KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के सारण जिले में सोमवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसमें 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा नयागांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत बाजितपुर फोरलेन के पास हुआ। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, एक पिकअप वैन जो मक्का लेकर सराय की ओर जा रही थी, अचानक टायर फटने के कारण अनियंत्रित होकर पलट गई।
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कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह पिकअप वैन दिघवारा से होते हुए वैशाली की ओर जा रही थी और उसमें करीब 25 लोग सवार थे। हादसा तब हुआ जब बाजितपुर फोरलेन पर पिकअप का एक टायर अचानक फट गया। टायर फटते ही चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और वैन पलट गई। हादसा इतना भयानक था कि मौके पर ही पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों की पहचान और स्थिति
हादसे में जिन पांच लोगों की मौत हुई है, वे सभी एक ही गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। मृतकों की पहचान अभी अधिकारिक रूप से नहीं की गई है, क्योंकि प्रशासन पहले परिजनों को सूचित करने में लगा है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और प्रशासन ने परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही नयागांव थाना पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को छपरा के सदर अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां कुछ की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
पुलिस ने पिकअप वैन को जब्त कर लिया है और ड्राइवर से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि वैन में ओवरलोडिंग की गई थी और टायर पुराने थे, जिससे दुर्घटना की आशंका और अधिक बढ़ जाती है।
घायलों की स्थिति और इलाज
इस दर्दनाक हादसे में घायल हुए लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद कुछ को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार, कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
हादसे के बाद मौके पर जुटे ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला। लोगों का कहना है कि ओवरलोड गाड़ियों पर कोई निगरानी नहीं होती और न ही सड़कों की स्थिति दुरुस्त है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि समय पर सहायता नहीं पहुंचती, तो और भी जानें जा सकती थीं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और मुआवज़ा
बिहार सरकार और जिला प्रशासन की ओर से हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को ₹4 लाख रुपये का मुआवज़ा देने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर गहरा शोक जताते हुए अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज और पीड़ित परिवारों की मदद करने का निर्देश दिया है।
सड़क सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर से बिहार में सड़क सुरक्षा और परिवहन व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है। ओवरलोड वाहनों की वजह से ऐसे हादसे आम होते जा रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह न सिर्फ सड़कों की स्थिति को सुधारे, बल्कि नियमित जांच के जरिए ओवरलोड और पुराने टायर वाले वाहनों पर रोक लगाए।
बाजितपुर फोरलेन पर हुए इस दर्दनाक हादसे ने न केवल पांच जिंदगियां छीन लीं, बल्कि 20 से ज्यादा परिवारों को सदमे में डाल दिया। यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि अगर सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसे हादसे भविष्य में भी होते रहेंगे।
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