KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में सड़क हादसों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। ताजा मामला सीवान जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र का है, जहां एक तेज रफ्तार ट्रक और पिकअप वाहन की आमने-सामने की टक्कर में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
Article Contents
यह हादसा सोमवार देर रात हुआ जब एक पिकअप वाहन मुजफ्फरपुर से आम लादकर वापस आ रहा था, और सामने से आ रही तेज रफ्तार ट्रक ने उसे टक्कर मार दी।
हादसा कहां और कब हुआ?
-
स्थान: अफराद मोड़, महाराजगंज थाना क्षेत्र, सीवान
-
समय: रात करीब 12 बजे, 9–10 जून के बीच
-
हादसे में शामिल वाहन: एक ट्रक और एक पिकअप
-
माल: आम से लदा पिकअप वाहन
-
हादसे में मौतें: तीन लोगों की मौके पर या अस्पताल ले जाते समय मौत
स्थानीय लोगों के अनुसार, टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप वाहन के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
मृतकों की पहचान हुई
पुलिस और स्थानीय सूत्रों ने तीनों मृतकों की पहचान की है:
-
भोला साह – निवासी, आंदर बाजार, आंदर थाना क्षेत्र
-
अली हुसैन – निवासी, आंदर क्षेत्र
-
अरविंद कुमार गोंड – निवासी, संजलपुर
ये तीनों पिकअप वाहन में सवार थे और मुजफ्फरपुर से आम लेकर सीवान लौट रहे थे।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: अफरा-तफरी का माहौल
हादसे की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के गांवों से लोग मौके पर पहुंच गए। वहां का दृश्य बेहद भयावह था:
-
पिकअप पूरी तरह क्षतिग्रस्त
-
शवों को बाहर निकालने में कठिनाई
-
ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति
महाराजगंज पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आधे घंटे के भीतर मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। क्रेन बुलाकर वाहनों को हटाया गया और मार्ग को सुबह तक सामान्य कर दिया गया।
कारण क्या रहा? तेज रफ्तार और खराब रोशनी जिम्मेदार
हालांकि जांच अभी चल रही है, लेकिन प्रारंभिक अनुमान के अनुसार हादसे का मुख्य कारण तेज रफ्तार और रात के समय की खराब विजिबिलिटी बताया जा रहा है।
इस क्षेत्र में पहले भी सड़क हादसे हो चुके हैं। कारण:
-
सड़क की खराब स्थिति
-
लाइटिंग की कमी
-
कोई डिवाइडर नहीं
-
लापरवाह ट्रक ड्राइविंग
आम व्यापार और रात में यात्रा: जोखिम भरा संयोजन?
पीड़ित व्यापारी वर्ग से जुड़े थे और रात के समय फल-सब्जियों की ढुलाई करना आम बात है। पर यही रूटीन अब खतरे का कारण बन रहा है।
स्थानीय व्यापारियों ने बताया:
“ताजे माल की डिमांड के कारण हमें रात में ही यात्रा करनी पड़ती है, लेकिन सड़कें और ट्रैफिक व्यवस्था असुरक्षित है।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया: जांच के आदेश, मुआवजा तय
सीवान जिला प्रशासन ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा है कि:
-
घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं।
-
मृतकों के परिजनों को मुआवजा मुख्यमंत्री सड़क दुर्घटना राहत योजना के तहत मिलेगा।
-
पुलिस को रात के समय विशेष पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया गया है।
बिहार में सड़क हादसों की भयावह स्थिति
यह हादसा एक बार फिर साबित करता है कि बिहार में सड़क सुरक्षा की स्थिति बेहद गंभीर है। आंकड़ों के अनुसार:
-
2024 में 7000 से अधिक हादसे हुए।
-
4500+ मौतें, जिनमें अधिकांश रात में हुईं।
-
अधिकांश मामले ट्रक, बस और पिकअप वाहनों से जुड़े।
विशेषकर सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, छपरा जैसे जिलों में सड़क हादसे अब आम हो गए हैं।
लोगों की मांगें: अब तो जागो प्रशासन!
स्थानीय जनता ने प्रशासन से यह मांग की है कि:
-
अफराद मोड़ जैसे खतरनाक इलाकों में स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं।
-
रात के समय चालकों की ब्रेथ एनालाइजर जांच की जाए।
-
सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
-
चालकों और व्यापारियों के लिए सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया जाए।
कानूनी कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया
-
FIR दर्ज कर ली गई है।
-
ट्रक चालक फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
-
दोनों वाहनों को जब्त कर फॉरेंसिक जांच की जा रही है।
-
पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जा रहे हैं।
परिवारों में मातम, अंतिम संस्कार की तैयारी
तीनों मृतकों के घरों में मातम पसरा हुआ है। आंदर बाजार और संजलपुर में रिश्तेदार और ग्रामीण अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। पूरे गांव में शोक का माहौल है।
स्थानीय लोग मृतकों के परिवारों को आर्थिक और मानसिक सहयोग दे रहे हैं।
सीवान का यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक व्यवस्था की लापरवाही की कीमत है। यदि समय रहते सड़क सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए, तो ऐसे हादसे और जानें लेते रहेंगे।
dimgrey-bison-994082.hostingersite.com आपके लिए इस खबर की हर अपडेट, जांच की स्थिति और प्रशासनिक कार्रवाई की जानकारी लगातार उपलब्ध कराता रहेगा।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.