KKN गुरुग्राम डेस्क | पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर राजनीतिक और सामाजिक तनाव बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस कानून को राज्य में लागू न करने की घोषणा की है, जबकि राज्य के विभिन्न हिस्सों में इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।
वक्फ संशोधन अधिनियम 2025: एक परिचय
वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को हाल ही में संसद के दोनों सदनों से पारित किया गया और राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद इसे कानून का दर्जा मिला। यह अधिनियम वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और निगरानी में सुधार के उद्देश्य से लाया गया है, जिससे वक्फ बोर्डों की पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़े।
ममता बनर्जी का विरोध
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस अधिनियम के खिलाफ खुलकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा है कि यह कानून राज्य के अल्पसंख्यक समुदाय की संपत्तियों के अधिकारों को कमजोर करता है और उनकी सरकार इसे पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देगी। बनर्जी ने जैन समुदाय के एक कार्यक्रम में कहा, “मैं अल्पसंख्यक समुदाय और उनकी संपत्तियों की रक्षा करूंगी।”
संवैधानिक प्रावधान और राज्यों की भूमिका
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 245 और 246 के तहत संसद को कानून बनाने का अधिकार है, और वक्फ एक समवर्ती सूची का विषय है। इसका अर्थ है कि केंद्र और राज्य दोनों इस पर कानून बना सकते हैं, लेकिन यदि कोई टकराव होता है, तो केंद्रीय कानून को प्राथमिकता दी जाती है। अनुच्छेद 254 के अनुसार, केंद्रीय कानून राज्य कानूनों पर वरीयता रखते हैं, और अनुच्छेद 256 के तहत राज्य सरकारें केंद्र के निर्देशों का पालन करने के लिए बाध्य हैं।
मुर्शिदाबाद में हिंसा और विरोध प्रदर्शन
मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर लिया, ट्रेनों पर पथराव किया और पुलिस पर हमला किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है।
सिद्दीकुल्ला चौधरी की भूमिका
राज्य के लाइब्रेरी मंत्री और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीकुल्ला चौधरी इस विरोध आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कोलकाता में एक रैली में कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वे कोलकाता में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम करेंगे। चौधरी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि यह कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
भाजपा ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि वह वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं और राज्य में अराजकता फैला रही हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “बंगाल को अराजकता और आग में झोंका जा रहा है।”
वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 पर पश्चिम बंगाल में जारी विवाद ने राज्य और केंद्र सरकार के बीच टकराव की स्थिति पैदा कर दी है। जहां केंद्र सरकार इस कानून को लागू करने पर जोर दे रही है, वहीं राज्य सरकार और कुछ मुस्लिम संगठन इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और इसका राज्य की राजनीति और सामाजिक समरसता पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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