक गर्मी का कहर जारी रहेगा।
गर्मी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। खासकर दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा रहता है और स्कूल-कॉलेजों में उपस्थिति भी घट गई है। लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है।
बिजली कटौती ने बढ़ाई परेशानी
भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। पटना के कंकड़बाग और आसपास के इलाकों में बिजली गुल होने से लोग बिना पंखे और कूलर के रहने को मजबूर हैं। बिजली कटौती की वजह से रात का समय और अधिक मुश्किल बन गया है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।
लोगों का कहना है कि जब गर्मी चरम पर है, तब बिजली की अनुपलब्धता सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े करती है।
मानसून बिहार में कहां से करता है प्रवेश?
बिहार में मानसून हर साल सीमांचल क्षेत्र, खासकर किशनगंज, अररिया और पूर्णिया से प्रवेश करता है। इसके बाद यह धीरे-धीरे राज्य के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों की ओर बढ़ता है।
इस बार भी यही संभावना है कि मानसून सबसे पहले उत्तर-पूर्वी बिहार को भिगोएगा, और फिर पटना, गया और अन्य क्षेत्रों तक पहुंचेगा।
आने वाले दिनों में क्या है मौसम का पूर्वानुमान?
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13-14 जून: दक्षिण बिहार में भीषण गर्मी जारी रहेगी। तापमान 41-43°C के बीच रहने की संभावना है।
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15 जून: पटना, भोजपुर, नालंदा और अन्य जिलों में प्री-मानसून बारिश हो सकती है।
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15 जून के बाद: बिहार में मानसून की औपचारिक एंट्री, जिससे पूरे राज्य में वर्षा की शुरुआत होगी।
खेती और किसान पर असर
मानसून का समय पर आना बिहार के किसानों के लिए बेहद जरूरी है। खासकर धान की बुआई मानसून पर निर्भर करती है। लगातार गर्मी और बारिश की कमी के कारण कई जिलों में खेती का कार्य अभी रुका हुआ है।
अगर मानसून सही समय पर पहुंचता है, तो किसानों को राहत मिलेगी और खेती-किसानी में तेजी आएगी।
मानसून से जुड़ी सावधानियां और तैयारियां
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि मानसून आने तक लू से बचाव के उपाय करें:
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दोपहर 12 से 3 बजे तक बाहर न निकलें
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खूब पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें
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हल्के और सूती कपड़े पहनें
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बिजली कटौती के समय खुद को ठंडा रखने के उपाय करें
बिहार मानसून 2025 अब अपने निर्धारित समय पर पहुंचने की ओर बढ़ रहा है। आने वाले कुछ दिनों में राज्य के अधिकतर हिस्सों में बारिश की शुरुआत हो सकती है। हालांकि तब तक दक्षिण बिहार के लोगों को गर्मी से थोड़ी और जद्दोजहद करनी होगी।
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