क्या आप जानते हैं कि 1971 की लड़ाई सिर्फ एक सैन्य संघर्ष नहीं, बल्कि न्याय और रणनीति की जीत थी? इस वीडियो में हम आपको लेकर चलेंगे 16 दिसंबर 1971 के उस ऐतिहासिक क्षण की ओर — जब ढाका के रेसकोर्स मैदान में पाकिस्तान के 93,000 सैनिकों ने भारत के सामने आत्मसमर्पण किया। पर यह कहानी सिर्फ एक युद्ध की नहीं है — यह कहानी है लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा की आंखों से देखे उस लम्हे की, जब भारत ने इतिहास को नई दिशा दी। देखिए कैसे एक जनरल की डायरी में दर्ज है पाकिस्तान के अहंकार का अंत और बांग्लादेश की आज़ादी का जन्म। कहानी में है ट्विस्ट, भावना, और रणनीति की बारीकियां — जिसे जानकर आप गर्व से भर जाएंगे।
This post was published on जुलाई 20, 2025 16:15
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